सीएम योगी ने अमित शाह समेत इनको दिया महाकुंभ का निमंत्रण, पूर्व राष्ट्रपति से की उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उन्हें महाकुंभ-2025 का निमंत्रण दिया। महाकुंभ की तैयारियों के तहत संगम के बीच जल पुलिस का कंट्रोल रूम बनाया जाएगा जिसमें अत्याधुनिक उपकरण और गोताखोर तैनात होंगे। स्नानार्थियों की सुरक्षा के लिए वाटर स्कूटर वाटर एंबुलेंस और बाढ़ राहत पीएसी समेत एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें तैनात की जाएंगी।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भेंट कर उन्हें महाकुंभ-2025 में आने का निमंत्रण दिया। योगी ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की और महाकुंभ के लिए आमंत्रित किया।
इसके अलावा यूपी सदन में मिजोरम के राज्यपाल जनरल वीके सिंह से शिष्टाचार भेंट की और उन्हें महाकुंभ में आने का निमंत्रण दिया। योगी ने सभी को महाकुंभ-2025 प्रयागराज का लोगो, कलश, महाकुंभ से जुड़ा साहित्य, नववर्ष का कैलेंडर व डायरी भेंट की। महाकुंभ की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। राज्य सरकार महाकुंभ का विश्वस्तर पर प्रचार-प्रसार कर रही है।
संगम के बीच में बनेगा जल पुलिस का कंट्रोल रूम
दिव्य, भव्य और सुरक्षित महाकुंभ में स्नानार्थियों की सुरक्षा व सुविधा के लिए संगम के बीच में जल पुलिस का कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। यहां प्रशिक्षित गोताखोर के साथ ही अत्याधुनिक असलहे और दूरबीन से लैस जवान तैनात रहेंगे। वह पूरे जल क्षेत्र में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। इसके अलावा वाटर स्कूटर जल क्षेत्र के माहौल को संभालेगा।
आपात स्थिति के लिए वाटर एंबुलेंस की भी तैनाती की जाएगी, ताकि समय पर मदद मुहैय्या कराई जा सके। इस बार महाकुंभ का कुल क्षेत्रफल 12 किलोमीटर है। करीब 45 दिनों के मेले में लगभग 45 करोड़ देशी-विदेशी श्रद्धालु, स्नानार्थी, कल्पवासी और पर्यटक आएंगे। अधिकांश श्रद्धालु संगम नोज और गंगा के दूसरे घाटों पर स्नान करेंगे।

ऐसे में स्नान के दौरान किसी श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो इसके लिए जल पुलिस की ओर से सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। अगर किसी घाट अथवा पानी में कोई गतिविधि होती है तो उसकी जानकारी कंट्रोल रूम को मिलेगी। कंट्रोल रूम के जरिए जल क्षेत्र में पेट्रोलिंग करने वाली टीम को अलर्ट किया जाएगा और वह तत्काल मौके पर पहुंचकर मदद करेगी।
अधिकारियों का कहना है कि वाटर स्कूटर करीब 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पानी में चल सकेगा। यह स्कूटर केवल गोताखोर, जल पुलिस और दूसरे सुरक्षाकर्मियों के लिए होगी। पानी में किसी श्रद्धालु के साथ कोई हादसा होने की दशा में तत्काल वाटर एंबुलेंस के जरिए मदद पहुंचाई जाएगी।
10 कंपनी बाढ़ राहत पीएसी की तैनाती
स्नानार्थियों की सुरक्षा के लिए 10 कंपनी (फ्लड) बाढ़ राहत पीएसी तैनात रहेगी। इसके अलावा दो कंपनी एनडीआरएफ, दो कंपनी एसडीआरएफ, 80 प्रशिक्षित गोताखोर भी पूरे मेला क्षेत्र में मुस्तैद रहेंगे। करीब 12 किलोमीटर की परिधि में आठ जेटी बनाई जाएगी, जहां से जल पुलिस के जवान अलग-अलग क्षेत्र में भ्रमण करते रहेंगे। किला घाट से संगम के बीच चप्पू नाव के संचालन के लिए वाटर बैरिकेडिंग भी की गई है।
स्नानार्थियों की सुरक्षा व सुविधा को लेकर सभी इंतजाम किए गए हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मैन पावर और संसाधन के इस्तेमाल को लेकर रूपरेखा बनाई गई है, ताकि कोई असुविधा न हो। -जनार्दन साहनी, प्रभारी जल पुलिस

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