UP News: रेलवे ठेकेदार और बैंककर्मियों की धोखाधड़ी का पर्दाफाश, सीबीआई ने दर्ज किया मुकदमा
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रेलवे ठेके दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी के आरोप में एक रेलवे ठेकेदार और कुछ बैंक कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि ठेकेदार ने बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और रेलवे से ठेके हासिल किए, जिससे रेलवे को भारी नुकसान हुआ। सीबीआई ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सीबीआइ लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने करोड़ों रुपये की ठगी के मामले में रेलवे ठेकेदार विद्युत कुमार जैन व स्टेट बैंक आफ इंडिया (एसबीआइ) के अधिकारियों व कर्मियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
मामले में विधानसभा मार्ग, लखनऊ स्थित एसबीआइ कर्मियों के अलावा रेलवे अधिकारियों-कर्मियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। शुरुआती जांच में रेलवे में बंधक रखी गईं सावधि जमा रसीद (टीडीआर) पर जालसाजी कर विभिन्न प्रकार के लोन हासिल कर 10 करोड़ रुपये से अधिक का घपला सामने आया है।
लखनऊ के इंदिरानगर निवासी विद्युत कुमार जैन बीबीएन इंफ्रा फर्म का संचालन करते हैं। एफआइआर के अनुसार जैन ने रेलवे में कई टेंडर हासिल किए थे। गति शक्ति प्रोजेक्ट के तहत वाराणसी व लखनऊ में भी काम हासिल किया था।
आरोप है कि विद्युत कुमार जैन ने बैंक अधिकारियों व कर्मियों के साथ मिलकर उनकी फर्मों द्वारा विभिन्न ठेकों में रेलवे के पास पहले से गिरवी रखे गए टीडीआर के विरुद्ध ओडी/डीएल ऋण हासिल किए गए। अवैध तरीकों से पहले से गिरवी रखे गए टीडीआर के विरुद्ध ऋण प्राप्त करने में मूल टीडीआर का धोखाधड़ी से दुरुपयोग किया गया। रेलवे को भी धोखा दिया।
सीबीआइ टीडीआर के दुरुपयोग के मामले में गहनता से छानबीन कर रही है। सीबीआइ ने बीते दिनों रेलवे ठेकों में धांधली को लेकर छानबीन शुरू की थी। सीबीआइ ने कई टीडीआर भी कब्जे में लेकर उनकी पड़ताल शुरू कराई थी। कई अन्य ठेकेदारों की भूमिका को लेकर भी जांच की जा रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।