Yogi Adityanath : सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिया एक ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य, माना जा रहा अत्यंत चुनौतीपूर्ण
Tough Challenge In Front Of CM Yogi Adityanath मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसी भी बड़े काम को मिशन मोड यानी चुनौती के रूप में लेते हैं। अब उनके सामने पांच वर्ष में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का आकार चार गुणा करने की बड़ी चुनौती है।

लखनऊ, जेएनएन। किसी भी कार्य को लेकर लक्ष्य निर्धारण के बाद उसको प्रारंभ करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डालर (करीब दस खरब रुपया) करने का बड़ा काम लिया है। उनका लक्ष्य उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पांच वर्ष में दोगुना करने का है। वर्तमान आर्थिक संकेतकों और अर्थव्यवस्था की मौजूदा रफ्तार को देखते हुए यह लक्ष्य हासिल कर पाना बेहद चुनौतीपूर्ण है। अब देखना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसको पाने के लिए क्या- क्या जतन करते हैं। होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसी भी बड़े काम को मिशन मोड यानी चुनौती के रूप में लेते हैं। चाहे वह कोरोना वायरस संक्रमण में उत्तर प्रदेश के हर नागरिक को सुरक्षित करने का हो या फिर प्रदेश की कानून-व्यवस्था और कोरोना वैक्सीनेशन। इन सभी बड़े अभियान में वह सफल भी रहे हैं। अब उनके सामने पांच वर्ष में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का आकार चार गुणा करने की बड़ी चुनौती है।
राज्य सरकार कर रही सारे जतन
उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वर्ष 2027 तक एक ट्रिलियन (10 खरब) डालर का आकार देने के लिए राज्य सरकार सारे जतन कर रही है। इस लक्ष्य को हासिल करने का रोडमैप तैयार करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने कंसल्टेंट चयन पर मुहर लगा दी है। कंसल्टेंट की ओर से पांच माह बाद दी जाने वाली रिपोर्ट पर राज्य के नीति नियंताओं की निगाहें बेशक लगी हैं लेकिन वर्तमान आर्थिक संकेतकों और अर्थव्यवस्था की मौजूदा रफ्तार को देखते हुए यह लक्ष्य हासिल कर पाना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। प्रदेश में एक ट्रिलियन डालर का आकार हासिल करने के लिए सूबे की अर्थव्यवस्था को अगले पांच वर्षों में चार गुणा बनाना होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आह्वान किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन (50 खरब) डालर के बराबर पहुंचाने का आह्वान किया है। इस राष्ट्रीय लक्ष्य के संदर्भ में योगी आदित्यनाथसरकार ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को अगले पांच वर्ष में एक ट्रिलियन डालर का आकार देने का लक्ष्य तय किया है। नियोजन विभाग के अर्थ एवं संख्या प्रभाग के मुताबिक वर्ष 2020-21 में उप्र की अर्थव्यवस्था का आकार 17,17,505 करोड़ रुपये अनुमानित है। वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में प्रदेश का राज्य सकल घरेलू उत्पाद 20,48,234 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया है। इस आधार पर वर्तमान में प्रदेश की अर्थव्यवस्था का आकार महज 0.25 ट्रिलियन डालर है। देश की अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 8.7 प्रतिशत है। नियोजन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2017-20 के दौरान प्रदेश की आर्थिक विकास दर क्रमश: 4.4, 4.3 और 3.3 प्रतिशत रही जबकि कोरोना काल के दौरान 2020-21 में यह -4.2 प्रतिशत (ऋणात्मक) हो गई। इन परिस्थितियों में आगामी पांच वर्षों में एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण होगा।
वरिष्ठ अर्थशास्त्री और गिरि विकास अध्ययन संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो.एके ङ्क्षसह के मुताबिक अर्थव्यवस्था को पांच वर्षों में दोगुणा करने के लिए ही 14.5 प्रतिशत की सतत आर्थिक विकास दर जरूरी है। इस दर को हासिल करने के लिए सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 60 प्रतिशत हिस्सा निवेश होना चाहिए जो अभी 17 प्रतिशत है।
उप्र का सकल घरेलू उत्पाद (करोड़ रुपये)
2017-18 - 14,39,706
2018-19 - 15,82,853
2019-20 - 17,10,496
2020-21 - 17,17,505
उप्र की प्रति व्यक्ति आय (रुपये)
2017-18 - 57,944
2018-19 - 62,380
2019-20 - 66,136
2020-21 - 65,338
उप्र की आर्थिक विकास दर (प्रतिशत वृद्धि)
2017-18 : 4.4
2018-19 : 4.3
2019-20 : 3.3
2020-21 : 4.2
नोट- आधार वर्ष 2011-12 पर 2019-20 के अनंतिम व 2020-21 के त्वरित अनुमान।
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