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    यूपी में इस बार गर्मी की छुट्टियों में भी स्कूल जाएंगे बच्चे! वजह जानकर आप भी करेंगे सरकार की तारीफ

    Updated: Tue, 25 Mar 2025 08:43 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 20 मई से 15 जून तक समर कैंप लगाए जाएंगे। ये कैंप प्रातःकालीन पाली में प्रतिदिन डेढ़ घंटे चलेंगे। छात्रों को खेल योग विज्ञान-तकनीक कला-संस्कृति और पर्यावरण जागरूकता जैसी गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। कैंप के लिए 200 करोड़ रुपये खर्च होंगे और बच्चों को मिड-डे मील में पोषक आहार मिलेगा। आसपास के स्कूलों के बच्चे भी इसमें भाग ले सकेंगे।

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    यूपी में इस बार गर्मी की छुट्टियों में भी स्कूल जाएंगे बच्चे! - प्रतीकात्मक तस्वीर।

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियों में समर कैंप लगाए जाएंगे। 20 मई से 15 जून के बीच विद्यालयों में यह कैंप लगाए जाएंगे। गर्मी को देखते हुए यह प्रात:कालीन पाली में प्रतिदिन डेढ़ घंटे यह कैंप चलाए जाएंगे।

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    सभी ब्लाक के चुनिंदा परिषदीय विद्यालयों में ही इन्हें लगाया जाएगा। सभी जिलों में खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) और बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) विद्यालयों में यह कैंप लगाने में सहयोग करेंगे।

    बच्चों की प्रतिभा को निखारने की तैयारी

    सरकारी स्कूल के विद्यार्थी भी पढ़ाई के साथ-साथ खेल व अन्य गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारा जाएगा। विद्यार्थियों को जीवन कौशल, व्यक्तित्व विकास, योग, खेलकूद, विज्ञान-तकनीक आधारित प्रयोग, कला-सांस्कृतिक कार्यक्रम और पर्यावरण जागरूकता जैसे विषय शामिल होंगे।

    विद्यालयों में समर कैंप लगाने के लिए करीब 200 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी। वहीं जिन स्कूलों में समर कैंप लगेगा वहां विद्यार्थियों को मिड डे मील में पोषक खाद्य सामग्री दी जाएगी। गुड की चिक्की, बाजरे का लड्डू और गुड-चना आदि दिया जाएगा।

    इन स्कूलों में आसपास के विद्यालयों के बच्चों को भी समर कैंप में आने का अवसर दिया जाएगा। प्रत्येक जिले में विद्यार्थियों को रचनात्मक गतिविधियां कराने में शिक्षकों के साथ शिक्षामित्र व अनुदेशकों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी।

    निजी स्कूलों में खाली रह जाएंगी मुफ्त दाखिले की 4,17,390 सीटें

    शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत निजी स्कूलों में प्री-प्राइमरी व कक्षा एक में मुफ्त दाखिले के लिए चौथे व अंतिम चरण में आवेदन करने वाले 46,526 बच्चों में से 28,204 बच्चों को सीटें आवंटित की गईं। अभी तक कुल 1,85,675 सीटें गरीब परिवार के बच्चों को मुफ्त दाखिले के लिए आवंटित की गई हैं।

    62,871 निजी स्कूलों में कुल 6,03,065 सीटें हैं। ऐसे में 4,17,390 सीटें इस वर्ष खाली रह जाएंगी। फिर भी बीते चार वर्षों में प्रवेश का ग्राफ बढ़ा है। वर्ष 2025-26 में कुल 3,34,953 आवेदन फार्म आए और इसमें से सत्यापन के बाद 2,52,269 फार्म स्वीकार किए गए और 1,85,675 बच्चों को सीटें आवंटित की गईं।

    बीते वर्ष 2024-25 में 1,65,544, वर्ष 2023-24 में 1,34,718 और वर्ष 2022-23 में 1,24,648 बच्चों को सीटें आवंटित की गईं थी। फिलहाल सख्ती के कारण दाखिले तो बढ़े लेकिन फिर भी पूरी सीटें भर पाना अभी भी दूर की कौड़ी है। कुल सीटों में से इस वर्ष भी मात्र 31 प्रतिशत सीटों पर ही प्रवेश हो पाया।

    वहीं जिलों में होर्डिंग व पोस्टर इत्यादि लगाकर निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले के लिए अभिभावकों को अधिक से अधिक जागरूक किए जाने। वहीं हेल्प डेस्क बनाकर आनलाइन आवेदन फार्म भरवाने के भी निर्देश दिए गए थे। मालूम हो कि प्राइवेट स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटों पर गरीब परिवार के बच्चों को मुफ्त दाखिला देने की व्यवस्था है।