काम कराने के बाद रुपये नहीं देने का आरोप लगा ठेकेदार ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में चार लोगों का लिखा नाम
लखनऊ के सहादतगंज में एक ठेकेदार, राधेश्याम प्रजापति ने काम के पैसे न मिलने पर आत्महत्या कर ली। उन्होंने सुसाइड नोट में चार लोगों पर आरोप लगाए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, मड़ियांव में अविनाश त्रिपाठी नामक एक व्यक्ति ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, कारण अज्ञात है। पुलिस छानबीन में जुटी है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। सहादतगंज के बावली इलाके में रहने वाले 50 वर्षीय ठेकेदार राधेश्याम प्रजापति ने शुक्रवार की शाम अपने मकान में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। उन्होंने सुसाइड नोट में चार लोगों पर काम कराने के बावजूद रुपये नहीं देने के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में लिया है। परिवार ने फिलहाल कोई तहरीर नहीं दी है।
इंस्पेक्टर संतोष कुमार आर्य ने बताया कि राधेश्याम प्रजापति ठेका लेकर मकान बनाते थे। शुक्रवार की शाम वह अपने घर पर थे। इस बीच उन्होंने पत्नी को चाय बनाने के लिए कहा। पत्नी चाय बनाने गई तो उन्होंने अपने कमरे में बिजली के तार से पंखे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पत्नी चाय लेकर पहुंची तो कमरे के दरवाजा अंदर से बंद था। काफी आवाज देने पर दरवाजा नहीं खुला तो पत्नी ने बेटे को फोन पर सूचना दी। बेटा घर पहुंचा इसके बाद पुलिस की मदद से दरवाजा खोला गया तो उनका शव लटका हुआ था। पास मिले सुसाइड नोट में उन्होंने एसके खान, रमेश मौर्य, अनू मिश्रा और कलीम नाम के चार लोगों पर काम कराने के बावजूद रुपये नहीं देने के आरोप लगाए हैं।
इंस्पेक्टर ने बताया कि सुसाइड नोट कब्जे में लेकर लेखनी की मिलान के लिए भेजा गया है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
युवक ने फंदे से लटककर दी जान
मड़ियांव में प्रधान मार्केट में दुकान के सामने कपड़े में फंदा लगाकर 41 वर्षीय अविनाश त्रिपाठी ने आत्महत्या कर ली। इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्रा ने बताया कि अविनाश ने स्टील की रेलिंग से कपड़े का फंदा लगाकर आत्महत्या की थी। पत्नी सुनीता ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। छानबीन की जा रही है। आत्महत्या के कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सके हैं।
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