CM आवास योजना को लेकर नया अपडेट, सरकार ने दी 43 करोड़ की बड़ी सौगात; इस वर्ग को मिलेगा खास लाभ
CM Awas Yojna New update मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत स्वीकृत 27538 आवासों के निर्माण कार्य में अब तेजी आने की उम्मीद है। राज्य सरकार ने इनके लिए 43.08 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आइएपी के 5544 और नॉन-आइएपी के 31994 आवासों का निर्माण चल रहा है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत बनाए जा रहे 27538 आवासों का कार्य अब जल्द पूरे की उम्मीद है। बीते वित्तीय वर्ष में स्वीकृत इन आवासों के लिए 43.08 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी गई है। मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण योजना वर्ष 2018 से शुरू की गई थी।
मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वर्ष 2018-19 से लेकर 2024-25 तक 3.51 लाख आवास निर्माण का लक्ष्य निर्धारित है, जो पूरा होने की ओर बढ़ रहा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अनुसूचित जाति वर्ग में इंटीग्रेटेड एक्शन प्लान (आइएपी) के 5544 और नान आइएपी के 31994 आवासों के निर्माण का कार्य चल रहा है।
इतनी राशि बकाया
इन दोनों श्रेणियों के लिए तृतीय किस्त के 37,53,80,000 रुपये की राशि बकाया थी। आइएपी श्रेणी के आवासों के लिए तृतीय किस्त के साथ 5,54,40,000 रुपये की राशि भी शेष थी। इसके चलते कार्य की गति धीमी पड़ी हुई थी। अब इनके लिए 43,08,20,000 की राशि जारी कर दी गई है। आइएपी श्रेणी में आवास योजना के साथ अन्य योजनाओं को भी जोड़कर विकास कार्य कराने, लाभ देने का काम किया जा रहा है।
सासनी तहसील की बिजाहरी ग्रामसभा में बनेगा हाथरस मेडिकल कालेज
हाथरस में प्रस्तावित मेडिकल कालेज का निर्माण आगरा-अलीगढ़ मार्ग पर स्थित दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति संघ लि. सासनी की भूमि पर होगा। यह भूमि सासनी तहसील की ग्रामसभा बिजाहरी में स्थित है। मेडिकल कालेज बन जाने पर हाथरस जिले के लोगों को गंभीर रोगों का इलाज घर के पास ही मिल सकेगा।
इस मेडिकल कालेज से पढ़ाई कर चिकित्सक भी तैयार होंगे। दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति संघ लि. सासनी की भूमि पर मेडिकल कालेज बनाने के लिए भूमि हस्तांतरण के प्रस्ताव पर मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में मुहर लगी।
दुग्ध उत्पादन सहकारी संघ लि. सासनी के परिसर में से 6.675 हेक्टेयर भूमि चिकित्सा शिक्षा विभाग को उसी दर पर जिस लागत पर यह भूमि दुग्ध सहकारी संघ लि. सासनी ने वर्ष 1987 में पुनर्ग्रहित की थी, चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तांतरित की गई है। बता दें कि मौजूदा समय में प्रदेश के 60 जिलों में सरकारी और निजी क्षेत्र के 80 मेडिकल कालेज संचालित हैं। हाथरस जिले में अभी कोई मेडिकल कालेज नहीं था।
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