कांग्रेस ने एमएलसी चुनाव की मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया पर उठाए सवाल, मतदाता पंजीकरण की समय सीमा बढ़ाने की मांग
कांग्रेस पार्टी ने एमएलसी चुनाव के लिए मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए मतदाता पंजीकरण की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि वर्तमान प्रक्रिया में खामियां हैं, जिससे कई योग्य मतदाता वंचित रह सकते हैं। उनका आग्रह है कि चुनाव आयोग इस प्रक्रिया में सुधार करे ताकि अधिक नागरिकों को मौका मिले।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कांग्रेस ने एमएलसी चुनाव के लिए चल रहे मतदाता पुनरीक्षण अभियान की प्रक्रिया में आ रही दिक्कतों को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा से शिकायत की है। कांग्रेस के चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने सभी शिक्षकों को मतदाता बनवाए जाने की मांग की है। मतदाता पंजीकरण की समय सीमा भी बढ़ाए जाने की मांग की गई है।
स्नातक व शिक्षक खंड निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदाता पुनरीक्षण का कार्य 30 सितंबर से चल रहा है। इसकी अंतिम तिथि छह नवंबर निर्धारित है। कांग्रेसियों का आरोप है कि शुरुआती 16 दिनों में हुए पंजीकरण में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल करने में कई समस्याएं आ रही थीं।
ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल मोबाइल के अनुकूल नहीं बनाया गया है। कई जिलों में स्नातक सीटों के मतदाता बनने के लिए आनलाइन आवेदन किया गया पर फोटो डिलीट हो गई। शिक्षकों को मतदाता बनने के लिए उनके फार्म को जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा प्रति हस्ताक्षरित करवाने के निर्देश पर भी कांग्रेसियों ने सवाल उठाया।
कांग्रेस शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश कोआर्डिनेटर डा. अमित राय ने कहा कि उच्च शिक्षा के शिक्षकों के फार्म क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रमाणित होने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक से प्रति हस्ताक्षरित करवाकर जमा करना है। यह शिक्षक को वोटर बनने से रोकने का काम है।
केवल अंशकालिक शिक्षकों को छोड़कर अन्य शिक्षकों को प्रधानाचार्य के प्रमाण पत्र पर ही वोटर बनने का आदेश होना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक संख्या में शिक्षक मतदाता बनें। उन्होंने मतदाता पंजीकरण की समय सीमा बढ़ाए जाने की भी मांग की। प्रतिनिधि मंडल में शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश को-कोआर्डिनेटर श्रवण कुमार गुप्ता, विधि प्रकोष्ठ के कोआर्डिनेटर आसिफ रिजवी व मोहम्मद अनस भी शामिल थे।

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