रायबरेली में एनटीपीसी अस्पताल के पूर्व सीएमओ भ्रष्टाचार के दोषी, सीबीआई जांच में खुले कई अहम राज
सीबीआइ जांच में पकड़ी गई एनटीपीसी के डाक्टर की घूसखोरी। ठेका दिलाने के बदले पत्नी के साथ की थी विदेश यात्रा भ्रष्टाचार का मुकदमा। मलेशिया व सिंगापुर की इस यात्रा पर डा. सिंंह की पत्नी प्रभा सिंंह भी उनके साथ गई थीं।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। सीबीआइ की आरंभिक जांच में नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसीआर) के ऊंचाहार (रायबरेली) स्थित अस्पताल के तत्कालीन सीएमओ डा.नरेन्द्र मोहन सिंंह भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए हैं। उन्होंने एक टेंट हाउस संचालक को अस्पताल में ठेका दिलाने के बदले विदेश यात्रा की थी। मलेशिया व सिंगापुर की इस यात्रा पर डा. सिंंह की पत्नी प्रभा सिंंह भी उनके साथ गई थीं और हवाई टिकट का आनलाइन भुगतान कारोबारी के खाते से हुआ था। एक एमआर (मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव) से भी दवा सप्लाई का आर्डर दिलाने के बदले लाखों रुपये वसूले थे। सीबीआइ लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने आरंभिक जांच (पीई) में सामने आये तथ्यों के आधार पर आरोपित डा.सिंंह के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की है।
सीबीआइ ने एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारियों की शिकायत पर बीते दिनों इस मामले की जांच शुरू की थी। सामने आया कि डा.सिंंह ने रायबरेली के टेंट हाउस संचालक अनूप कुमार सोनकर को एनटीपीसी अस्पताल में लेबर कांट्रेक्टर दिलाने के लिए साठगांठ की थी। अनूप कुमार ने 20 जून 2019 को हवाई टिकट का करीब डेढ़ लाख रुपये भुगतान किया था। जिसके बाद डा.सिंंह व उनकी पत्नी ने 29 जून 2019 से छह जुलाई 2019 के मध्य मलेशिया व सिंगापुर की यात्रा की थी। यह भी सामने आया कि एमआर शमशेर बहादुर सिंंह को दवा की सप्लाई का ठेका दिलाने के लिए करीब 10 लाख रुपये वसूले थे।
पैरामेडिकल स्टाफ की ठेके पर भर्ती में गड़बड़ी के मामले में भी उनकी भूमिका सामने आई थी। एनटीपीसी ने डा.सिंंह के विरुद्ध शिकायतें मिलने के बाद जांच कराई थी और उन्हें सेवाकाल पूरा होने से पूर्व ही बर्खास्त कर दिया गया था। डा.सिंंह वर्तमान में वसुंधरा इन्क्लेव, दिल्ली में रहते हैं।

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