CM योगी आदित्यनाथ की अपील को सोशल मीडिया पर जबरदस्त समर्थन, ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में छाया स्वच्छ सुरक्षित छठ
Chhath Puja 2022 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता से भी छठ पर्व पर घाटों की साफ सफाई को लेकर अपील की है। अफसरों को भी निर्देश दिये हैं कि पर्व की समाप्ति के बाद सभी घाटों पर स्वच्छता अभियान चलाया जाए। इस अपील का जबरदस्त समर्थन मिला है।

UP News: लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की ओर से स्वच्छ और सुरक्षित छठ पर्व (Chhath Puja 2022) मनाने की अपील को सोशल मीडिया पर जबरदस्त समर्थन मिला है। पहली बार सुरक्षा के साथ ही छठ पर्व पर स्वच्छता की अपील को इंटरनेट यूजर्स ने हाथो हाथ लिया है। सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर रविवार को हैशटैग स्वच्छ सुरक्षित छठ (Clean Safe Chhath) जमकर ट्रेंड हुआ है।
21 करोड़ यूजर्स तक पहुंचा सीएम योगी का संदेश
हैशटैग स्वच्छ सुरक्षित छठ टॉप ट्रेंड में नंबर वन पर बना रहा। इस दौरान 21.3 करोड़ लोगों तक ये हैशटैग पहुंचा। वहीं तकरीबन 11 हजार लोगों ने इस हैशटैग के साथ अपनी भावनाओं को पोस्ट किया। लगभग 18 हजार लोगों ने इस हैशटैग से जुड़कर लाइक, रिप्लाई और रीट्वीट किया।
यूपी के छठ घाटों पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के सभी छठ घाटों पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा उनकी ओर से घाटों की सफाई को लेकर भी विस्तृत दिशा निर्देश दिये गये हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से भी छठपर्व के बाद घाटों की साफ सफाई को लेकर अपील की है और अफसरों को भी निर्देश दिये हैं कि पर्व की समाप्ति के बाद सभी घाटों पर स्वच्छता अभियान चलाया जाए। मुख्यमंत्री खुद भी रविवार शाम राजधानी के लक्ष्मण मेला मैदान में छठ पर्व के दौरान मौजूद रहे।
छठ पर्व की तैयारियों को लेकर दिए कड़े निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वर्ष ‘स्वच्छ और सुरक्षित छठ’ के संदेश के साथ लोगों की आवश्यकताओं के अनुसार सभी प्रबंध किए जाने का निर्देश दिया है। कहा कि 30 व 31 अक्टूबर को लोकआस्था का महापर्व ‘छठ’ मनाया जाना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश व बिहार में इस पर्व की विशिष्ट परंपरा रही है। प्रयास होना चाहिए कि सभी व्रतधारी श्रद्धालुजनों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध हों। कहा कि छठ पर्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की परिवार के साथ सहभागिता होती है। ऐसे में नदी घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, पार्किंग, मोबाइल टायलेट, पेयजल समेत जनसुविधाओं के सभी प्रबंध किए जाएं। स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रबंध सुनिश्चित कराए जाएं।
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