महाकुंभ हादसे को लेकर भावुक हुए मुख्यमंत्री योगी, रुंधे गले से बोले- घटना दुखद और मर्माहत करने वाली
Mahakumbh Accident News - महाकुंभ में हुए दर्दनाक हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए और उन्होंने घटना को दुखद और मर्माहत करने वाला बताया। उन्होंने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने का अनुरोध किया और कहा कि प्रशासन उनकी सेवा के लिए लगा है और सरकार मजबूती के साथ हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तत्पर है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। महाकुंभ में हुए दर्दनाक हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए। बोलते-बोलते उनका गला भर आया और आंखों से आंसू भी भी आ गए। रुंधे गले से बोले, ‘घटना दुखद है, मर्माहत करने वाली है।’
कुछ क्षण मौन रहने के बाद उन्होंने अपने आपको संभाला और बोले, ‘उन सभी परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है जिन्होंने अपनों को खोया है। हम लोग रात से ही लगातार प्रशासन के संपर्क में हैं।
मेला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जितनी भी व्यवस्थाएं हो सकती थीं, उन सभी को वहां पर तैनात किया गया है। जो भी बेहतर हो सकता है उसे करने का प्रयास किया गया।’
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अफवाहों पर ध्यान न देने का किया था अनुरोध
इससे पहले बुधवार सुबह मुख्यमंत्री ने मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज में संगम तट पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सभी से संयम से काम लेने की अपील की थी।
श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने का अनुरोध किया था। कहा कि यह आयोजन सभी लोगों का है। प्रशासन उनकी सेवा के लिए लगा है। सरकार मजबूती के साथ हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तत्पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ में स्थिति नियंत्रण में है, किंतु भीड़ का भारी दबाव बना हुआ है। दुर्घटना के समय प्रयागराज में लगभग आठ से 10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने अपील की कि आवश्यक नहीं है कि श्रद्धालु संगम नोज की तरफ ही आएं। 15-20 किलोमीटर के दायरे में अस्थायी घाट बनाए गए हैं, आप जहां पर हैं वहीं पर स्नान कर लें।
प्रधानमंत्री लेते रहे मुख्यमंत्री से श्रद्धालुओं का हालचाल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मुख्यमंत्री से फोन पर घटनाक्रम की जानकारी और श्रद्धालुओं का हालचाल लेते रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री को चार बार फोन पर बात कर श्रद्धालुओं का हालचाल लिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी सुबह से ही श्रद्धालुओं के बारे में लगातार जानकारी लेते रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई केंद्रीय मंत्रियों व रेल मंत्री से भी बात हुई है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का भी समन्वय, आवश्यक दिशा-निर्देश व मार्गदर्शन मिलता रहा।

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