'2047 तक विकसित यूपी के लक्ष्यों को हासिल करेगा राज्य', सीएम योगी बोले- युवाओं को करना होगा तैयार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वर्ष 2016-17 के बाद आठ वर्ष में यूपी बीमारु राज्य से देश का ग्रोथ इंजन और देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है तो विकसित उत्तर प्रदेश के विजन-2047 के लक्ष्यों को भी हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि आठ वर्षों में हमने यूपी की निराशा को उत्साह में बदला है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वर्ष 2016-17 के बाद आठ वर्ष में यूपी बीमारु राज्य से देश का ग्रोथ इंजन और देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है तो विकसित उत्तर प्रदेश के विजन-2047 के लक्ष्यों को भी हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि आठ वर्षों में हमने यूपी की निराशा को उत्साह में बदला है। हमें अपने युवाओं को तैयार करना होगा। उन्होंने आह्वान किया है कि ‘आइए मिलकर तय करें भारत और यूपी का भविष्य।’
बुधवार को लोकभवन में समर्थ उत्तर प्रदेश
उन्होंने कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प का हिस्सा है। इस अभियान में 25 करोड़ जनता को भागीदार बनाना है। प्रबुद्धजनों का सहयोग युवाओं को जागरूक करने और आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण होगा। रिटायर्ड होने का मतलब टायर्ड होना नहीं है। आपका अनुभव इस अभियान को गति देगा।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। अगर यही गति रही, तो 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य संभव है।
उत्तर प्रदेश के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1947 से 1960 तक यूपी का राष्ट्रीय जीडीपी में योगदान 14 प्रतिशत था, लेकिन वर्ष 2016-17 तक यह घटकर आठ प्रतिशत हो गया और यूपी आठवीं अर्थव्यवस्था बन गया था। बीते आठ वर्षों में हमने निराशा को उत्साह में बदला। आज यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। प्रकृति और परमात्मा की कृपा से यूपी के पास सब कुछ है, बस संकल्प की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016-17 से पहले यूपी बीमारू कहलाता था, लेकिन अब सकारात्मक बदलाव आया है। जीएसडीपी 13 लाख करोड़ से बढ़कर इस वर्ष 35 लाख करोड़ होने जा रही है। प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान का पहला चरण प्रबुद्धजनों के साथ अकादमिक संस्थानों में गोष्ठियों से शुरू होगा। इसके बाद अभियान में केंद्र व प्रदेश के मंत्री सम्मेलनों करेंगे। सांसद, विधायक भी कार्यक्रम करेंगे। हर ग्राम पंचायत और नगर निकाय के वार्ड में संकल्प लिया जाएगा। सुझाव क्यूआर कोड के माध्यम से लिए जाएंगे। सुझाव शार्ट, मीडियम और लांग टर्म प्लानिंग पर आधारित होंगे। उन्होंने कहा कि विकसित उत्तर प्रदेश पर विधानमंडल में 27 घंटे चर्चा हुई, जिसमें सभी दलों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में प्रशासन, पुलिस, वन सेवा, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य,, रेलवे आदि क्षेत्रों से सेवानिवृत्त अधिकारियों व प्रबुद्धजनों ने हिस्सा लिया।इनकी संख्या 400 से अधिक थी।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आज हमारे पास सभी प्रकार के संसाधन हैं। हम और आगे बढ़ेंगे। हम सर्वांगीण विकास का लक्ष्य लेकर चलेंगे। कोई भी देश विकसित पैदा नहीं हुआ है। विकसित होने में वहां के लोगों की भूमिका अहम रही है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि विकसित यूपी के लिए पूरे प्रदेश में विमर्श खड़ा करना है। विकसित भारत बनाने में यूपी बड़ी भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व सूर्य प्रताप शाही, प्रभारी मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रमुख सचिव नियोजन आलोक कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद उपस्थित थे।
पोर्टल बनेगा सुझाव देने का मंच
‘समर्थ उत्तर प्रदेश’ पोर्टल विकसित उत्तर प्रदेश के लिए लोगों को अपने सुझाव देने का मंच प्रदान करेगा। जो 12 प्रमुख सेक्टरों कृषि, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आइटी-टेक्नोलाजी, पर्यटन, नगर व ग्राम्य विकास, आधारभूत संरचना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा व सुशासन पर केंद्रित विजन डॉक्यूमेंट का हिस्सा बनेंगे। विजन डाक्यूमेंट अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति थीम पर आधारित है।
सार्वजनिक स्थलों के साथ ही कॉलेजों में लगाए जाएंगे क्यूआर कोड
सुझाव देने की प्रक्रिया को आसान और सुलभ बनाने के लिए शहरों, गांवों के सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों और कालेजों में क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। लोग इन क्यूआर कोड को स्कैन करके लोग अपने सुझाव सीधे पोर्टल पर दर्ज कर सकेंगे। इसके अलावा ऑनलाइन पोर्टल https://samarthuttarpradesh.up.gov.in के माध्यम से भी लोग अपने विचार और सुझाव साझा कर सकेंगे। उपयोगी और सार्थक सुझावों का विषय विशेषज्ञ और नीति आयोग द्वारा चयनित किया जाएगा। चयनित सुझावों को जिला और प्रदेश स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। सुझाव संकलन के लिए एक माह तक प्रदेश के गांव-गांव, नगर-नगर में चलेगा यह अभियान।
अभियान ऐसे बढ़ेगा आगे
- 400 से अधिक प्रबुद्धजन जनता से फीडबैक लेने जिलों में जाएंगे।
- पंचायत व ब्लॉक स्तर पर होंगी गोष्ठियां।
- स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय एवं तकनीकी संस्थान में होंगी गोष्ठियां।
- पांच सितंबर से पांच अक्टूबर 2025 तक चलेगा महाअभियान।
- जिलों व शासन स्तर पर नोडल अधिकारी होंगे नियुक्त।
- जनपद भ्रमण के बाद प्रबुद्धजन नियोजन विभाग को सौंपेंगे रिपोर्ट।
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