कानपुर-प्रयागराज समेत पांच जिलों में तैनात किए गए CMO, कुल नौ अधिकारियों का तबादला
पांच जिलों में नए मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) की तैनाती की गई है। डॉ. हरिदत्त नेमी को कानपुर डॉ. सुनील तेवतिया को मुजफ्फरनगर डॉ. सुरेन्द्र कुमार सिंह को औरैया डॉ. अशोक कुमार सिंह को श्रावस्ती और डॉ. अरुण कुमार तिवारी को प्रयागराज का सीएमओ बनाया गया है। इनके साथ ही संयुक्त निदेशक ग्रेड के कुल नौ अधिकारियों के तबादले किए गए हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ। पांच जिलों में शनिवार को नए मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) की तैनाती की गई है। डॉ. हरिदत्त नेमी को कानपुर, डॉ. सुनील तेवतिया को मुजफ्फरनगर, डॉ. सुरेन्द्र कुमार सिंह को औरैया, डॉ. अशोक कुमार सिंह को श्रावस्ती और डॉ. अरुण कुमार तिवारी को प्रयागराज का सीएमओ बनाया गया है। वहीं इनके सहित संयुक्त निदेशक ग्रेड के कुल नौ अधिकारियों के तबादले किए हैं।
वहीं अभी तक मुजफ्फरनगर के सीएमओ पद पर तैनात रहे डॉ. महावीर सिंह फौजदार को इसी जिले के जिला अस्पताल में वरिष्ठ परामर्शदाता बनाया गया है। औरैया के सीएमओ रहे डॉ. सुनील कुमार वर्मा को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक, प्रयागराज के सीएमओ डॉ. आशू पांडेय को चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रयागराज मंडल का संयुक्त निदेशक और कानपुर के सीएमओ रहे डॉ. आलोक रंजन को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहारनपुर मंडल का अपर निदेशक बनाया गया है।
वहीं बीते दिनों श्रावस्ती के सीएमओ पद से डॉ. एपी सिंह को निलंबित किया गया था। सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रंजन कुमार की ओर से इनकी तैनाती के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
निहारिका वेंचर्स एंड डेवलपर्स की 2.73 करोड़ की संपत्ति जब्त
वहीं उत्तर प्रदेश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने निवेशकों को रियल एस्टेट की आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर 400 करोड़ रुपये हड़पने वाली निहारिका वेंचर्स एंड डेवलपर्स के संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई शुरु की है। ईडी ने कंपनी संचालकों की 2.73 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
ईडी के अनुसार प्रयागराज स्थित पांच फ्लैट जब्त किए गए हैं। फ्लैट कंपनी के मुख्य संचालक अभिषेक द्विवेदी के अलावा परिवार के ओम प्रकाश द्विवेदी, निहारिका द्विवेदी व राधा रानी के नाम खरीदे गए थे। निहारिका वेंचर्स एंड डेवलपर्स ने लखनऊ, प्रयागराज व नोएडा में आवासीय भूखंड उपलब्ध कराने तथाा निवेश पर हर माह अच्छी रकम की वापसी का झांसा देकर निवेशकों को अपने जाल में फंसाया था। ठगी का शिकार निवेशकों ने अलग-अलग जिलों में कंपनी संचालकों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज कराए थे।
ईडी ने एफआइआर को आधार बनाकर मामले में मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। ईडी की जांच में सामने आया कि निवेशकाें से ठगी गई रकम को विभिन्न कंपनियों के खातों में डायवर्ट कर अन्य कारोबार व संपत्तियों में निवेश किया गया था। संचालकों की कई अन्य संपत्तियां भी चिन्हित की गई हैं। ईडी मामले में आगे की छानबीन कर रहा है। इससे पूर्व प्रयागराज पुलिस ने बीते दिनों मुख्य अारोपित अभिषेक द्विवेदी को गिरफ्तार किया था।
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