उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में 720 हेक्टेयर में विकसित होंगे नगर वन, केंद्र ने स्वीकृत किए 28.12 करोड़ रुपये
यूपी की हवा को साफ और स्वच्छ रखने के लिए सरकार एक योजना जुलाई में लांच करने जा रही है। इस योजना के तहत 13 शहरों में कुल 720 हेक्टेयर में यह वन विकसित किए जाएंगे। शहरों में नगर वन के लिए केंद्र ने 28.12 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो । प्रदेश के शहरों की हवा स्वच्छ रखने के लिए सरकार नगर वन व वाटिकाएं बनाने जा रही है। 13 शहरों में कुल 720 हेक्टेयर में यह वन विकसित किए जाएंगे। पहले चरण में केंद्र सरकार ने 25 नगर वन व वाटिकाएं स्वीकृत की हैं।
10 हेक्टेयर तक के क्षेत्रफल में नगर वाटिकाएं व 10 से 50 हेक्टेयर तक के क्षेत्रफल में नगर वन स्थापित होंगे। इसके लिए केंद्र सरकार ने 28.12 करोड रुपये स्वीकृत किए हैं। इसमें से 19.68 करोड़ रुपये की पहली किस्त जिलों को जल्द भेज दी जाएगी। जुलाई के पहले सप्ताह में केंद्र सरकार इस योजना को देश भर में लांच करेगी।
पहले शहरों में नगर वन स्थापित करने के लिए न्यूनतम 50 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होती थी। कई शहरों में इतनी जमीन नहीं मिल पा रही थी। इसलिए अब सरकार ने एक से 10 हेक्टेयर तक छोटी जगह में नगर वाटिकाएं विकसित कराने का निर्णय लिया है। नगर वाटिकाएं नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों वाले नगरों में विकसित हो सकेंगी। वहीं, नगर वन 10 से 50 हेक्टेयर भूमि पर विकसित किए जाएंगे।
योजना के तहत नगरीय निकायों के अलावा निजी भूमि पर भी नगर वाटिकाएं विकसित की जा सकती हैं।नगर वाटिकाओं में स्थानीय जलवायु के अनुरूप फलदार, औषधीय के साथ ही जैव विविधता से परिपूर्ण पौधे लगाए जाएंगे। वन व वाटिकाओं के कुल स्थान के दो तिहाई हिस्से में पौधारोपण और एक तिहाई में न्यूनतम निर्माण करते हुए पार्क, पाथवे, बच्चों के लिए झूले आदि लगाए जाएंगे। कुछ स्थानों पर ओपेन जिम भी बनाए जाएंगे।
केंद्र सरकार चार लाख रुपये प्रति हेक्टेयर एवं अधिकतम दो करोड़ रुपये तक इसमें प्रदान कर रही है।इस योजना के तहत प्रदेश सरकार ने 21 जिलों में कुल 36 नगर वन व वाटिकाएं बनाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था। इसमें से 13 जिलों में 25 नगर वन व वाटिकाएं केंद्र सरकार ने स्वीकृत कर दी हैं। नगर वन व वाटिकाएं 720 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विकसित की जाएंगी। दूसरे चरण के लिए प्रदेश के अन्य जिलों से भी नगर वन व वाटिकाओं के प्रस्ताव मांगें गए हैं।
नगर वन में विकसित होगी : आरोग्य व नक्षत्र वाटिका, नगर वन आरोग्य वाटिका, नक्षत्र वाटिका एवं हरिशंकरी वाटिका बनाई जाएगी। जैव-विविधता के लिए नगर वन में सभी प्रकार के सजावटी पेड़-पौधे, झाड़ियां, बेलदार, औषधीय, पुष्प व फलों के पौधे लगाए जाएंगे।
इन जिलों में स्वीकृत हुए नगर वन व वाटिकाएं : कानपुर, कानपुर देहात, इटावा, रायबरेली, औरैया, हाथरस, गोरखपुर, हरदोई, मुरादाबाद, अमरोहा, झांसी, फिरोजाबाद व आगरा में हवा स्वच्छ रखने के लिए वन और वाटिकाओं का निर्माण होगा।
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