बालाकोट स्ट्राइक के योद्धा ने जीती सिस्टम के खिलाफ जंग, ट्रिब्यून ने रक्षा मंत्रालय को दिया ये आदेश
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन एम. श्रीवास्तव, जिन्होंने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी, ने पिछले दो साल से जारी संघर्ष के बाद दिव्यांगता पेंशन प्राप्त कर ली है। वायुसेना में सेवा के दौरान उन्हें कोरिटिड साइनस हाइपर सेंसिटिविटी नामक बीमारी हुई थी, जिसके कारण मेडिकल बोर्ड ने उन्हें सेवामुक्त किया और दिव्यांगता पेंशन देने की सिफारिश की थी।

निशांत यादव, लखनऊ। पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाले भारतीय वायुसेना के जांबाज ग्रुप कैप्टन एम. श्रीवास्तव ने दिव्यांगता पेंशन पाने के लिए पिछले दो साल से जारी जंग जीत ली है। वायुसेना में सेवा के दौरान कोरिटिड साइनस हाइपर सेस्टिविटी नाम की बीमारी होने पर मेडिकल बोर्ड ने उनको सेवामुक्त कर दिया था। बोर्ड ने दिव्यांगता पेंशन देने की संस्तुति की थी, जिसे रक्षा लेखा विभाग ने अस्वीकार कर दिया था।
अब सशस्त्र बल अधिकरण की लखनऊ बेंच ने उनको को दिव्यांगता पेंशन जारी करने के आदेश दिए हैं।लखनऊ के इंदिरानगर निवासी ग्रुप कैप्टन श्रीवास्तव को भारतीय वायुसेना में 16 दिसंबर 1989 को कमीशंड प्राप्त हुई थी। वह 30 नवंबर 2023 को सेवानिवृत्त हो गए थे। सेवानिवृत्ति के पहले वड़ोदरा में रिलीज मेडिकल बोर्ड ने 25 जुलाई 2023 को स्वास्थ्य परीक्षण में पाया कि उनको कारोटिड साइनस हाइपरसेंस्टिविटी नाम की बीमारी हो गई है।
दिव्यांगता पेंशन देने से कर दिया था मना
ऐसे में तीन श्रेणियों को मिलाकर 40.5 प्रतिशत दिव्यांगता पेंशन देने की संस्तुति मेडिकल बोर्ड ने रक्षा लेखा से की थी। आठ फरवरी 2024 और नौ अक्टूबर 2024 को रक्षा लेखा विभाग ने अपने दो पत्रों के माध्यम से दिव्यांगता पेंशन देने से मना कर दिया। सशस्त्र बल अधिकरण में अपील करते हुए ग्रुप कैप्टन श्रीवास्तव की ओर से बताया गया कि भारतीय वायुसेना में शामिल होते समय वह मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरफ फिट थे। उनकी सेवा रिकार्ड में भी किसी तरह की बीमारी का कोई जिक्र नहीं था।
उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध के अलावा आपरेशन पराक्रम, आपरेशन ब्लैक टोर्नेडो और बालाकोट की एयर स्ट्राइक में हिस्सा लिया था। अपनी पूरी सेवा के दौरान उन्होंने शांति, फील्ड और आपरेशन एरिया में हिस्सा लिया है। लखनऊ बेंच के प्रशासनिक सदस्य ले. जनरल अनिल पुरी अवकाश प्राप्त और न्यायिक सदस्य अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति अनिल कुमार ने सुनवाई के बाद माना कि ग्रुप कैप्टन एम. श्रीवास्तव अपनी शानदार सेवा के दौरान फिट रहे हैं।
सेवाकाल के दौरान हुई बीमारी
उनको यह बीमारी सेवाकाल के दौरान हुई। इसमें इलाज में किसी तरह की देरी भी संभव नहीं है। ऐसे में रक्षा मंत्रालय को 40.5 की दिव्यांगता पेंशन राउंड आफ में 50 प्रतिशत करते हुए चार माह के भीतर देना होगा। ऐसा न करने पर मंत्रालय को आठ प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से भुगतान करना होगा।

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