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    Chhath Puja 2025: लखनऊ में बारिश के बावजूद घाट पर पहुंचीं व्रती महिलाएं, उदीयमान सूर्य को दिया अर्घ्य

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 06:01 PM (IST)

    लखनऊ में, बारिश के बावजूद, व्रती महिलाओं ने घाटों पर पहुंचकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। सुबह लगभग 5:30 बजे हल्की बारिश होने पर घाटों पर व्रतियों की भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाओं ने सूप में पूजन सामग्री के साथ पानी में खड़ी होकर सूर्य देव को जल अर्पित किया और परिवार की समृद्धि की कामना की।

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    प्रतीकात्मक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, लखनऊ। बारिश के बावजूद व्रती महिलाओं ने मंगलवार को घाटों पर पहुंचकर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया। सुबह करीब 5:30 बजे बारिश हल्की होते ही घाटों पर व्रतियों का जमावड़ा लग गया। बादलों की वजह से सूर्य देव भले ही नजर नहीं आए, लेकिन सुबह 6:13 बजे से सूर्योदय के समय से पहले ही महिलाएं सूप में पूजन सामग्री के साथ पानी में खड़ी नजर आईं। पूरब की ओर मुंह कर व्रतियों ने भगवान भाष्कर को दुग्धायुक्त जल से अर्घ्य दिया और पति और परिवार की समृद्धि की कामना की। घर पहुुंच कर प्रसाद वितरण के साथ 36 घंटे के निर्जला व्रत का पारण किया। 

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    बारिश के बावजूद सूर्य की उपासना के लिए गोमती घाटों पर उमड़ा जन सैलाब हमारी आस्था और विश्वास को और समृद्धि प्रदान कर रहा था। समृद्धि के देव भगवान सूर्य की उपासना के लिए सुबह से ही सिर पर टोकरी में विविध प्रकार के पूजन सामग्री के साथ लोग घाटों पर आ रहे थे।

    पति के अंदर जहां पूजन की उत्सुकता नजर आ रही थी तो निर्जला व्रती महिलाएं छठ मइया को समर्पित गीतों का गुलदस्ता पेशकर माहौल को छठ के रंग में रंगने का कार्य कर रही थीं। यह नजारा अकेले लक्ष्मण मेला घाट पर ही नहीं राजधानी के अधिकतर घाटों पर देखने को मिला। लक्ष्मण मेला स्थल के छठ घाट पर आयोजित हुए मुख्य समारोह में सुबह से आने क्रम शुरू हो गया था। बनी सुसोबिता (छठ मइया के प्रतीक) के पास महिलाओं की टोली ने छठी मइया की पूजा की।

    पहले किया स्नान फिर किया ध्यान

    साथी महिलाओं के संग घाट पर आई व्रती महिलाओं ने घाट पर पहले स्नान किया और फिर पानी में खड़े होकर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर समृद्धि की कामना की। सिंघाड़ा, नारियल, फलों के साथ ही सूप, कच्ची हल्दी, मूली व गन्ना समेत पूजन सामग्री को सुसोबिता पर चढ़ाया और विधि विधान से पूजन कर छठी मइया के गीत गाए। केरवा फरेला घवद से ओहे पे सुगा मंडराय..., देवी मइया सुन लो अरजिया हमार और कांचहि बांस की बहंगिया...जैसे छठ गीतों से माहौल छठ मइया की भक्ति से सराबोर हो उठा।

    यहां भी बिखरी छठ की छटा

    कृष्णानगर के मानसनगर के नई पानी की टंकी स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर परिसर में भी गड्ढा खोदकर महिलाओं ने पूजन किया। उदय सिंह व अखिलेश सिंह के संयोजन में आयोजित पूजन में रंजना सिंह, विद्यावती, कलावती व पार्वती देवी समेत कई महिलाओं ने पूजा अर्चना की। खदरा के शिव मंदिर घाट पर धनंजय द्विवेदी के संयोजन में पूजन हुआ। मनकामेश्वर उपवन घाट में महंत देव्यागिरि के सानिध्य में महिलाओं ने सूर्य को अर्घ्य दिया।

    शहीद पथ में मिथिला समाज की ओर से आयोजित पूजन में कई लोग शामिल हुए। पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास पार्षद प्रमोद सिंह के संयोजन में पूजन हुआ। झूलेलाल घाट,कुडिय़ा घाट,कुकरैल बैराज, कृष्णानगर के सहसोवीर मंदिर, महानगर के के साथ ही मवैया समेत रेलवे कालोनियों में भी पूजन किया गया। कानपुर रोड एलडीए कालोनी में सुनीता राय ने छत पर पूजन किया शनि मंदिर के पास कुंड में महिलाओं ने पूजन किया।