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    ओम प्रकाश राजभर के बेहद करीबी शशि प्रकाश सिंह ने साथ छोड़ा, बनाई राष्ट्रीय समता पार्टी

    शशि प्रकाश सिंह ने वाराणसी में पार्टी छोडऩे की घोषणा करने के साथ ओम प्रकाश राजभर पर तमाम आरोप लगाए। शशि प्रकाश सिंह ने सुभासपा के मुखिया के बारे में कहा कि राजभर जितना झूठ बोलते हैं कोई नहीं बोल सकता।

    By Dharmendra PandeyEdited By: Updated: Tue, 12 Jul 2022 05:03 PM (IST)
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    शशि प्रकाश सिंह ने सुभासपा के मुखिया ओम प्रकाश राजभर

    लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कभी समाजवादी पार्टी तो कभी भाजपा तथा बसपा के पक्ष में बयान देने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को साथ उनके बेहद करीबी ने छोड़ दिया है। बीते करीब 17 वर्ष से ओम प्रकाश राजभर के साथी रहे शशि प्रकाश सिंह ने लगातार उनकी अस्थिरता को देखते हुए साथ छोड़कर नई पार्टी का गठन किया है।

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    उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाले सुभासपा के मुखिया ओम प्रकाश राजभर को उनके बेहद करीबी ने छोड़ दिया है। शशि प्रकाश सिंह ने सुभासपा से अलग होकर राष्ट्रीय समता पार्टी के गठन का ऐलान किया है। ओम प्रकाश राजभर पर आरोप लगाते हुए शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि ओम प्रकाश राजभर राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में नहीं हैं, क्योंकि उनको छोड़कर पार्टी के अन्य सभी पांच विधायक सपा के साथ हैं। राजभर के एनडीए प्रत्याशी के लिए मुख्यमंत्री आवास पर डिनर में जाने की बात पर शशि प्रकाश सिंह का कहना है कि अखिलेश यादव पर दबाव बनाने और उनको ब्लैकमेल करने के लिए यह बात फैलाई गई है।

    शशि प्रकाश सिंह ने वाराणसी में पार्टी छोड़ने की घोषणा करने के साथ ओम प्रकाश राजभर पर तमाम आरोप लगाए। शशि प्रकाश सिंह ने सुभासपा के मुखिया के बारे में कहा कि राजभर जितना झूठ बोलते हैं, कोई नहीं बोल सकता। उनको सिर्फ पैसे का लालच है। शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि मेरे साथ गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़ के सैकड़ों कार्यकर्ता हैं। यह सब भी ओम प्रकाश राजभर से खुश नहीं थे। मैं तो लम्बे समय से साये की तरह ओम प्रकाश राजभर के साथ रहा। मुझे तो उनकी हर बात का पता है। राजभर पैसे के लिए हर राजनीतिक दल से अलग होते रहे है। शशि प्रताप सिंह सुभासपा के प्रदेश प्रवक्ता थे। करीब 15 वर्ष से ओम प्रकाश राजभर के साथ रहे। उससे पहले जनमोर्चा किसान मंच में रहे।

    शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि राजभर ने जिस तरह से राम को लेकर चुनाव से पहले बयान दिया कि वो राम को नहीं मानते उससे भी बहुत लोग नाराज हुए। मैंने कई बार उनकी भाषा को लेकर बहुत समझाया पर राजभर जी नहीं मानें। हम लोगों की विचारधारा चाहे कुछ हो, हम लोग सनातनी हैं। इससे सपा गठबंधन के वोट घट गए, नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव में उन्होंने पार्टी के नेताओं को मौका देने के बात कही, पर बाद में अपने बेटे को चुनाव लड़वा दिया।

    शशिप्रकाश ने कहा कि राजभर 2017 में भाजपा से सहयोगी थे। तब उनकी पार्टी के चार विधायक जीते थे। इसके बाद उन्होंने ना सिर्फ भाजपा को धोखा नहीं दिया बल्कि सबको धोखा दिया है। बसपा के साथ राजनीति शुरू करने के बाद उससे अलग हुए। इसके बाद अपना दल के साथ आए। वहां पर पैसे को लेकर विवाद हुआ तो अलग हो गए। वो अब भी द्रौपदी मुर्मू का भी समर्थन नहीं करेंगे, वो बस अखिलेश यादव पर दबाव बनाना चाहते हैं।

    शशि प्रकाश पर सुभासपा का हमला : सुभासपा छोड़ने वाले शशि प्रकाश पर प्रवक्ता सुनील अर्कवंशी ने कहा कि शशि प्रताप को निकाला गया है। उन्होंने पार्टी में फूट की बात को एक सिरे से नकार दिया। सुनील अर्कवंशी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते शशि प्रताप सिंह को पहले ही निकाल दिया गया था। उन्होंने कहा ओम प्रकाश राजभर नहीं, बल्कि शशि प्रताप सिंह बिन पेंदी के लोटे हैं। उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। वह अपना इलाज कराएं। सुनील अर्कवंशी का कहना है कि शशि की पार्टी चंद दिनों की ही है और एक महीने में ही पार्टी का खात्मा हो जाएगा। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम समता पार्टी नहीं बल्कि कचरा पार्टी रखना चाहिए।

    राष्ट्रीय समता पार्टी का गठन : शशि प्रकाश सिंह ने राष्ट्रीय समता पार्टी का गठन किया है। वाराणसी में पूर्वी उत्तर प्रदेश के अपने सैकड़ों साथियों के साथ पार्टी बनाने वाले शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय समता पार्टी परिवारवाद के खिलाफ आवाज उठाने वाली पहली पार्टी होगी। समाज के हर वर्ग को एक सूत्र में बांधकर चलने वाली पार्टी होगी। राष्ट्रवादी विचारधारा की सोच वाली पार्टी होगी। राष्ट्र प्रेम ही अटल मूलमंत्र होगा किसी भी मजहब, जाति, धर्म पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग ना करने वाली पार्टी होगी। अपने मुद्दे और मिशन से कभी भी ना भटकने वाली पार्टी होगी। भाईचारा स्थापित करने वाली संदेशवाहक पार्टी होगी। हमारी पार्टी भारत चुनाव आयोग से मान्यता प्राप्त पार्टी होगी।