Updated: Wed, 11 Dec 2024 08:31 PM (IST)
बीएसएनएल उत्तर प्रदेश पूर्व परिमंडल में लगभग पांच लाख ग्राहकों का डाटा उपलब्ध नहीं है जिससे उनके सिम के दुरुपयोग का खतरा है। केवल लखनऊ में 75000 से अधिक ग्राहकों को आधार आधारित केवाईसी करानी होगी। पुराने ग्राहकों के दस्तावेज बीएसएनएल के सिस्टम पर अपलोड नहीं हैं। ग्राहक नजदीकी सेवा केंद्र पर निशुल्क केवाईसी करा सकते हैं। यह प्रक्रिया आधार कार्ड और ओटीपी सत्यापन के माध्यम से पूरी होगी।
महेन्द्र पाण्डेय, लखनऊ। सर्वोदयनगर के राजेश मिश्र ने भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के महानगर सेवा केंद्र में अपने सिम के बारे में जानकारी मांगी, लेकिन उन्हें इसका रिकार्ड नहीं मिल सका। बीएसएनएल कर्मी यह तक नहीं बता सके कि उनका फोन नंबर किसके नाम पर चल रहा है। अकेले राजेश ही नहीं, उत्तर प्रदेश पूर्व परिमंडल में ऐसे करीब पांच लाख उपभोक्ता हैं, जिनका डाटा बीएसएनएल के पास नहीं है।
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केवल लखनऊ में यह संख्या लगभग 75 हजार है। ऐसे लोगों को अब आधार नंबर आधारित केवाइसी करानी होगी। उत्तर प्रदेश पूर्व परिमंडल में बीएसएनएल के 80 लाख उपभोक्ता हैं और पिछले तीन-चार महीनों से प्रतिमाह लगभग एक लाख ग्राहक नए जुड़ रहे हैं।
नए व मोबाइल नंबर पोर्टबिलिटी (एमएनपी) कराने वाले ग्राहकों को तो केवाइसी होने के बाद ही सिम दिए जाते हैं, लेकिन लाखों पुराने सिम किनके नाम पर हैं, ये रिकार्ड बीएसएनएल के पास नहीं है। 10-15 वर्ष पहले ऐसे ग्राहकों ने वोटर आइडी, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे पहचान पत्रों की फोटो कापी जमा कर सिम लिए थे।
वे कागजात बीएसएनएल के सिस्टम पर अपलोड नहीं हैं। ऐसे में उनका डाटा आनलाइन नहीं मिल रहा है। अधिकतर कागजात कहां गए, यह भी पता नहीं है। इसलिए बीएसएनएल ने सभी ग्राहकों के लिए केवाइसी कराना अनिवार्य किया है। ताकि उनके सिम का दुरुपयोग न हो सके।
सेवा केंद्र से निश्शुल्क कराएं केवाइसी
बीएसएनएल के नजदीकी सेवा केंद्र या रीटेलर के पास जाकर अपने नंबर की केवाइसी निश्शुल्क करा सकते हैं। इसके लिए आपको केवल आधार कार्ड नंबर देना होगा। आधार में जो नंबर दर्ज है, उस पर सत्यापन का ओटीपी जाएगा। ओटीपी बताकर आप सत्यापन पूरा करा सकेंगे। इसके बाद आपका डाटा अपडेट हो जाएगा।
बीएसएनएल के पुराने ग्राहकों का डाटा नहीं मिल रहा है। उनके सिम का दुरुपयोग न हो, इसके लिए सभी नंबरों की केवाइसी कराई जा रही है। यह प्रक्रिया निश्शुल्क है। अभी पूर्व परिमंडल में ऐसे करीब पांच लाख ग्राहक हैं, जिनकी केवाइसी नहीं हुई है। - मो. जफर इकबाल, प्रधान महाप्रबंधक, बीएसएनएल, उप्र पूर्व परिमंडल
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