UP Startup: सीएम योगी ने दिए यूपी इनोवेशन फंड के गठन के निर्देश, स्टार्टअप के लिए नहीं होगी पूंजी की कमी
UP Startup उत्तर प्रदेश में युवाओं को अब स्टार्टअप के लिए पूंजी की कमी नहीं होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी इनोवेशन फंड के गठन का निर्देश दिया है। इनोवेशन फंड करीब 4000 करोड़ से शुरु होगा और पूंजी की कमी को दूर करेगा।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Startup In UP उत्तर प्रदेश के युवाओं के सफल स्टार्टअप (Startup) माडल को अब पूंजी की कमी से जूझना नहीं पड़ेगा। प्रदेश सरकार इनोवेशन फंड के माध्यम से प्रतिभावान युवाओं के स्टार्टअप का वित्त पोषण करेगी। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) स्टार्टअप योजनाओं की बेहतरी और युवाओं की आवश्यकता को देखते हुए प्रदेश में ‘इनोवेशन फंड’ के गठन के निर्देश दिए हैं।
4,000 करोड़ रुपये से शुरु होगा यूपी इनोवेशन फंड
- सीएम योगी ने उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने ‘इनोवेशन फंड’ के गठन का निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे स्टार्टअप जिनके केंद्र में उत्तर प्रदेश हो, उन्हें इस फंड से लाभांवित किया जाए।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी इनोवेशन फंड स्टार्टअप को उनके शुरुआती चरण में वित्तपोषण में सहायता प्रदान करेगा। इनोवेशन फंड में सरकार के वित्तीय योगदान के साथ ही, प्राइवेट सेक्टर से भी सहयोग लिया जाए।
- यह इवेस्टमेंट फंड लगभग 4,000 करोड़ रुपये के साथ प्रारंभ किया जाए। कहा, युवाओं की अभिनव सोच, रचनात्मक दृष्टिकोण हाल के वर्षों में स्टार्टअप के रूप में सफल बिजनेस माडल के तौर पर देखने को मिले हैं।
- आइटी, कम्प्यूटर, शिक्षा, कृषि, चिकित्सा, उद्योग, ई-कामर्स सहित अनेक क्षेत्रों में शानदार स्टार्टअप देखने को मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की इनोवेटिव सोच को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ ‘स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया’ योजना के शानदार परिणाम सामने आए हैं।
- वर्ष 2016 में राष्ट्रीय स्तर पर उत्तर प्रदेश के मात्र 26 स्टार्टअप पंजीकृत थे, आज वर्ष 2022 में 6,654 स्टार्टअप सफलता की ओर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि शोध और नवाचारी कार्यों का पेटेंट कराए जाने की आवश्यकता है।
वर्तमान में पेटेंट को लेकर जागरूकता का अभाव है। इस दिशा में विशेष प्रयास की आवश्यकता है। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य अवनीश कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव वित्त प्रशांत त्रिवेदी, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास विभाग अरविंद कुमार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद सहित सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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