यूपी में 43 लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर हुए सवा दो करोड़ रुपये, इस सरकारी योजना का मिला लाभ
लखनऊ में, सरकार की स्वरोजगार योजनाओं के तहत बैंकों ने अब ऋण देने में तेजी दिखाई है। गोसाईगंज ब्लॉक में समीक्षा के दौरान 43 लाभार्थियों को सवा करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत किए गए। जिला अग्रणी बैंक ने ऋण जमानुपात बढ़ाने पर जोर दिया, क्योंकि वर्तमान में यह 50% से कम है, जिस पर शासन ने भी नाराजगी जताई है।

जासं, लखनऊ। सरकार की विभिन्न स्वरोजगार की योजनाओं में अब तक हीलाहवाली करने वाली बैंक अब लोन देने में आगे आ रही हैं। काकोरी ब्लाक के बाद मंगलवार को गोसाईगंज ब्लाक में बैंकों की समीक्षा की तो 43 लाभार्थियों के आवेदनों को हरी झंडी दिखाते हुए करीब सवा करोड़ रुपए खातों में स्थानांतरित कर दिए गए।
जिला अग्रणी बैंक के मनीष पाठक की मौजूदगी में तमाम बैंकों में लंबित आवेदनों की समीक्षा की गई। इस दौरान विभिन्न बैंकों के अधिकारी और ऋण के लिए आवेदन करने वाले युवा मौजूद थे। मनीष पाठक ने कहा डीएम के निर्देश के बाद जिले की बैंकों का ऋण जमानुपात बढ़ाना है।
इसके लिए सभी बैंकों को मिलकर प्रयास करना होगा अभी तक बैंकों का ऋण जमानुपात पचास प्रतिशत से भी नीचे है जिसको लेकर शासन स्तर पर भी नाराजगी जताई जा चुकी है। दरअसल ऋण जमानुपात का अर्थ है कि बैंकों ने अपने कुल जमा राशि में से कितना फंड ऋण के तौर पर उपलब्ध कराया है। अब तक बैंकों का रिजल्ट इस दिशा में ठीक नहीं रहा है। उम्मीद है कि अब आगे बैंक ऋण आवेदनों को संवेदनशीलता के साथ विचार करेंगे।

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