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    CM Yogi Adityanath: दीपावली से पहले विद्यार्थियों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया छात्रवृति का उपहार

    By Dharmendra PandeyEdited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Fri, 17 Oct 2025 02:04 PM (IST)

    Deepawali Gift to Students By CM Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बच्चे नियमित रूप से स्कूल जाएंगे और पूरी लगन से पढ़ाई करेंगे, वे समाज की तस्वीर बदलने की भूमिका में रहेंगे। सरकार की योजनाएं बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों तक पहुंच रही हैं। 

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    शुक्रवार को लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: दीपावली से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 10.28 लाख विद्यार्थियों को बड़ी सौगात दी। लोकभवन में आयोजित समारोह में 297.95 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से विद्यार्थियों के खातों में भेजी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है, बस नियमित पढ़ाई और मेहनत से विद्यार्थी समाज को नई दिशा दे सकते हैं।

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    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को यह छात्रवृत्ति पूर्वदशम एवं दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत दी। कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से चयनित विद्यार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से छात्रवृत्ति गई, जबकि शेष विद्यार्थियों के खातों में राशि सीधे हस्तांतरित की गई।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि हमारी सरकार 62 लाख से भी अधिक छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप प्रदान कर रही है। जिससे कि यह अपने अभियान में किसी भी बात कि चिंता करे बिना आगे बढ़ते रहें। अपनी मंजिल को प्राप्त कर अपने माता-पिता, जिले, प्रदेश और देश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि पहले छात्र-छात्राओं समय से स्कॉलरशिप नहीं मिलती थी। पहले स्कॉलरशिप हड़प ली जाती थी, लेकिन अब पैसा सीधे खाते में जाता है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बच्चे नियमित रूप से स्कूल जाएंगे और पूरी लगन से पढ़ाई करेंगे, वे समाज की तस्वीर बदलने की भूमिका में रहेंगे। सरकार की योजनाएं बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों तक पहुंच रही हैं। इसी का परिणाम है कि देश के 25 करोड़ और उत्तर प्रदेश के छह करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने में सफलता मिली है।

    कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कुछ बच्चों को मंच पर छात्रवृत्ति प्रमाणपत्र भी वितरित किए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016-17 तक 46 लाख बच्चों को छात्रवृत्ति मिलती थी, जबकि अब यह संख्या बढ़कर 62 लाख हो गई है। डीबीटी प्रणाली से अब छात्रों के खाते में सीधे पैसा पहुंच रहा है, जिससे गड़बड़ियों की पूरी तरह समाप्ति हुई है। आज सरकार की मंशा साफ है हर पात्र छात्र को पारदर्शी तरीके से समय पर छात्रवृत्ति मिले, किसी को सिफारिश की जरूरत न पड़े। जो विद्यार्थी पिछले वर्ष छात्रवृत्ति से वंचित रह गए थे, उनके लिए पोर्टल फिर से खोला गया है। उन्हें भी एक विशेष कार्यक्रम में लाभ दिया जाएगा।

    योगी ने कहा कि 2016-17 से पहले की सरकारों में एससी-एसटी छात्रों की छात्रवृत्ति रोक ली गई थी, लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद वह राशि भी जारी की। अब किसी छात्र के साथ भेदभाव या खिलवाड़ की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि आज पैसों की कोई कमी नहीं है, बस इच्छाशक्ति और ईमानदारी जरूरी है।

    मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रमिकों के बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किए गए हैं, जहां विश्वस्तरीय शिक्षा, आवास और भोजन की सुविधाएं मुफ्त दी जा रही हैं। एससी छात्रों के लिए आश्रम विद्यालय और बालिकाओं के लिए कस्तूरबा विद्यालय संचालित हैं, जहां 12वीं तक मुफ्त शिक्षा और रहने की व्यवस्था है। अभ्युदय योजना के तहत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को भी लाभ दिया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने आज 10 लाख 28 हजार 205 विद्यार्थियों के खाते में 126 करोड़ 69 लाख की राशि ट्रांसफर की है। हमारी सरकार ने अब तक दो बार स्कॉलरशिप बांटी है। उन्होंने कहा कि हम तो पीएम नरेन्द्र मोदी के विजन को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार को हर कार्य में पारदर्शी होना जरूरी है। हमारी सरकार ने भी छात्र-छात्राओं के साथ कोई भेदभाव नहीं किया है। उनको स्कॉलरशिप देकर मजबूत करने का काम किया है। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि आज यूपी छात्रवृत्ति वितरण में देश में प्रथम स्थान पर है। यह प्रणाली तकनीक की मदद से और भी बेहतर बनाई जा रही है।

    समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा कि पिछली सरकारों में छात्रवृत्ति वितरण में घोटाले होते थे, लेकिन अब यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है। अब तो यहां चोरी बंद है, ताले लग गए हैं। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी और अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण राज्य मंत्री संजीव गोंड ने भी अपने विचार व्यक्त किए। छात्रवृत्ति पाने वाले दो विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए।

    बाल निकुंज इंटर कालेज की कक्षा नौ की छात्रा अंशिका वर्मा ने कहा कि छात्रवृत्ति मिलने से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने जो भरोसा मुझ पर जताया है, मैं पूरी मेहनत से पढ़ाई कर उस पर खरा उतरने की कोशिश करूंगी। वहीं, राजकीय जुबली इंटर कॉलेज के छात्र ऋषभ देव ने बताया कि छात्रवृत्ति की सहायता से उन्हें अपनी पढ़ाई आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिलेगी।