Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP News: रूस में प्रदर्शित किए जाएंगे भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष, वैश्विक शांति के लिए महत्वपूर्ण पहल

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 09:19 AM (IST)

    उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को लेकर रूस के काल्मिकिया जाएगा। बौद्ध भिक्षुओं ने इस पहल के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया। केशव मौर्य ने कहा कि बुद्ध भारत की अनमोल धरोहर हैं और उनका दर्शन सह-अस्तित्व का संदेश देता है। प्रदर्शनी का उद्देश्य वैश्विक शांति को बढ़ावा देना है।

    Hero Image
    रूस में प्रदर्शित किए जाएंगे भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा (कपिलवस्तु) अवशेषों को रूस के काल्मिकिया में बुधवार से प्रदर्शित किया जाएगा। इस आयोजन के लिए भारतीय प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करने का जिम्मा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को दिया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अवशेष लेकर भारतीय प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को रूस के लिए रवाना होगा। सोमवार को उनके आवास पर राज्य भर से जुटे बौद्ध भिक्षुओं ने प्रदर्शनी की पहल करने और उपमुख्यमंत्री को नेतृत्व की जिम्मेदारी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया।

    वहीं, केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भगवान बुद्ध संपूर्ण मानवता के लिए भारत की सबसे अनमोल धरोहर हैं। करुणा, दया और शांति पर आधारित उनका दर्शन समाज को सह अस्तित्व का सशक्त संदेश देता है।

    सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सम्राट अशोक ने जिस बौद्ध धारा से दक्षिण पूर्व और मध्य एशिया को आलोकित किया था, उसी विरासत को प्रधानमंत्री वैश्विक मंच पर आगे बढ़ा रहे हैं।

    संयुक्त राष्ट्र महासंघ में मोदी जी ने कहा था कि दुनिया को भारत ने बुद्ध दिया, युद्ध नहीं दिया। भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की थाईलैंड व वियतनाम में प्रदर्शनी आयोजित की जा चुकी हैं। इससे राजनीतिक के साथ आध्यात्मिक रिश्ते भी मजबूत हुए हैं।

    पवित्र अवशेषों के प्रदर्शन का उद्देश्य वैश्विक शांति व सद्भाव का वातावरण मजबूत करना और भगवान बुद्ध के संदेश करुणा, शांति व अहिंसा को विश्वभर में प्रसारित करना है। भगवान बुद्ध के अवशेष पिपरहवा से प्राप्त हुए, जिसे प्राचीन कपिलवस्तु नगरी से जोड़ा जाता है, यह अवशेष पुरातात्विक रूप से प्रमाणित हैं और वैश्विक बौद्ध समुदाय के लिए अत्यंत पूजनीय धरोहर हैं। काल्मिकिया ऐसा क्षेत्र है, जहां बौद्ध जनसंख्या बहुतायत में है, यहां बौद्ध धर्म केवल धर्म, संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है।

    कार्यक्रम में भंते शील रतन ने कहा कि समाज के लोग रूस मे आयोजित महात्मा बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेषों की प्रदर्शनी लगाए जाने के चलते प्रफुल्लित और आह्लादित है। भंते समाज, प्रधानमंत्री के प्रति कृतज्ञ है। उनके प्रयासों से रूस में महात्मा बुद्ध की प्रदर्शनी का सफल आयोजन संभव हो रहा है। इस दौरान आनंद द्विवेदी, विजय मौर्य, राम निवास यादव आदि मौजूद रहे।