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    Bareilly Violence: बरेली में दो दिन निलंबित रहेंगी इंटरनेट सेवाएं, स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 07:13 PM (IST)

    Internet Services Suspended in Bareilly For 48 Hoursप्रदेश के गृह सचिव गौरव दयाल के निर्देश पर बरेली में दूरसंचार (इंटरनेट) सेवाएं निलंबित रहेंगी। इसकी अवधि 48 घंटे रहेगी। इंटरनेट सेवा को 27 सितंबर को को रात 1230 बजे से 29 सितंबर को रात 1230 बजे तक निलंबित किया गया है। बरेली जिले में 27 और 28 सितंबर को टेलीकॉम सेवाएं बंद रहेंगी।

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    बरेली में दो दिन निलंबित रहेंगी इंटरनेट सेवाएं

    राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बवाल पर तत्काल एक्शन में आए गृह विभाग के निर्देश पर पुलिस ने शनिवार को मौलाना तौकीर रजा खां समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही वहां पर माहौल पर नियंत्रण रखने के लिए जिले में दो दिन तक यानी 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। बवाल के बाद जिले में 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।

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    प्रदेश के गृह सचिव गौरव दयाल के निर्देश पर बरेली में दूरसंचार (इंटरनेट) सेवाएं निलंबित रहेंगी। इसकी अवधि 48 घंटे रहेगी। इंटरनेट सेवा को 27 सितंबर को को रात 12:30 बजे से 29 सितंबर को रात 12:30 बजे तक निलंबित किया गया है। बरेली जिले में 27 और 28 सितंबर को टेलीकॉम सेवाएं बंद रहेंगी। सचिव, गृह विभाग उत्तर प्रदेश गौरव दयाल ने भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम 1885 की धारा 7 तथा टेलीकॉम सेवाओं के अस्थाई निलंबन नियम 2017 (लोक आपात या लोक सुरक्षा) के प्रावधानों के तहत आदेश जारी किया है। बीएसएनएल क्षेत्रीय कार्यालय के जीएम पंकज पोरवाल ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शनिवार को शासन के निर्देश पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

    निलंबित रहेंगी इंटरनेट सेवाएं का अर्थ

    किसी विशेष क्षेत्र में इंटरनेट की सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी जाएंगी। यह निर्णय आमतौर पर किसी भी स्थिति के बिगड़ने से रोकने या सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए केंद्र या राज्य सरकार लेती है। भारत में किसी भी क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश जारी करने के लिए केंद्र सरकार के मामले में केंद्रीय गृह सचिव और राज्यों के मामले में राज्य गृह सचिव ही सक्षम प्राधिकारी होते हैं।

    कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकारें अक्सर अशांति या किसी बड़े सामाजिक तनाव को नियंत्रित करने के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करती हैं। सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने वाली किसी भी गतिविधि को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं को बंद किया जा सकता है। ऐसे आदेशों को केवल पुलिस अधीक्षक या उससे उच्च स्तर के अधिकारी ही लिखित रूप में या सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से संप्रेषित कर सकते हैं।

    पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की

    बरेली में शुक्रवार को हुए बवाल के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने शनिवार को मौलाना तौकीर रजा खां समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा खां के खिलाफ अलग-अलग थानों में दस मुकदमे दर्ज किए हैं और मौलाना को बलवा कराने का आरोपी बनाया गया है। गिरफ्तारी के बाद शनिवार को मौलाना समेत आठों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

    एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि जुमे की नमाज के बाद अलग-अलग जगहों पर हिंसक प्रदर्शन किया। इसमें अब तक कुल दस एफआईआर दर्ज की गई हैं। कोतवाली में पांच, बारादरी में दो, थाना किला, प्रेमनगर और कैंट में एक-एक एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है और 39 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

    आई लव मोहम्मद के समर्थन में मौलाना तौकीर रजा खां के बुलावे पर शुक्रवार को शहर में भीड़ जुटी थी। मौलाना के नदारद रहने पर भीड़ अराजक हो गई। बवालियों ने खलील स्कूल तिराहे के पास दुकानों व वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की। नावल्टी चौराहा पर पुलिस टीम पर पथराव और श्यामगंज में फायरिंग की। करीब तीन घंटे तक शहर में बवाल हुआ। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लाठीचार्ज भी किया। शाम पांच बजे हालात काबू में आ गए।

    मौलाना ने रात में जारी किया था वीडियो

    बवाल के बाद मौलाना तौकीर रजा खां ने शुक्रवार रात 10:20 बजे वीडियो जारी किया और कहा है कि अतीक और अशरफ की तरह मुझे गोली मार दो, मोहम्मद के नाम पर मरना कबूल है। वह अब तक नजरबंद हैं। उन्होंने मुसलमानों को मुबारकबाद पेश करते हुए घटना को साजिश करार दिया। मौलाना ने कहा कि मैं आशिकाने रसूल को मुबारकबाद पेश करता हूं। ऐसे खतरनाक समय में इश्क-ए रसूल के नाम पर आप लोग आए। हमने अमन का रास्ता इख्तियार किया था। मोहम्मद साहब के नाम को जो बार-बार अपमानित किया जा रहा है, उसके लिए सख्त कानून बनाया जाए।