UP News: सामूहिक विवाह में लगेगी वर-वधू की बायोमीट्रिक हाजिरी, योजना में गड़बड़ी रोकने को की गई व्यवस्था
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़े को लेकर समाज कल्याण विभाग सतर्कता बरत रहा है। अधिकारियों को लाभार्थियों के आधार सत्यापन में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। साथ ही आयोजनों के दौरान वर-वधू की बायोमीट्रिक उपस्थित दर्ज करने को भी कहा गया है।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़े को लेकर समाज कल्याण विभाग सतर्कता बरत रहा है। अधिकारियों को लाभार्थियों के आधार सत्यापन में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। साथ ही आयोजनों के दौरान वर-वधू की बायोमीट्रिक उपस्थित दर्ज करने को भी कहा गया है।
समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने बताया कि योजना में गड़बड़ी रोकने के लिए व्यवस्था की गई है। युगलों को दिए जाने वाले उपहारों की गुणवत्ता और आपूर्ति में पारदर्शिता के लिए अब फर्मों के चयन की प्रक्रिया निदेशालय स्तर से की जाएगी, ताकि जिला स्तर पर किसी तरह की अनियमितता न हो। ऑनलाइन आवेदन से पहले कन्या के आधार सत्यापन में लापरवाही पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। विवाह स्थल पर वर-वधू दोनों की बायोमीट्रिक उपस्थिति अनिवार्य होगी। पारदर्शिता के लिए एक ही स्थान पर 100 या उससे अधिक जोड़ों की शादियों की स्थिति में डीएम स्वयं मौजूद रहेंगे। एक जनपद के अधिकारी कार्यक्रम वाले दूसरे जनपद में आब्जर्वर के रूप में नामित कर भेजे जाएंगे। अनियमितता मिलने पर ये सीधे निदेशालय या मंडलीय उपनिदेशक को रिपोर्ट करेंगे।
प्रत्येक पात्र छात्र छात्रवृति पाने का अधिकारी
मंगलवार को भागीदारी भवन में छात्रवृत्ति को लेकर हितधारक परिचर्चा आयोजित की गई। हितधारकों द्वारा छात्रवृति में आने वाली समस्याओं, फीस सेमेस्टर, प्रत्येक वर्ष नया आवेदन, विलंबित परीक्षा परिणाम, विभिन्न वर्गों के लिए अलग मानक, निजी विश्वविद्यालयों द्वारा स्वयं फीस तय करना सहित 18 बिंदुओं पर बात रखी। समस्याओं के निदान का अनुरोध किया गया। समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार ने कहा कि प्रत्येक पात्र छात्र को छात्रवृति पाने का अधिकार है। शीघ्र ही नियमावली में सुधार किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक पात्र छात्र इसका लाभ उठा सकें।
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