बाराबंकी में प्याज की खेती पर प्रति हेक्टेयर 27 हजार रुपये अनुदान, जानें कैसे मिलेगा किसानों को लाभ
बाराबंकी में चार हेक्टेयर में प्याज की खेती पर अनुदान देने का लक्ष्य शासन से दिया गया है। प्रति हेक्टेयर 27 हजार का अनुदान दिया जाएगा। इसमें बीज किसानों को मुफ्त में मिलेगा और खाद-सिंचाई के लिए पैसे किसान के खाते में भेज जाएंगे।

बाराबंकी, संवादसूत्र । बढ़ती महंगाई को देखते हुए सरकार ने प्याज में भी अनुदान की व्यवस्था कर दी है। अब प्याज की खेती करने पर सब्सिडी मिलेगी। खरीफ फसल में अनुसूचित जाति के किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों को लक्ष्य सौंपा गया है। इसके आवेदन भी लिए जाने शुरू कर दिए गए हैं। किसानों को योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा।
बाराबंकी में चार हेक्टेयर में प्याज की खेती पर अनुदान देने का लक्ष्य शासन से दिया गया है। प्रति हेक्टेयर 27 हजार का अनुदान दिया जाएगा। इसमें बीज किसानों को मुफ्त में मिलेगा और खाद-सिंचाई के लिए पैसे किसान के खाते में भेज जाएंगे। एक किसानों को दो बीघे तक ही खेती के लिए सब्सिडी दी जाएगी। यह सब्सिडी बिल और बाउचर लगाने के बाद किसानों को दी जाएगी। विकास भवन की तीसरी मंजिल पर स्थित उद्यान कार्यालय में किसान पंजीकरण किया जा रहा है। वहीं लतावर्गीय खेती के लिए भी जिले को विभाग ने सात हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया है, जबकि मिर्च की खेती करने पर एक हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया है। इसमें भी प्रति हेक्टेयर 27 हजार रुपये का अनुदान राशि मिलेगा।
पहले आओ-पहले पाओ : जिले में लक्ष्य कम है और किसान अधिक हैं। ऐसे में जो पहले आएगा, उसे ही पहले योजना का लाभ दिया जाएगा। प्याज, मिर्च और लतावर्गीय फसल खीरा, लौकी, कद्दू, तोराई आदि पर आवेदन विकास भवन में लिए जा रहे हैं। पंजीकरण के लिए किसानों को खतौनी, पहचान पत्र में वोटर कार्ड, राशन कार्ड, आधार कार्ड तथा बैंक पास बुक की छायाप्रति ले जाना होगा।
आवेदन लेना शुरू कर दिया गया है। पहली बार हुआ है जब खरीफ में प्याज की खेती पर अनुसूचित जाति के किसानों को सब्सिडी मिलेगी। आवेदन विकास भवन में लिए जा रहे हैं। - गनेश मिश्रा, उद्यान निरीक्षक, बाराबंकी।
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