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    Health Tips: त्वचा पर संक्रमण हो तो भूलकर न करें यह गलती, बार‍िश के मौसम में अक्‍सर बढ़ती है समस्‍या

    Health Tips बर‍िश के मौसम में उमस और गर्मी के कारण फंगल इंफेेक्‍शन की समस्‍या आम है। ऐसे मौसम में सर्दी जुकाम बुखार शरीर पर चकत्ते जैसी कई द‍िक्‍कतें हो जाती हैं। वहीं त्वचा के साथ सांस संबंधी भी एलर्जी लोगों की परेशानी का कारण बनती है।

    By Anurag GuptaEdited By: Updated: Thu, 25 Aug 2022 06:39 PM (IST)
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    Health Tips: त्‍वचा रोग का घर में न करें इलाज। व‍िशेषज्ञों से लें सलाह।

    लखनऊ, जागरण संवाददाता। मानसून में उमस और गर्मी तो चली जाती है, लेकिन बारिश से संक्रमण को दावत मिल जाती है। इस दौरान सर्दी, जुकाम, बुखार, चकत्ते समेत कई संक्रमण शरीर में घर करने लगते हैं। इसके अलावा त्वचा और सांस संबंधी कुछ एलर्जी भी परेशान करने लगती है। दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में बलरामपुर अस्पताल के रेस्पिरेटरी फिजिशियन डा. एके गुप्ता ने बताया कि बारिश में संक्रमण का बचाव करना जरूरी है। दाद, दाने या चकत्ते जैसे संक्रमण होने पर स्वयं कोई दवा या क्रीम न लगाएं बल्कि चिकित्सीय परामर्श लें।

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    -मेरे दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में सूजन है और उंगली सफेद पड़ गई है। इसके अलावा एक वर्ष से सांस की समस्या भी हो रही है।  -परमेश्वर झा, वृंदावन कालोनी

    सांस की समस्या के लिए छाती रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। कभी-कभी रक्तचाप, हृदय संबंधी, मधुमेह या फिर गुर्दे की बीमारी के कारण सांस संबंधी परेशानियां हो सकती हैं और उंगली में सूजन के लिए सर्जरी विभाग के चिकित्सक से परामर्श लें।

    -बारिश के मौसम में शरीर पर दाने पड़ जाते हैं और उनमें खुजली होने लगती है। कई दवाई लगा चुके हैं। फायदा नहीं हुआ।   विजय कुमार शर्मा, औरंगाबाद, लखीमपुर खीरी

    नमी और बारिश के मौसम में त्वचा रोग बढ़ जाते हैं। किसी त्वचा रोग विशेषज्ञ से मिलकर अपनी परेशानी की शुरुआत से लेकर वर्तमान स्थिति साझा करें। स्वयं कोई भी दवा न लगाएं क्योंकि उससे बीमारी प्रारूप बदल सकती है।

    - जांघ के पास लाल दाने जैसे पड़े हैं। उनसे पानी भी निकलता है। क्या करें? यशवंत सिंह, फतेहपुर

    दाद से मिली जुली समस्या हो सकती है। जरूरी है कि एक बार त्वचा रोग विशेषज्ञ को दिखा लें और सही दवा लें।

    -मेरी छह साल की बच्ची है। उसकी अब तक नाक बहती रहती है। उसे देर से बोलना भी शुरू किया है।अरविंद कुमार, बाराबंकी

    बच्ची को साइनोसाइटिस की परेशानी की शुरुआत हो सकती है। इसके लिए ईएनटी विशेषज्ञ के पास जाकर परामर्श लें। इसके साथ ही एक बाल रोग विशेषज्ञ से मिलकर बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के बारे में चिकित्सकीय परामर्श लें।

    -मेरी पीठ में छोटे-छोटे दाने निकल रहे हैं। कई एंटी-एलर्जी और एंटीबायोटिक दवाइयां खानी लेकिन फायदा नहीं हुआ है। सुधीर पांडे, गोंडा

    गर्मी के बाद नमी और बारिश के मौसम के कारण यहां समस्या हो रही है। एक बार त्वचा रोग विशेषज्ञ से मिलकर चिकित्सकीय परामर्श ले लें।

    -मैं हृदय रोगी हूं। मुझे चक्कर बहुत आते हैं। चिकित्सक के पास भी गए। उन्होंने कुछ दवाइयां लिखी हैं, लेकिन दवाओं का अधिक असर नहीं दिख रहा है। रामजियावन, अयोध्या

    यदि चिकित्सक की दवाओं से फायदा नहीं हो रहा है तो एक बार किसी अन्य रोग विशेषज्ञ के पास जाकर पूरी बात बताएं और सही परामर्श लें।

    हर तीन से चार दिनों पर पित्ती उछलने लगती है। एंटी-एलर्जी दवाई खाने से आराम मिल जाता है। क्या यह गंभीर है? राहुल सिंह, सैनिक नगर

    यदि यह कुछ महीनों पहले से हो रहा है तो हो सकता है किसी नई चीज जैसे कपड़ा, तेल, परफ्यूम या किसी अन्य चीज के कारण। ध्यान दीजिए कि किन चीजों का इस्तेमाल आपने बीते महीनों में शुरू किया है। इसके आधार पर त्वचा रोग विशेषज्ञ से सही परामर्श लीजिए।

    -मेरे शरीर में सर्दी रहती है और सांस भी फूलती है। खाना भी अच्छा नहीं लगता। जय शंकर दीक्षित, रायबरेली

    इन लक्षणों के आधार पर छाती रोग विशेषज्ञ से मिलिए और बीमारी की शुरुआत से लेकर अब तक की स्थिति से अवगत कराएं।

