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    पीएम क‍िसान सम्मान न‍िधि‍ की 19वीं क‍िस्‍त के ल‍िए पूरी करनी होगी ये शर्त, यूपी में तैयार हो रहा क‍िसानों का डेटा बेस

    एग्रीस्टैक (डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर एग्रीकल्चर) योजना के तहत किसानों का डेटा बेस तैयार करने के लिए पूरे प्रदेश में विशेष अभियान शुरू किया है। इसके साथ ही शासन के स्तर से यह भी साफ कर दिया गया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19 वीं किस्त का लाभ सिर्फ उन्हीं कृषकों को मिलेगा जिनकी फार्मर रजिस्ट्री तैयार होगी।

    By Anand Mishra Edited By: Vinay Saxena Updated: Wed, 27 Nov 2024 12:49 PM (IST)
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    पीएम किसान की 18 वीं किस्त का लाभ प्रदेश के 2.25 करोड़ किसानों को मिला था।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। एग्रीस्टैक (डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर एग्रीकल्चर) योजना के तहत किसानों का डेटा बेस तैयार करने के लिए पूरे प्रदेश में विशेष अभियान शुरू किया है। 18 नवंबर से 31 दिसंबर तक अभियान को दो चरणों में पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है और किसानों को फार्मर रजिस्ट्री तैयार कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके साथ ही शासन के स्तर से यह भी साफ कर दिया गया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19 वीं किस्त का लाभ सिर्फ उन्हीं कृषकों को मिलेगा जिनकी फार्मर रजिस्ट्री तैयार होगी।

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    बता दें कि पीएम किसान की 18 वीं किस्त का लाभ प्रदेश के 2.25 करोड़ किसानों को मिला था। उनके खाते में सम्मान निधि के रूप में 4,985.49 करोड़ रुपये की राशि भेजी गई थी। जबकि 17वीं किस्त के रूप में प्रदेश के 2.14 करोड़ किसानों इस योजना से लाभान्वित हुए थे। प्रदेश के 2.76 करोड़ किसानों को कम से कम एक बार योजना का लाभ अवश्य मिला है।

    19 वीं किस्त के लिए फार्मर रजिस्ट्री को क‍िया जा रहा अनिवार्य

    केंद्र सरकार की इस योजना के तहत हर किस्त में किसानों के खाते में दो हजार रुपये की राशि आती है। अब 19 वीं किस्त के लिए फार्मर रजिस्ट्री को अनिवार्य किया जा रहा है। फार्मर रजिस्ट्री के तहत प्रथम चरण में किसान इस योजना के लिए बनाए गए वेब पोर्टल (upfr.agristack.gov.in) या मोबाइल एप (Farmer Registry UP) के माध्यम से किसान खुद या जनसुविधा केंद्रों के माध्यम से इसे तैयार करा सकेंगे। वहीं, दूसरा विकल्प के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर अभियान को संचालित किया जाएगा।

    जांच में सच निकली किसानों से सौ-सौ रुपये ज्यादा लेने की बात

    बाराबंकी में किसान कल्याण केंद्र (राजकीय बीज भंडार) में सोमवार को बीज लेने आए 11 किसानों से सौ-सौ रुपये अधिक लिए जाने का मामला जिला कृषि अधिकारी राजित राम की जांच में सच पाया गया। हालांकि, सौ-सौ रुपये ज्यादा जमा करने वाले किसानों ने जिला कृषि अधिकारी को दिए गए बयान में यह कहकर बीज भंडार प्रभारी का बचाव किया कि उनके अंगूठे की छाप बायोमीट्रिक में दिखाई नहीं दे रही थी। भीड़ अधिक थी, इसलिए जमानत के रूप में सौ-सौ रुपये ज्यादा जमा किए। बाद में बायोमीट्रिक कराने के बाद रुपये वापस ले लेंगे।

    केंद्र प्रभारी ने जिन 11 लोगों से ज्यादा रुपये लिए थे, उनके नाम व रुपये लेने का विवरण भी एक रजिस्टर में दर्ज होना दिखाया। ख्वाजापुर के बृज बिहारी, दौलतपुर के महेंद्र वर्मा, जगखेड़ा के अयोध्या प्रसाद, शाहपुर के राम नेवल, बीरमखेडा के राजेश कुमार सहित 11 लोगों रुपये भी वापस किए गए। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि किसानों के बयान से यह नहीं लगता है कि वसूली की गई थी, लेकिन रुपये अधिक जमा करना कर्मचारी नियमावली के विरुद्ध है। जांच आख्या डीएम को भेजी जाएगी।

    जिला कृषि अधिकारी के साथ उप कृषि निदेशक श्रवण कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया। दुकान बंद कर भागा दुकानदार : जिला कृषि अधिकारी ने खाद की 11 दुकानों का मंगलवार को निरीक्षण किया। त्रिवेदीगंज क्षेत्र के बड़वल स्थित पटेल खाद भंडार के संचालक ने कृषि अधिकारी को देखकर दुकान बंद कर दी और भाग निकला। कृषि अधिकारी ने दुकान को सील करवा दिया। उन्होंने बताया कि दुकानदार को नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

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