Move to Jagran APP

सपा घमासानः चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों की सांसें अटकीं

रामगोपाल यादव और अखिलेश यादव का निष्कासन वापस होने से समाजवादी पार्टी उम्मीदवारों की सांसें अटकी हैं। अब लिस्ट नए सिरे से तैयार करने का फैसला हुआ है

By Nawal MishraEdited By: Published: Sat, 31 Dec 2016 07:48 PM (IST)Updated: Sun, 01 Jan 2017 11:54 PM (IST)
सपा घमासानः चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों की सांसें अटकीं

लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी में तेजी से बदलते आंतरिक हालात से उम्मीदवारों की सांसें भी अटकी हुई हैं। कल सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा रामगोपाल यादव और अखिलेश यादव का निष्कासन वापस लिए जाने के साथ ही उम्मीदवारों की लिस्ट नए सिरे से तैयार करने का फैसला हुआ है। सबकी निगाहें रविवार को आहूत पार्टी के राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन पर लगी हैं। घोषित प्रत्याशी शनिवार को अपने समर्थकों के साथ राजधानी में डटे रहे।

loksabha election banner

मुलायम के पत्रः कुकृत्य छिपाने और सीबीआइ से बचने को मेरा अपमान

सबसे अधिक दुविधा उन उम्मीदवारों की है जिनको प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव द्वारा घोषित किया गया, लेकिन जिन्हें अखिलेश की पहली सूची में जगह नहीं मिल सकी थी। 29 दिसंबर को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने 325 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी जिसके जवाब में करीब चार घंटे बाद मुख्यमंत्री की ओर से एक सूची जारी की गयी, जिसमें 235 उम्मीवारों के नाम शामिल थे। उम्मीदवारों के नाम की सूचियां जारी करने का सिलसिला यहीं पर नहीं थमा। प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव की ओर से जारी दूसरी लिस्ट में 68 नए नामों को शामिल किया था। शिवपाल द्वारा 393 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गयी तो वहीं अखिलेश की दूसरी संक्षिप्त सूची में दो नाम और शामिल किए गए और उनके उम्मीदवारों की संख्या 237 हो गयी।

अखिलेश-रामगोपाल की सपा में वापसी, जारी होगी प्रत्याशियों की नई सूची

साझा उम्मीदवारों को सुकून

उम्मीदवारों की नई सूची बनाए जाने के फैसले से उन 195 नेताओं को सुकून है जिनके नाम दोनों सूचियों में दर्ज है। ऐसे नेताओं का मानना है कि भविष्य में आने वाली सूची में उनका नाम तो होगा ही। चूंकि अब माना जा रहा है कि प्रत्याशियों के चयन में अखिलेश की ही ज्यादा चलेगी इसलिए अखिलेश की सूची में शामिल कुल 237 प्रत्याशियों में से भी ज्यादातर के नाम नई सूची में होंगे। उन उम्मीदवारों की ही नींद उड़ी है जिनका नाम सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की ओर से जारी सूची में दर्ज है। इनमें से अधिकतर के नाम नई सूची में नहीं दिखाई दे सकते हैं।

अखिलेश को सर्वसम्मत नेता बनाना मुलायम का मास्टर गेम : साध्वी

शिवपाल की सूची में शामिल रहे दागी उम्मीदवारों का भी पत्ता साफ हो सकता है। पूर्व में पार्टी द्वारा मुलायम परिवार की बहू अपर्णा यादव को लखनऊ कैंट से प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद से वह चुनावी तैयारी में जुटी जरूर है, लेकिन मुख्यमंत्री की पहली सूची में उनका नाम भी शामिल नहीं था, हालांकि उस सूची में कैंट से किसी और का भी फिलहाल नाम दर्ज नहीं है।

तस्वीरों में देखें-सपा कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करती पुलिस


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.