मास्टर प्लान के अनुसार ही होगा बुंदेलखंड का औद्योगिक विकास, बीडा के मास्टर प्लान की नियमावली को लेकर अधिसूचना जारी
लखनऊ बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) के मास्टर प्लान की अधिसूचना जारी हो गई है। 253.33 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में नियोजित औद्योगिक विकास होगा जिसमें 33.10% क्षेत्र औद्योगिक इकाइयों के लिए आरक्षित है। पर्यावरण रोजगार आवास शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी बेहतर की जाएगी और लाजिस्टिक पार्क स्थापित होगा।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) के मास्टर प्लान की नियमावली को लेकर शासन ने अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार बुंदेलखंड के 253.33 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का नियोजित औद्योगिक विकास किया जाएगा। मास्टर प्लान में 33.10 प्रतिशत क्षेत्र को औद्योगिक इकाईयों के लिए आरक्षित रखा गया है। 15.70 प्रतिशत आवासीय व 24.2 प्रतिशत ग्रीन क्षेत्र विकसित किया जाएगा। कैबिनेट ने पिछले सप्ताह मास्टर प्लान को स्वीकृति प्रदान की थी।
बीडा ने पिछले माह शासन को ड्राफ्ट मास्टर प्लान भेजा था। कैबिनेट की स्वीकृति के बाद ड्राफ्ट मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने के लिए नियमावली तैयार की जाएगी। ड्राफ्ट प्लान में बीडा ने औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण, रोजगार, आवास, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष फोकस रखा है। सुनियोजित यातायात संचालन के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, राष्ट्रीय राजमार्ग-27, 44 और प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेसवे से भी कनेक्टिविटी दी जाएगी।
साथ ही मिश्रित उपयोग के लिए 5.14 प्रतिशत क्षेत्र को आरक्षित रखा जाएगा। परिवहन एवं लाजिस्टिक उपयोग के लिए 11.26 प्रतिशत क्षेत्र का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र में लाजिस्टक कारीडोर और मल्टीमाडल लाजिस्टिक पार्क भी निर्मित किया जाएगा। इस पार्क को रेल, सड़क और हवाई संपर्क से जोड़ा जाएगा।
बीडा की योजना है कि मेट्रो-नीयो और बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) के जरिए पूरे क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी दी जाएगी। बीडा ने नागरिकों की सेहत व सुविधा के लिए साइकिल ट्रैक और पैदल मार्ग के निर्माण को भी मास्टर प्लान में शामिल किया है। औद्योगिक क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग और असेंबली इकाईयों की स्थापना की जाएगी। इनमें फार्मा और फूड प्रोसेसिंग, हरित ऊर्जा उपकरण उत्पादन, टेक्नोलाजी आधारित एवं स्वच्छ उद्योग, ई-कॉमर्स और वेयरहाउसिंग लाजिस्टिक्स उद्योग, आटोमोबाइल, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग और निर्माण सामग्री की ईकाईयों की स्थापना को प्राथमिकता दी जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।