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    योगीराज में अब तक अतीक समेत 17 माफियाओं का ढहाया गया किला, 1500 करोड़ रुपये का साम्राज्य ध्वस्त

    By Jagran NewsEdited By: Narender Sanwariya
    Updated: Wed, 29 Mar 2023 07:27 AM (IST)

    CM Yogi News माफिया अतीक अहमद को पहली बार सजा सुनाए जाने के बाद योगी सरकार का इंटरनेट मीडिया पर डंका बजा। टि्वटर पर हैशटैग योगी है तो यकीन छा गया। घंट ...और पढ़ें

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    योगी राज में अब तक अतीक समेत 17 माफियाओं का ढहाया गया किला, तोड़ा 1500 करोड़ रुपये का साम्राज्य

    लखनऊ, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में बीते छह वर्षों में अपराधियों व भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टालरेंस की नीति के तहत बढ़ाए जा रहे कदमों के सार्थक परिणाम एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। महिला अपराध में दोषियों को रिकार्ड सजा दिलाने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के चिह्नित 66 माफिया व उनके सहयोगियों के विरुद्ध अभियान के तहत कार्रवाई हो रही है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि चिह्नित माफिया के विरुद्ध हो रही कार्रवाई की मानीटरिंग के लिए एंटी माफिया टास्क फोर्स गठित की गई है।

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    डीजीपी के नेतृत्व में टास्क फोर्स सभी कार्रवाई की लगातार समीक्षा कर रही है। इसका परिणाम है कि बीते 44 वर्षों में माफिया अतीक अहमद को पहली बार कोर्ट ने सजा सुनाई है। ऐसे ही माफिया मुख्तार अंसारी व विजय मिश्रा समेत अन्य को भी सजा सुनिश्चित कराई गई है। बीते छह वर्षों में पुलिस की प्रभावी पैरवी से अब तक 32 मामलों में 17 माफिया व उनके 31 सहयोगियों को सजा सुनिश्चित कराने में कामयाबी मिली है। चिह्नित माफिया की 2827 करोड़ रुपये की अपराध से जुटाई गई संपत्ति जब्त व ध्वस्त की गई है। इसके अलावा माफिया के ठेके-पट्टे निरस्त कराकर उनके 1500 करोड़ का आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। यूपी पुलिस ने बिना क्षेत्र, जाति व धर्म को देखे निष्पक्ष रूप से माफिया को चिह्नित किया है। माफिया के विरुद्ध कार्रवाई में यूपी पुलिस का हर सिपाही से लेकर अधिकारी तक पूरी तत्परता से खड़ा है। माफिया के साम्राज्य को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा।

    गावाही सुनिश्चित कराने पर जोर

    एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय का कहना है कि माफिया व अपराधियों के विरुद्ध तय रणनीति के तहत कदम बढ़ाए जा रहे हैं। अभियान के तहत आरोप तय कराने, समन की तामील कराने, गवाहों को कोर्ट में प्रस्तुत कराने व गवाहों का परीक्षण सुनिश्चित कराया जा रहा है। इसके सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं।

    इंटरनेट मीडिया पर छाया हैशटैग 'योगी है तो यकीन है"

    माफिया अतीक अहमद को पहली बार सजा सुनाए जाने के बाद योगी सरकार का इंटरनेट मीडिया पर डंका बजा। टि्वटर पर हैशटैग 'योगी है तो यकीन' छा गया। घंटों तक यह हैशटैग नंबर वन पर ट्रेंड करता रहा। प्रशंसकों ने तरह-तरह से अपनी प्रतिक्रिया दी। एक प्रशंसक ने लिखा कि 'महाराज जी गुंडों के लिए काल हैं'। एक अन्य प्रशंसक ने लिखा कि 'मुख्यमंत्री योगीजी कुछ कहते हैं तो उस पर तुरंत कार्य शुरू कर देते हैं। बोला था, 'मिट्टी में मिला दूंगा, आज अतीक अहमद को उम्र कैद हो गई'। एक प्रशंसक ने लिखा कि 'अतीक को सजा ने साबित कर दिया कि कानून से ऊपर कोई नहीं है'। 20 हजार से अधिक लोगों ने इस हैशटैग का प्रयोग करते हुए ट्वीट किए। इससे 35 हजार से अधिक लोग जुड़े।