Bakrid Eid ul Adha 2025 Live News: नमाज में सैनिकों के लिए दुआ, कुर्बानी का सिलसिला शुरू; यूपी में पुलिस का सख्त पहरा
Bakrid Eid ul Adha 2025 Live update; ईद-उल-अजहा की नमाज सुबह शुरू हुई। आगरा, अलीगढ़, कानपुर, मेरठ, मुरादाबाद, फिरोजाबाद सहित यूपी के शहरों में शांति के साथ नमाज पढ़ी गई। ईदगाह और मस्जिदों में नमाजी पहुंचे और देश में अमन चैन और शांति के साथ ही नमाज में सैनिकों के लिए दुआ की गई। इसके बाद कुर्बानी शुरू हुई।

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। ईद-उल-अजहा (बकरीद) मनाई जा रही है। ईदगाह सहित अन्य स्थलों पर नमाज पढ़ी गई हैं। ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा है कि बकरीद की नमाज में देश की सीमा पर मुस्तैद जवानों की रक्षा के लिए दुआ करें। जामा मस्जिद ईदगाह में जुमे की नमाज से पहले नमाजियों को संबोधित कर मौलाना ने शांतिपूर्ण और पारंपरिक तरीके से पर्व मनाने की अपील की थी। कहा था कि जिन पर कुर्बानी वाजिब है वे पूरी खुशी से बेहतर जानवरों की कुर्बानी करें। कुर्बानी के गोश्त में अपना, अपने घर वालों, दोस्तों और जरूरतमंदों का हिस्सा लगाएं। प्रदेश में कुर्बानी का सिलसिला शुरू हो गया, जो अगले तीन दिन तक चलेगा।

मुजफ्फरनगर के छपार क्षेत्र में बकरीद की नमाज शांतिपूर्वक अदा की गई। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुल्क में अमन चैन की दुआ की। सुरक्षा के मद्देनजर एसडीएम सदर निकिता शर्मा, सीओ सदर देवव्रत वाजपेयी, प्रभारी निरीक्षक विकास यादव पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे।

रामपुर जिले में ईद उल अजहा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गई। नाजियों ने ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा की। कहीं भी सड़कों पर नमाज नहीं हुई। ईदगाह में खुदा की इबादत के बाद लाखों हाथ देश में शांति और अमन चैन के दुआ के लिए उठे। ईदगाह में नमाज के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। शनिवार सुबह से ही लोग ईद की तैयारियों में जुट गए। सुबह सात बजे शहर की ईदगाह में नमाज के लिए लोग एक घंटा पहले से ही पहुंचने लगे। सात बजे तक ईदगाह नमाजियों से भर गई। शहर काजी सैयद खुशनूद मियां ने नमाज अदा कराई। नमाज को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए ईदगाह को चारों ओर कड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था रही। ड्रोन कमरों से भी निगरानी की गई। जिले की सभी ईदगाहों और मस्जिदों में शांतिपूर्वक नमाज अदा की गई।

मवाना में ईद-उल-अजहा की सामूहिक शनिवार को नगर व देहात क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के मध्य परंपरागत तरीके से सकुशल संपन्न हुई। नगर में हजारों अकीदतमंद सुबह मेरठ रोड स्थित शाही ईदगाह पहुंचे और देश में अमनों-अमान के लिए अल्लाह के सजदे में सिर झुका कर दुआ मांगी। अल्लाह को सजदा कर देश में अमन चैन की दुआ की। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ल तैनात रहा।
इस मौके पर एडीएमई सत्य प्रकाश, एसपी देहात राकेश मिश्र समेत पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने शहर काजी समेत सैकड़ों लोगों को ईद की मुबारकबाद दी। मस्जिदों में भी नमाज अदा की गई। नमाज से लौटने के कुर्बानी की रस्म अदा करने का सिलसिला शुरू हो गया।
मेरठ-पौड़ी मार्ग स्थित शाही ईदगाह में सुबह सात बजे शहर काजी मौलाना नफीस ने नमाज अदा कराई। उन्होंने नमाज से पूर्व देश में अमनो-अमान और भाईचारा बनाए रखने का संदेश दिया। इसके बाद जमा हुए हजारों लोगों ने देश में अमनो-अमान और भाई चारा कायम रखने के लिए अल्लाह के सजदे में सिर झुका कर दुआ मांगी। नन्हे मुन्ने भी इसमें पीछे नहीं रहे और उन्होंने भी अपने पिता के साथ बाकायदा नमाज अदा की और अल्लाह की इबादत कर दुआ मांगी। नमाज के बाद लोगों को एक दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। नगर की अन्य मस्जिदों में भी ईद की नमाज अदा की गई।
एडीएमई सत्य प्रकाश, एसपी देहात राकेश मिश्र, एसडीएम दीपक माथुर, सीओ अभिषेक पटेल व थाना प्रभारी अखिलेश कुमार मिश्र, चेयरमैन अखिल कौशिक व ईओ राजीव जैन ने शहर काजी मौलाना नफीस को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। इस मौके पर नगर के गणमान्य लोग मौजूद रहे और व्यवस्था बनाने में पुलिस प्रशासन का सहयोग किया। वहीं नगर पालिका की ओर से कैंप लगाया गाया गया था, जिसमें कैंप में अकीदतमंदों को सौंप मिश्री वितरण किया और ईद की मुबारकबाद दी। मवाना के अलावा फलावदा, बहसूमा, परीक्षितगढ़ व हस्तिनापुर के नंगला चांद में ईद की सामूहिक नमाज सकुशल संपन्न हुई।

