Bharat Parishad : भारत परिषद ने 34 वें स्थापना दिवस पर दिया 'जाति न्याय आंदोलन' का संदेश
Bharat Parishad 34th Foundation Day पूर्व न्यायाधीश चंद्र भूषण पांडेय ने एलान किया कि जाति न्याय आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए गांवों में रहने वाले प्रत्येक जाति के सदस्य को सम्मिलित करके जाति न्याय समिति का गठन करके आंदोलन की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि जाति न्याय आंदोलन प्रत्येक जाति की भागीदारी एवं हिस्सेदारी दिलाने के लिए छेड़ा गया है।

जागरण संवाददाता, लखनऊ : भारत परिषद ने 34वें स्थापना दिवस पर संगठन ने 'जाति न्याय आंदोलन' शुरू करने की घोषणा की। डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ प्रेक्षागृह में आयोजित स्थापना दिवस में शपथ ली गई कि आंदोलन का उद्देश्य देश की हर जाति को उनकी जनसंख्या के अनुपात में हक और भागीदारी दिलाना है।
कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ हुई। पूर्व न्यायाधीश चंद्र भूषण पांडेय ने एलान किया कि जाति न्याय आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए गांवों में रहने वाले प्रत्येक जाति के सदस्य को सम्मिलित करके 'जाति न्याय समिति' का गठन करके आंदोलन की शुरुआत होगी।
उन्होंने कहा कि जाति न्याय आंदोलन प्रत्येक जाति की भागीदारी एवं हिस्सेदारी दिलाने के लिए छेड़ा गया है। जाति के आधार पर जो अगड़े, पिछड़े, दलित की आरक्षण व्यवस्था आजादी के बाद से शुरू की गई थी उसको समाप्त किया जाए, क्योंकि उससे प्रत्येक जाति को न्याय नहीं मिला। न उनको अपना हिस्सा मिला और न ही उनकी भागीदारी हुई।
आरक्षण व्यवस्था से हर जाति को न्याय नहीं मिला
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जाति को उनकी संख्या के आधार पर हक और हिस्सा दिया जाना चाहिए। ताकि अभी तक पूरी तरह से उपेक्षित सैकड़ों जातियों को आजादी का लाभ मिल सके। आजादी के बाद शुरू हुई आरक्षण व्यवस्था से हर जाति को न्याय नहीं मिला। अनेक जातियां आज भी उपेक्षित हैं। ऐसे में जरूरत है कि हर जाति को उनकी जनसंख्या के अनुसार अधिकार और भागीदारी मिले। उन्होंने बताया कि अब गांव-गांव में 'जाति न्याय समिति' गठित की जाएगी, जो आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाएगी।
परिषद की स्थापना वर्ष 1992 में मुंबई के क्रांति मैदान से हुई
पूर्व न्यायाधीश चन्द्र भूषण पाण्डेय ने कहा भारत परिषद की स्थापना वर्ष 1992 में मुंबई के क्रांति मैदान से हुई थी। इसी मैदान से महात्मा गांधी ने 1942 में 'भारत छोड़ो आंदोलन' का आह्वान किया था। उसी ऐतिहासिक स्थल से परिषद ने 'फिट इंडिया' का नारा दिया। तब से भारत परिषद भ्रष्टाचार के विरोध सहित अनेक मुद्दों पर आंदोलन कर रहा है। परिषद भ्रष्टाचार, सामाजिक विषमता और जनहित से जुड़े अनेक मुद्दों पर आंदोलन करता रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति रंगनाथ पाण्डेय, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त मनोज कुमार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा वी.के. सिंह, महासचिव योगेन्द्र बल्हारा, प्रदेश अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह समेत कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे। सभी ने आंदोलन से जुड़ने का संकल्प लिया।
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