    -बीते दो से तीन वर्षों से मुझे जुकाम रहता है। जांच में एलर्जी निकल कर आई है। नाक से पानी निकलता है। छींक आती है। क्या सावधानियां रखें?  दिलीप कुमार तिवारी, बहराइच

    चिकित्सक से मिलकर सही परहेज समझें। धूल, धुआं, ठंड आदि से बचें। कई बार एलर्जी में नेजल स्प्रे दिया जाता है जिसे समय से और सही तरीके तरीके से लेना होता है। इसके बारे में अपने ईएनटी चिकित्सक से बात करें। घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनें।

    -मुझे उलझन बहुत होती है और घबराहट होने पर नकारात्मक विचार आने लगते हैं। रात में भी नींद कम आती है। -हिमेश सोनी, गोंडा

    तनाव के कारण अक्सर ऐसा होता है। जीवन के कई पहलुओं में तनाव हो सकता है। आप स्वयं परेशान होने के बजाय नजदीकी जिला अस्पताल में मानसिक अवसाद की एक क्लीनिक में चिकित्सकीय परामर्श ले सकते हैं। वह आपकी स्थिति को बेहतर तरीके से समझ कर निदान करेंगे।

    बरसात के मौसम में छींक आने लगती है और नाक से पानी बहता रहता है। क्या कर सकते हैं?  भूपेश, हरदोई

    किसी खास मौसम में बदलाव होने पर परेशानी हो तो आपको किसी तरह की एलर्जी हो सकती है। इसके लिए धूल, धुआं, ठंडक आदि से बचाव करें और एक बार ईएनटी चिकित्सक से मिलकर सही इलाज लें।

    -बाथरूम जाने पर दम घुटने लगता है लेकिन चलने फिरने के दौरान स्थिति सामान्य रहती है। क्या करें?

    कई बार बंद जगह पर अकेले रहने पर घबराहट होती है। इसे क्लास्ट्रोफोबिया कहा जाता है। यह एक तरह का डर है। इसके लिए मानसिक चिकित्सा विभाग में दिखाएं।

    -सुबह के समय सांस फूलने लगती है और उसके बाद भारीपन लगने लगता है। लेखराज, नरही

    एक बार अपना फुल बाडी चेकअप करवा लें और हृदय रोग विशेषज्ञ से मिलें।

    मैं मधुमेह रोगी हूं। शरीर में कुछ दिनों से छोटे-छोटे दाने निकल रहे हैं। क्या करूं? सीएम लाल, बाराबंकी

    बरसात के कारण ऐसा हो जाता है। अपने चिकित्सक से मिलकर इस बारे में बात कर सही दवा लें। यदि फायदा न मिल रहा हो तो एक बार त्वचा रोग विशेषज्ञ से मिलें और अपनी स्थिति बताकर परामर्श लें।

    -तीन दिन से जुकाम और सर्दी हो रही थी। इसके लिए दवा ली थी। अभी हरारत और कमजोरी लग रही है?  मोहित गुप्ता, हुसैनगंज 

    मौसम में बदलाव के कारण ऐसा हो जाता है। बुखार और सर्दी जुकाम के लिए पैरासिटामोल के साथ एंटीबायोटिक दवा का कोर्स करें।

    -मैं सांस का मरीज हूं। डाक्टर को दिखाने पर उन्होंने एलर्जिकल सीओपीडी बताया है, लेकिन कोरोना काल के बाद से अब तक डाक्टर के पास नहीं गए हैं। क्या करें?

    सांस के रोगियों के लिए इन्हेलर दिया जाता है लेकिन हर मरीज को अलग पावर का और सही समय पर इन्हें लेना होता है। जरूरी है कि एक बार अपनी छाती रोग विशेषज्ञ से मिलकर इस बारे में बात करें और दवाइयों पर भी चर्चा कर लें।

    - बारिश के सीजन में जुकाम बना रहता है। क्या करें?  नत्थू लाल अवस्थी, सीतापुर

    जुकाम से बचाव के लिए स्टीम लें। काढ़ा पिएं। ठंड से बचाव करें। गले में खराश हो तो गरारा करें और फिर भी यदि आराम न मिले तो चिकित्सकीय परामर्श के साथ एलर्जी की दवा लें।

    -एक महीने से शरीर में दाने निकल रहे हैं और उसमें खुजली बहुत हो रही है। क्या करें?  -सरोज सिंह, अमेठी

    एक बार त्वचा रोग विशेषज्ञ से मिलें। यह स्केबीज की परेशानी हो सकती है। चिकित्सक के परामर्श में सही बात सामने आ सकती है।

    -बरसात के मौसम में मुझे पेट में दर्द होने लगता है। गैस बनती है और लूज मोशन भी होते हैं?  -राजेंद्र शुक्ला, अयोध्या

    गैस की समस्या पर सुबह खाली पेट दवा ले सकते हैं और समस्या का निदान न होने पर चिकित्सक के परामर्श लेना उचित होगा।

    बरसात में रखें इन बातों का ध्यान

    • बारिश में भीगने से बचें।
    • यदि भीग गए हों तो घर आकर साफ पानी से नहाएं और देह (शरीर) अच्छी तरह सुखा लें।
    • सूखा और सूती कपड़ा पहनें।
    • त्वचा में संक्रमण होने पर टेलकम या एंटीफंगल पाउडर लगाएं और त्वचा को हमेशा सूखा रखें।
    • संक्रमण वाली जगह पर खुजली न करें।
    • बार-बार सर्दी जुकाम होने पर काढ़ा पिएं।
    • बारिश के मौसम में शरीर में गर्मी बनाए रखें।
    • फुल आस्तीन के कपड़े और शरीर में ठंडक न पहुंचने देने वाले कपड़े पहनें।