2022 की हारी सीटों पर कील-कांटें दुरुस्त करने में जुटी भाजपा, पार्टी के बैठक से मिल गया बड़ा हिंट
भाजपा ने 2027 विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है, खासकर उन सीटों पर जहाँ 2022 में हार मिली थी। मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, जिसमें बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जा रहा है। धर्मपाल सिंह ने अवध क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ बैठक में इस पर जोर दिया और सामूहिक जिम्मेदारी की बात कही।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश भाजपा ने वर्ष 2027 विधानसभा चुनाव के लिए विधानसभावार कील-कांटों को अभी से दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। उन सीटों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया गया है जिन सीटों पर वर्ष 2022 में पार्टी को सफलता नहीं मिली थी। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के लिए ऐसी सीटों पर बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों की सक्रियता बढ़ाई जा रही है। जिससे पार्टी एक-एक मतदाता का नाम सूची में जुड़वा सके।
शुक्रवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने अवध क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ एसआइआर पर विशेष संवाद किया। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक का पूरा फोकस अवध क्षेत्र की 82 में से वे 19 सीटें जहां पर पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को सफलता नहीं मिली थी पर था।
इन सीटों से हारे हुए प्रत्याशियों, मंडल अध्यक्षों और बीएलए-वन से धर्मपाल सिंह ने विशेष बातचीत की। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय जिस तरह एक साथ सभी बूथों पर मिलकर हम काम करते हैं, वैसे ही एसआइआर में उसी सक्रियता, सामूहिकता और उत्साह के साथ जुटना है। बैठक में अवध क्षेत्र की क्षेत्रीय कार्यसमिति, वर्ष 2022 में हारी सीटों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी, जिला प्रवासी, बीएलए-वन और मंडल अध्यक्ष शामिल थे।
धर्मपाल सिंह ने कहा कि एसआइआर में किसी भी स्तर पर लापरवाही न करें। चुनाव के समय हर बूथ पर जिस तरह पार्टी का बस्ता लगता है, वैसे ही बीएलए-टू, बूथ अध्यक्ष तथा बूथ प्रवासी प्रतिदिन बूथ पर रहें और यह सुनिश्चित करे कि बूथ पर सभी मतदाताओं के गणना फार्म जमा हो जाएं।
एसआइआर अभियान सिर्फ बीएलए-टू, बूथ अध्यक्ष तथा बूथ प्रवासी की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि सभी पदाधिकारियों, नेताओं, जनप्रतिनिधियों तथा कार्यकर्ताओं की सामूहिक जिम्मेदारी है। मतदाताओं के गणना फार्म जमा करना, नए मतदाताओं के नाम जुड़वाना तथा मृत, अन्यत्र स्थानांतरित और बोगस मतदाताओं के नाम सूची से डिलीट कराने का काम भी करना है।
प्रत्येक बूथ पर विचार परिवार के लोग बडी संख्या में रहते हैं। उनसे संपर्क करके इस अभियान में सक्रिय किया जाए। मंडल अध्यक्ष के पास प्रत्येक बूथ पर रहने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं की सूची होनी चाहिए। बीएलए-वन, बीएलए-टू, बूथ प्रवासी तथा बूथ अध्यक्ष के बीच प्रतिदिन संवाद होना चाहिए और प्रतिदिन का टास्क निर्धारित होना चाहिए।
हम बडे नेता तभी हैं जब हमें अपने बूथ के एक-एक मतदाता की पूरी जानकारी हो। यह सुनिश्चित करना है कि सभी बूथों पर वर्ष 2003 तथा 2025 की मतदाता सूची तथा गणना फार्म पहुंचें। जब तक बूथ के सभी मतदाताओं के फार्म सही से भर न जाएं और बीएलओ के पास जमा न हो जाएं तब तक हमें प्रत्येक घर पर दस्तक देना है। बैठक में प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला तथा क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा उपस्थित थे।

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