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    अब यूपी की गोशालाओं में गुजराती मॉडल से बनेगी बायो गैस, कचरा, गोबर और पराली का होगा प्रयोग

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राजभवन में गुजरात के बायो गैस विशेषज्ञ डॉ. भरत पटेल द्वारा प्रस्तुतिकरण को देखने के बाद कहा कि राज्य की गोशालाओं में भी अब गुजराती मॉडल से बायो गैस व जैविक खाद बनायी जाएगी।

    By Umesh TiwariEdited By: Updated: Tue, 22 Dec 2020 10:09 PM (IST)
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    उत्तर प्रदेश की गोशालाओं में भी अब गुजराती मॉडल से बायो गैस व जैविक खाद बनायी जाएगी।

    लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राजभवन में गुजरात के बायो गैस विशेषज्ञ डॉ. भरत पटेल द्वारा प्रस्तुतिकरण को देखने के बाद कहा कि राज्य की गोशालाओं में भी अब गुजराती मॉडल से बायो गैस व जैविक खाद बनायी जाएगी। प्रदेश में बायो ऊर्जा, आर्गनिक फर्टिलाइजर मिशन को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिये राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में बायो गैस प्रस्तुतिकरण दिया गया।

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    राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस अवसर पर कहा कि केमिकल फर्टिलाइजर पेस्टीसाइड का बहुतायत प्रयोग होने के कारण जनता विभिन्न गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रही है। इसलिए जरूरी है कि कार्बनिक उर्वरकों के प्रयोग के लिए किसानों को प्रेरित करें। बायो गैस विशेेषज्ञ डॉ. भरत पटेल ने बताया कचरा, मैली, गोबर तथा पराली को मिलाकर बायोगैस सफलतापूर्वक तैयार किया जा सकता है, जिसका उपयोग बायो खाद, बायो गैस तथा सीएनजी के रूप में किया जा सकता है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसे प्रदेश के सभी जिलों की गौशालाओं में स्थापित कराया जाएगा। किसानों को अपने खेतों में जैविक खाद प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्गेनिक मिशन के तहत यह कार्य प्रत्येक जिले में किये जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गुजरात जाकर वहां स्थापित विभिन्न बायोगैस प्लांटों को देखें और कार्ययोजना तैयार करें, ताकि इसे प्रभावी ढंग से प्रदेश में लागू किया जा सके।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन, आर्गेनिक मिशन, अपशिष्ट फ्री फार्मिग व ग्रीन इनर्जी की सुविधा प्रदान करनी है। किसानों की आय दोगुनी करने में इससे मदद मिलेगी। ऐसा करने से ग्रामीण क्षेत्रों का चौमुखी विकास हो सकेगा। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी व अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अरविंद कुमार भी मौजूद थे।