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    पुलिस कस्टडी में मोहित पांडे की मौत का मामला- पीएम रिपोर्ट में शरीर पर चोट के निशान, इंस्पेक्टर निलंबित

    Updated: Sun, 27 Oct 2024 11:00 PM (IST)

    Lucknow News कारोबारी मोहित की मौत के मामले में शनिवार देर रात परिवार वालों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया था। घंटों चले प्रदर्शन के बाद पुलिस उपायुक्त पूर्वी शशांक सिंह ने चिनहट कोतवाली के इंस्पेक्टर अश्वनी चतुर्वेदी के खिलाफ हत्या की धारा का मुकदमा दर्ज करवाया था। एफआइआर कापी मिलने के बाद प्रदर्शन ही प्रदर्शन खत्म हो पाया था।

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    पुलिस इंस्पेक्टर को मामले में निलंबित कर दिया गया है।

    जासं, लखनऊ। चिनहट कोतवाली में पुलिस कस्टडी में पिटाई से हुई मोहित पांडेय की मौत के मामले में नए तथ्य सामने आए हैं । मोहित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट के निशान तो मिले हैं, लेकिन मौत का कारण स्पष्ट न होने के कारण विसरा सुरक्षित किया गया है। उधर, रविवार को पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सेंगर ने चिनहट कोतवाली के इंस्पेक्टर अश्वनी चतुर्वेदी को निलंबित कर दिया। उनकी जगह दारोगा भरत पाठक को चिनहट थाने की जिम्मेदारी सौंपी है।

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    परिवार वालों ने किया मंत्री आवास के सामने प्रदर्शन

    रविवार सुबह मृतक के परिवार वालों ने गोमतीनगर स्थित मंत्री आवास के सामने पहुंचकर प्रदर्शन किया। पोस्टमार्टम के बाद परिवार के लोग शव लेकर पहुंचे तो नाराज लोगों ने शव को सड़क पर रखकर पुलिस के विरोध में प्रदर्शन किया। पुलिस ने शव को खुद ही कंधा देकर घर पहुंचाया और सभी को हटाया। जिसके बाद अंतिम संस्कार किया गया। वहीं देर रात डीसीपी पूर्वी डीएम से मजिस्ट्रेट जांच करवाने के लिए पत्र भेजा है।

    सरकारी नौकरी और 50 लाख मुआवजे की मांग

    कारोबारी मोहित की मौत के मामले में शनिवार देर रात परिवार वालों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया था। घंटों चले प्रदर्शन के बाद पुलिस उपायुक्त पूर्वी शशांक सिंह ने चिनहट कोतवाली के इंस्पेक्टर अश्वनी चतुर्वेदी के खिलाफ हत्या की धारा का मुकदमा दर्ज करवाया था। एफआइआर कापी मिलने के बाद प्रदर्शन ही प्रदर्शन खत्म हो पाया था। रविवार सुबह परिवार के लोग सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग को लेकर गोमतीनगर स्थित मंत्री आवास पहुंच गए।

    सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। उनका साथ देने के लिए सपा नेता पूजा शुक्ला अपने सहयोगियों के साथ पहुंच गईं। पुलिस ने बल प्रयोग कर सभी को हटाया। उधर, प्रकरण की जांच गोमतीनगर विस्तार के इंस्पेक्टर सुधीर अवस्थी को सौंपी गई है। प्रारंभिक जांच एसीपी गोमतीनगर विकास जायसवाल करेंगे। इस मामले में डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि पूरे मामले में जो भी तथ्य मिलेंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले की जांच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी भेजी गई है।

    15 घंटे में कुछ मिनट का जारी किया सीसी फुटेज: पुलिस ने रविवार सुबह 15 घंटे में से कुछ मिनट का सीसी फुटेज जारी किया। जिसमे मोहित कोतवाली के बाहर से अंदर आते दिखता है। दूसरे में मोहित लाकअप के अंदर दिख रहा है। इन्हीं में से एक वीडियो में मोहित पीठ का दर्द बताते हुए तड़पने लगता है। साथ में बंद भाई शोभानाथ और अन्य लोगों ने मदद के लिए गुहार लगाई। उसकी पीठ को रगड़ते भी दिखे उसके बाद क्या हुआ? वह पुलिस की जांच में सामने आएगा।

    विधायक से कहा तड़पा-तड़पा कर मार डाला

    मृतक मोहित की मां से रविवार दोपहर बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला मिलने पहुंचे। इस पर मोहित की मां ने उनसे कहा कि बेटे को तड़पा-तड़पा कर मार डाला। अब उन लोगों की आवाज दबाई जा रही है। उन्होंने परिवार को समझाया और एक लाख रुपये नकद सहायता राशि दी है। साथ ही मुख्यमंत्री से मिलवाने का आश्वासन दिया है।

    छह सौ रुपये के लिए हुई थी पूरी लड़ाई

    पूरा मामला आदेश और मोहित के झगड़े से शुरु हुआ था। आदेश मोहित का कर्मचारी था, जो माल ले जाता था। पूरा मामला महज छह सौ रुपये के लिए हुए था। जिसको लेकर दोनों में मारपीट हुई थी। आदेश ने पुलिस बुलाई। मोहित को पुलिस पकड़कर थाने ले गई।

    भाई शोभाराम छुड़ाने पहुंचा तो उसे भी लाकअप में बंद कर दिया। शोभाराम ने बताया, रात में पुलिस ने मोहित और उनकी पिटाई की, जिससे मोहित की मौत हो गई। मोहित की मां ने चिनहट थाने में इंस्पेक्टर अश्वनी चतुर्वेदी सहित अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।