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UP Police Smriti Diwas: प्राणों की आहुति देने वालों के स्‍वजनों का हुआ सम्‍मान, सीएम ने द‍िया मदद का आश्वासन

UP Police Smriti Diwas पुलिस स्मृति दिवस पर सीएम योगी ने रिजर्व पुलिस लाइन में शहीद की वीरांगनाओं को सम्मानित किया। परिवार को बंधाया ढांढस हर मदद का आश्वासन बच्चों को आशीष दे लगाया दुलार और दी टाफियां।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 03:27 PM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 03:27 PM (IST)
UP Police Smriti Diwas: प्राणों की आहुति देने वालों के स्‍वजनों का हुआ सम्‍मान, सीएम ने द‍िया मदद का आश्वासन
शहीद प्रशांत के बेटे रुद्रांश और देवेंद्र की बेटी वैष्णवी को सीएम योगी ने टाफियां दीं।

लखनऊ, [सौरभ शुक्ला]। रिजर्व पुलिस लाइन में गुरुवार सुबह कर्तव्य की वेदी पर प्राणों की आहुति देने वाले दारोगा प्रशांत यादव, सिपाही सोनू कुमार, देवेंद्र और हरविंद्र समेत अन्य शहीदों को सीएम योगी और तमाम अफसर नमन कर श्रृद्धांजलि दे रहे थे। इस बीच पंडाल में बैठीं चारों शहीदों की पत्नियों और परिवारजन की आंखे नम थीं। उनकी आंखे खाकी में अपनों को खोज रही थीं पर वह तो दूर हो चुके थे। कुछ देर बाद स्मृतिका पर पुष्प चक्र अर्पणकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहीदों के परिवारीजन के पास पहुंचे और सम्मान किया। इस बीच शहीद प्रशांत के बेटे रुद्रांश और देवेंद्र की बेटी वैष्णवी सीएम को निहार रही थी। सीएम योगी ने दोनों को दुलराकर उन्हें ढांढस बंधाते हुए टाफियां दीं तो बच्चों के चेहरे खिल उठे। उन्हें ऐसा लगा जैसे अपनत्व की डोर में सीएम रिश्ता बांधकर जा रहे हों। बच्चों को देख वहां खड़े डीजीपी मुकुल गोयल, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने भी बच्चों के सिर पर हाथ फेरा और सांत्वाना दी।

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खनन माफिया से मोर्चा लेते शहीद हुए थे सोनू कुमार : आगरा जिले के सैंया थाने में तैनात सोनू 24 वर्ष की आयु में बीते साल आठ नवंबर को खनन माफियाओं से मोर्चा लेते हुए शहीद हो गए थे। सोनू मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले थे। जानकारी के मुताबिक खनन माफिया राजस्थान से गाड़ियां लेकर लौट रहे थे। इस बीच दारोगा अमित कुमार के साथ सिपाही सोनू गश्त पर थे। खनन की गाड़ियां देखकर सोनू ने रोकने का प्रयास किया था। तभी ट्रैक्टर ट्राली चला रहे चालक ने सोनू को कुचलकर मार दिया था। सीएम योगी ने उनकी पत्नी प्रिया को सम्मानित किया। प्रिया की शादी दो साल पहले हुई थी। परिवार में सास तुलसा देवी देवर नवनीत है वह सेना में है।

शहीद की बेटी बोली पापा के हत्यारों को दिलाउंगी सजा : कासगंज के सिढपुरा थाने के शहीद सिपाही देवेंद्र सिंह की बेटी वैष्णवी परेड ग्राउंड में एक वर्दी में बड़ी संख्या में अफसरों और पुलिस कर्मियों को देखकर खुश थी। मुख्यमंत्री जब चंचल को सम्मानित कर रहे थें तो वैष्णवी ने एकाएक चंचल से कहा मम्मी मैं भी पुलिस अफसर बनकर पापा की तरह ही वर्दी पहनूंगी और हत्यारों को सजा दिलाउंगी। यह देख पास खड़े पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर ने वैष्णवी के सिर पर हाथ फेरते हुए कहा शाबास बेटा आप पढ़ाई करो अच्छे से हम आपको पुलिस अफसर बनवाएंगे। देवेंद्र को बीती नौ फरवरी को नगला धीमर गांव के पास शराब माफियाओं ने हमला बोलकर मार दिया था।

चार गोलियां लगने के बाद भी भिड़े रहे बदमाशों से हरविंद्र : मैनपुरी में तैनाती के दौरान बीते 20 नवंबर को करहल के पास बदमाशों ने हरविंद्र को घेर लिया था। बदमाशों से हरविंद्र की भिड़ंत हो गई गई थी। इस दौरान बदमाशों ने चार गोलियां हरविंद्र को मार दी थी। इसके बाद भी वह अदम्य साहस का परिचय देते हुए भिड़े रहे। अंत में निढाल होकर गिर गए। उन्हें सैफई स्थित पीजीआइ ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। घटना के समय हरविंद्र वीआइपी ड्यूटी में विधायक के बेटे को घर छोड़कर आ रहे थे। हरविंद्र की पत्नी रचना ने बताया कि आठ साल पहले उनकी शादी हुई थी। परिवार में ससुर प्रीतम सिंह, सास और देवर है।

बेटा हो गया शहीद अब पौत्र के सहारे कटेगा जीवन : परेड ग्राउंड में खाखी में पुलिस कर्मियों को देख शहीद दारोगा प्रशांत यादव की मां गायत्री और पत्नी रेनू की आंखे भर आयीं। गायत्री ने बताया कि प्रशांत उनका इकलौता बेटा था। अब पौत्र रुद्रांश और बहू के सहारे जीवन कटेगा। प्रशांत की बीते 24 मार्च को बदमाशों ने आगरा के खंदौली इलाके में गोली मार कर हत्या कर दी थी। वह मूल रूप से बुलंदशहर के रहने वाले थे।


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