रायबरेली में चलती बस का स्टेरिंग फेल, अनियंत्रित होकर खाई मे पलटी; चार यात्रियों की हालत नाजुक
रायबरेली के लालगंज-बछरावां मार्ग पर पश्चिम गांव के निकट शनिवार की दोपहर एकाएक बस अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। राहगीरों ने आनन-फानन यात्रियों को बस से बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। सभी यात्री मोतियाबिंद का आपरेशन कराकर लौट रहे थे।

रायबरेली, संवाद सूत्र। लालगंज-बछरावां मार्ग पर पश्चिम गांव के निकट शनिवार की दोपहर एकाएक बस अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। राहगीरों ने आनन-फानन यात्रियों को बस से बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। चोट खाए नौ लोगों को सीएचसी लाया गया, जिनमें से चार की दशा नाजुक होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सभी यात्री चित्रकूट में मोतियाबिंद का आपरेशन कराकर वापस घर लौट रहे थे। एक को छोड़कर सभी इसी जिले के रहने वाले थे।
ये हादसा दोपहर करीब एक बजे बस की स्टेयरिंग फेल होने की वजह से हुआ। बस में कुल 31 यात्री थे, सभी की आंख का आपरेशन हुआ था। हादसे में जोहवासर्की के रामसनेही, भक्तिनखेड़ा के रामचंद्र, सराय उमर की सुखाना, हरचंदपुर के दुर्गा प्रसाद और दुल्ला, पूरे अयोध्या मजरे हरचंदपुर के रामानंद, रामपुर की सुंदरा, लखनऊ के निगोहा की शिवाला, अयोध्या का पुरवा की इशारा देवी घायल हो गईं। इन सभी को सीएचसी बछरावां लाया गया। गंभीर रूप से घायल सुखाना, दुर्गा प्रसाद, दुल्ला और इशारा देवी को रेफर किया गया। थानाध्यक्ष राकेश सिंह ने बताया कि बस की स्टेयरिंग फेल होने के कारण हादसा होने की बात सामने आई है। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। गनीमत रही कि बस में सवार अधिकांश यात्री बाल-बाल बच गए।
पश्चिम गांव में एक सितंबर को लगा था कैंप: एक सितंबर को पश्चिम गांव में चित्रकूट की एक निजी स्वयंसेवी संस्था द्वारा आंखों की जांच के लिए कैंप लगाया गया था। जांच के बाद मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए 78 मरीजों का चयन किया गया, जिन्हें संस्था द्वारा ही निश्शुल्क दो निजी बसों द्वारा चित्रकूट ले जाया गया। शनिवार को सभी मरीज ऑपरेशन के बाद वापस पश्चिम गांव लौट रहे थे। इसी दौरान हादसा हो गया।
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