UP Police Exam: कर्ज माफ कराने के लिए कोचिंग संचालक बना सॉल्वर, पुलिस की गिरफ्त में उगले ये राज
उप्र पुलिस विभाग की सबसे बड़ी सिपाही भर्ती परीक्षा के दूसरे एवं आखिरी दिन रविवार को नोएडा में पुलिस ने परीक्षा केंद्र के अंदर परीक्षार्थी के स्थान पर बैठे कोचिंग संचालक को गिरफ्तार किया और गिरफ्त में आया ये आरोपित अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसने किसी से 95 हजार रुपये उधार लिये और इन्हें लौटाने के लिए वे सॉल्वर बना।

जागरण टीम, लखनऊ। उप्र पुलिस विभाग की सबसे बड़ी सिपाही भर्ती परीक्षा के दूसरे एवं आखिरी दिन रविवार को भी कई गिरोह परीक्षा की शुचिता भंग करने का प्रयास करते रहे। नोएडा में पुलिस ने परीक्षा केंद्र के अंदर परीक्षार्थी के स्थान पर बैठे कोचिंग संचालक को गिरफ्तार किया। आरोपित अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहा था।
पूछताछ में कोचिंग संचालक ने ये बताया
पूछताछ में कोचिंग संचालक ने बताया कि 2017 में उसने सेंटर शुरू किया था, जो कोरोना काल में बंद हो गया था। वह आर्थिक तंगी से जूझने लगा। उसी दौरान उसकी पत्नी की डिलीवरी हुई थी, तब उसने योगेश से 95 हजार रुपये उधार लिया था, जो वापस नहीं कर सका।
योगेश सिंह ने उसे अपनी जगह भर्ती परीक्षा देने को कहा। बोला, यदि वह उसकी परीक्षा पास करा देगा तो 95 हजार रुपये वापस नहीं लेगा और तीन लाख रुपये अलग से भी देगा। इसीलिए वह राजी हो गया। बता दें कि 15 से 17 फरवरी तक, तीन दिनों में 195 सॉल्वर, ठगों व नकल में शामिल अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर चुकी एसटीएफ व विभिन्न जिलों की पुलिस ने 88 और लोगों को पकड़ा। इस तरह कुल 283 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
एक लाख के साथ पकड़ा गया सॉल्वर
सबसे ज्यादा 16 गिरफ्तारियां बलिया जिले में हुईं। परीक्षा पास कराने के नाम पर अभ्यर्थियों को झांसा देने वाले गिरोह के तीन सरगना, 11 सदस्यों और दो सॉल्वरों को गिरफ्तार किया गया। इनमें बलिया निवासी सरगना अभय कुमार श्रीवास्तव सुलतानपुर में स्वास्थ्य विभाग में लैब टैक्निशियन है।
दूसरे गिरोह का सरगना वन विभाग का सिपाही
दूसरे गिरोह का सरगना फतेह बहादुर मध्य प्रदेश के कटनी में वन विभाग का सिपाही है। उससे इलेक्ट्रानिक उपकरण और अभ्यर्थियों से वसूले गए एक लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
फिरोजाबाद में 14 को पकड़ा गया है। मऊ में छह और गाजीपुर में दो फर्जी अभ्यर्थी गिरफ्तार किए गए हैं। वाराणसी में चार सॉल्वर पकड़े गए हैं। इनमें राकेश कुमार यादव मधुबनी (बिहार) का रहने वाला है।ॉ
एडवांस में लेते हैं 20 से 25 हजार
अलीगढ़ में छोटे भाई के स्थान पर परीक्षा देने आया युवक पकड़ा गया। प्रयागराज में एसटीएफ ने तीन लोगों को पकड़ा। आरोपितों ने बताया कि वे भर्ती परीक्षा में अभ्यार्थियों को पास करने का ठेका लेते हैं। 10 से 12 लाख रुपये प्रत्येक अभ्यर्थी से भर्ती होने की दशा में तय करते हैं।
एडवांस में 20 से 25 हजार रुपये ले लेते हैं। परीक्षा में उनका कोई जुगाड़ नहीं रहता था, लेकिन जो अभ्यर्थी पास हो जाता था, उनसे पैसा ले लेते थे। फेल अभ्यर्थी का एडवांस में लिया गया पैसा खर्च बताकर रख लेते थे। इसके अलावा अभ्यर्थियों को फर्जी प्रश्नपत्र, उत्तरकुंजी वाट्सएप पर भेजते थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।