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    अनवर जलालपुरी की शायरी और अनूप जलोटा की आवाज ने लगाए चार चांद, यूट्यूब पर रिलीज हुई उर्दू शायरी में गीता

    By Rafiya NazEdited By:
    Updated: Sun, 29 Aug 2021 02:35 PM (IST)

    हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक व प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल की परिकल्पना के तहत भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा ने आवाज और संगीत विवेक प्रकाश ने दिया है। ऑडियो वर्जन ट्रस्ट के यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है।

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    गीता के उपदेश, अनवर जलालपुरी की शायरी और अनूप जलोटा की आवाज में।

    लखनऊ, जागरण संवाददाता। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मशहूर शायर पद्मश्री स्व अनवर जलालपुरी द्वारा हिंदी में रचित पुस्तक उर्दू शायरी में गीता का ऑडियो वर्जन यूट्यूब पर रिलीज किया गया। हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक व प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल की परिकल्पना के तहत भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा ने आवाज और संगीत विवेक प्रकाश ने दिया है। ऑडियो वर्जन ट्रस्ट के यूट्यूब चैनल youtube.com/c/HelpUTrust पर रिलीज किया गया है। ऑडियो में भगवद गीता के 18 अध्याय के 18 ट्रैक हैं और सम्पूर्ण संस्करण 452 मिनट का है।

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    साहित्य, आध्यात्म, संस्कृति एवं राष्ट्रीय सौहार्द के संवर्धन एवं उत्थान के मद्देनज़र ट्रस्ट ने इसे निःशुल्क उपलब्ध कराया है। ट्रैक के प्रारम्भ में अनवर जलालपुरी के स्वर में प्रत्येक अध्याय का संक्षिप्त विवरण है तथा भगवद्गीता के 700 श्लोक जिन्हें अनवर जलालपुरी ने उर्दू शायरी के 1761 अशआर में भावान्तरित किया है।

    इस ऑडियो वर्जन के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी भावनाएं इस प्रकार प्रकट की हैं, अनवर जलालपुरी द्वारा रचित 'उर्दू शायरी में गीता' के श्रव्य संस्करण तैयार किए जाने के बारे में जानकार प्रसन्नता हुई है। अनूप जलोटा के स्वर से सजने वाला यह संस्करण निश्चय ही कर्णप्रिय और मनोहारी होगा। मुझे आशा है कि 'उर्दू शायरी में गीता' के श्रव्य संस्करण से अधिकाधिक लोगों तक इसके अमृत वचनों का प्रसार होगा। इस महत्वपूर्ण कार्य से जुड़े सभी लोगों को बधाई और इसकी सफलता के लिए शुभकामनाएं ।

    भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा कहते हैं, गीता के उर्दू तर्जुमा के 1761 अशआर को अपनी आवाज दी। अक्सर तर्जुमे ऐसे होते हैं कि उनमें असल मज़मून के अर्थ नहीं आ पाते हैं, लेकिन अनवर जलालपुरी ने जो तर्जुमा किया उसमें ऐसी कमी जरा भी नहीं थी, इसीलिए हमने उसे रिकॉर्ड किया। मुझे उम्मीद है कि शायरी में श्रीमद्भगवद्गीता की संगीतमय प्रस्तुति हर उम्र के लोगों को पसंद आएगी।