योगी कैबिनेट का बड़ा फैसला, डीजल जनरेटरों की जगह CNG जनरेटरों को बढ़ावा; प्रदूषण नियंत्रण के लिए नए उपाय
यूपी सरकार ने सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों को बड़ी राहत देते हुए डीजल जनरेटरों के स्थान पर सीएनजी जनरेटरों के इस्तेमाल को मंजूरी दी है। साथ ही पुरान ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सरकार ने उत्तर प्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को बड़ी राहत दी है। इन उद्योगों में अब डीजल से संचालित होने जनरेटरों की बजाए सीएनजी संचालित जनरेटरों का इस्तेमाल किया जा सकेगा। साथ ही डीजल वाले जनरेटरों में प्रदूषण फैलने से रोकने वाले यंत्र स्थापित करके उनके इस्तेमाल करने की भी मंजूरी कैबिनेट बाई सर्कुलेशन में दी गई है। इससे एमएसएमइ क्षेत्र के उद्योगों को बड़ी राहत मिली है।
इस बारे में एमएसएमइ मंत्री राकेश सचान ने बताया कि राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन संस्था की तरफ से उच्चतम न्यायालय में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र व आसपास के क्षेत्रों में स्थापित उद्योगों से होने वाले प्रदूषण को लेकर याचिका दायर की गई थी।
उन्होंने बताया कि सरकार ने उद्यमियों के साथ-साथ प्रदूषण की समस्या से सभी को राहत देने के लिए इस संदर्भ में प्रस्ताव को स्वीकृति देने पर सहमति जताई थी। अब उद्यमियों को नया जनरेटर खरीदने पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी। जनरेटर की कीमत पांच लाख रुपये तक होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव के पास होने से उद्यमियों की समस्या का समाधान होगा। उद्यमी डीजल से चलने वाले पुराने जनरेटरों में प्रदूषण फैलने से रोकने वाले यंत्र लगाकर उनका इस्तेमाल कर सकेंगे या फिर सीएनजी से संचालित जनरेट खरीद सकेंगे।

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