उत्तर प्रदेश में घर बनाना हो सकता है महंगा, सरकार ने बालू-मौरंग व गिट्टी के शुल्क में किया बड़ा बदलाव
उत्तर प्रदेश सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले उपखनिज जैसे बालू मौरंग गिट्टी पर 50 रुपये प्रति घन मीटर विनियमन शुल्क बढ़ा दिया है। पहले यह शुल्क 100 रुपये प्रति घन मीटर था जो अब बढ़कर 150 रुपये प्रति घन मीटर हो गया है। इस फैसले से घर बनाना महंगा हो सकता है क्योंकि इससे बालू मौरंग गिट्टी की कीमतें बढ़ सकती हैं।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेशवासियों के लिए घर बनाना महंगा हो सकता है। प्रदेश सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले उपखनिज (बालू, मौरंग, गिट्टी) आदि पर 50 रुपये प्रति घन मीटर विनियमन शुल्क बढ़ा दिया है।
अब तक जहां उपखनिजों पर 100 रुपये शुल्क ही लगता था, वहीं अब 150 रुपये प्रति घन मीटर की दर से विनियमन शुल्क वसूला जाएगा। सरकार ने विनियमन शुल्क में 50 रुपये प्रति घन मीटर की वृद्धि की है। इस संबंध में भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा शासनादेश जारी कर दिया गया है।
विनियमन शुल्क बढ़ाने की वजह?
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, विनियमन शुल्क को 150 रुपये प्रति घन मीटर करने के पीछे का मकसद यह है कि राज्य में उपखनिज के मामले लेवल प्लेइंग फील्ड (सभी के लिए समान स्थितियां) रहे।
भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक माला श्रीवास्तव ने बताया कि दूसरे राज्यों से यहां आने वाले उपखनिजों के वाहनों की कड़ाई से जांच कराई जाएगी, ताकि ओवरलोडिंग व अवैध परिवहन पर भी कड़ाई से अंकुश लगे।
निदेशक का कहना है कि इससे राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। जानकारों का कहना है कि विनियमन शुल्क बढ़ने के कारण दूसरे राज्यों से आने वाले उपखनिज में कभी आ सकती है।
ऐसे में बालू, मौरंग, गिट्टी आदि की राज्य में मांग और आपूर्ति में अंतर बढ़ने से इनके दाम बढ़ सकते हैं। गौरतलब है कि पूर्व में कड़ाई के चलते बालू, मौरंग, गिट्टी के दाम बढ़ चुके हैं।
पांच जिलों के खान अधिकारी बदले
प्रदेश सरकार ने पांच जिलों के खान अधिकारियों का तबादला कर दिया है। निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म ने बताया कि विकास सिंह परमार को कानपुर देहात से हमीरपुर, राज रंजन कुमार को मथुरा से बांदा, अर्जुन कुमार को बांदा से कानपुर देहात, राहुल कुमार सिंह को लखनऊ मुख्यालय व वशिष्ठ यादव को हमीरपुर से लखनऊ मुख्यालय स्थानांतरित किया गया है।
बैठक में अध्यक्ष चुने गए विजय किशोर मिश्र
उत्तर प्रदेश पेंशनर्स कल्याण संस्था की लखनऊ शाखा की बैठक शुक्रवार को हुई। इस अवसर पर कार्यकारिणी के नए पदाधिकारियों का चुनाव हुआ। अरविन्द प्रधान संस्थ के अध्यक्ष चुने गए। इसके अलावा विजय किशोर मिश्र-अध्यक्ष, रमेश चन्द्र श्रीवास्तव -वरिष्ठ उपाध्यक्ष, बृजेश कुमार त्रिवेदी, नीलेश कुमार श्रीवास्तव मंजूषा दीक्षित- उपाध्यक्ष, अवधेश कुमार मिश्र- मंत्री, हरिशंकर श्रीवास्तव-संयुक्त मंत्री, अवधेश नारायण तिवारी और अतुल चन्द्र चौधरी संगठन मंत्री बनाए गए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।