'गुरु तेग बहादुर ने दिया धर्म के प्रति समर्पण का संदेश', लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में बोले सीएम योगी
सिखों के नवें गुरु तेग बहादुर के 350 वें शहीदी दिवस समारोह शामिल हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने धर्म के प्रति समर्पण का संदेश देकर अपना शीश कटवा दिया। उनका बलिदान देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के काम आया। सिख गुरुओं की वजह से ही आक्रांताओं के मंसूबे काम नहीं आ सके।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। सिखों के नवें गुरु तेग बहादुर के 350 वें शहीदी दिवस समारोह शामिल हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने धर्म के प्रति समर्पण का संदेश देकर अपना शीश कटवा दिया। उनका बलिदान देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के काम आया। सिख गुरुओं की वजह से ही आक्रांताओं के मंसूबे काम नहीं आ सके।
डीएवी कॉलेज मैदान में आयोजित समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने गुरु ग्रंथ साहिब के आगे मत्था टेका। मुख्यमंत्री ने कहा प्रेरणा का प्रतीक भगवा सभी को सदैव धर्म की रक्षा करने की प्रेरणा देता रहेगा।
सिखों के पहले गुरु नानक देव ने 1510 से 1515 के बीच अयोध्या का दौरा किया तो बाबर ने मंदिर को क्षतिग्रस्त करने का काम किया। बाबर को जाबर कहने की हिम्मत उन्होंने दिखाई। गुरु तेग बहादुर ने धर्म की रक्षा के लिए कश्मीरी पंडितों के आग्रह पर अपना शीश कटवा दिया। उनके पुत्र गुरु गोबिंद सिंह महाराज और उनके चार साहि बजादो का बलिदान हमें सिख समाज के गुरुओं द्वारा सनातन धर्म की रक्षा करने में उनके बलिदान को दर्शाता है। डबल इंजन की सरकार सदैव गुरुओं के सम्मान के लिए कार्य करती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोबिद सिंह के चार साहबजादो के बलिदान दिवस को मनाने के लिए 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित कर उनको सम्मान दिया है। आयोजन में कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख , अल्पसंख्यक कल्याण राज्य दानिश आजाद अंसारी, भाजपा नेता नीरज सिंह व अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य परविंदर सिंह के अलावा डा .गुरमीत सिंह, डा .अमरजोत सिंह समेत सिख समाज के लोग शामिल हुए।

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