मैनपुरी में ईद-उल-अजहा शनिवार को परंपरागत अंदाज में मनाया गया। आगरा रोड स्थित ईदगाह में सुबह निर्धारित समय पर मौलवी ने नमाज अता कराई। जिले की सभी मस्जिदों में सुबह सात से आठ बजे के बीच नमाजियों ने सिर झुकाकर दुआ मांगी। नमाज के बाद गले मिलकर एक-दूसरे को त्योहार की शुभकामना दी। राजनीतिक दलों के द्वारा भी अपने-अपने टेंट सजाए गए थे। सभी दलों के पदाधिकारियों ने गले मिलकर शुभकामना प्रेषित की। गर्मी को देखते हुए कई जगहों पर शरबत और मीठी सेवइयों का वितरण कराया गया। दिन भी समाज के लोगों द्वारा एक-दूसरे के घर जाकर पकवान वितरण का क्रम चलता रहा। इसी बीच विषम स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीमें तैनात रही। पुलिस की गश्ती वाहनों के माध्यम से भी संवेदनशील स्थानों पर निगरानी की जाती रही।
बकरीद की नमाज मस्जिद मम्मी जर्राह मंसूर नगर में सुबह 5:45 बजे हुई। इमामबाड़ा आगा बाकिर चौक, हैदरी मस्जिद नक्खास व मस्जिद मम्मी जर्राह मंसूर नगर में छह बजे नमाज हुई। रौजाए हजरत अली सरफरागंज, मस्जिद नदवातुल उलमा, मस्जिद तकवियतुल ईदमान, नादान महल, मस्जिद कादर खां, तालकटोरा में सुबह साढ़े सात बजे नमाज हुई। इमामबाड़ा तकी साहब अकबरी गेट, छोटी मस्जिद, हसन पुरिया, मस्जिद जहरा हाता मिर्जा अली खां, मस्जिद मकबरा आलिया गोलागंज, मस्जिद बिल्कीस जहां सरफराजगंज, मस्जिद चांद वाली तालकटोरा में सुबह आठ बजे नमाज हुई।

हाथरस में ईद उल जुहा शनिवार को मनाया गया।। मुरसान गेट स्थित ईदगाह पर ईद की नमाज अदा कराई गई। इसके लिए सुबह से ही मुस्लिम समाज के लोग यहां पहुंचने लगे थे। मधुगढ़ी घंटाघर व मथुरा रोड से ईदगाह पहुंचने वाले रास्तों पर वाहनों का प्रवेश वेरीकैडिंग लगाकर बंद कर दिया था। ईद उल जुहा शनिवार को मनाया गया। इसे लेकर मुस्लिम समाज में उत्साह दिख रहा था। नमाज अदा करने के लिए मुरसानगेट स्थित ईदगाह पर सुबह से ही मुस्लिम समाज के लोग पहुंचने लगे थे। ईदगाह में जगह नहीं होने होने मुरसान गेस्ट स्थित पास के मस्जिद में नमाजियों को भेजा गया। दोनों स्थानों पर जगह नहीं होने से कुछ लोगों को बिना नमाज पढ़े ही वापस लौटना पड़ा। सुरक्षा को लेकर पुलिस को ईदगाह, मस्जिद व मुस्लिम बस्तियों में तैनात किया गया था। इसके बाद ईद पर कुर्बानी दी गई। नये नये परिधानों में मुस्मिल समाज के लोग व युवाओं में पर्व को लेकर खासा उत्साह बना हुआ था। सिकंदराराऊ, सादाबाद, पुरदिलनगर व सासनी सहित सभी जगह ईद का पर्व मनाया गया। सुरक्षा को लेकर पुलिस ईदगाह, मस्जिद व मुस्लिम बस्तियों में तैनात रही।

रामपुर में ईद उल अजहा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गई। नाजियों ने ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा की। कहीं भी सड़कों पर नमाज नहीं हुई। ईदगाह में खुदा की इबादत के बाद लाखों हाथ देश में शांति और अमन चैन के दुआ के लिए उठे। ईदगाह में नमाज के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। शनिवार सुबह से ही लोग ईद की तैयारियों में जुट गए। सुबह सात बजे शहर की ईदगाह में नमाज के लिए लोग एक घंटा पहले से ही पहुंचने लगे। सात बजे तक ईदगाह नमाजियों से भर गई। शहर काजी सैयद खुशनूद मियां ने नमाज अदा कराई। नमाज को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए ईदगाह को चारों ओर कड़ी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था रही। ड्रोन कमरों से भी निगरानी की गई। जिले की सभी ईदगाहों और मस्जिदों में शांतिपूर्वक नमाज अदा की गई।

संभल के जिलाधिकारी डा. राजेंद्र पैंसिया ओर पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई भी सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। ड्रोन के माध्यम से ईदगाह व आसपास के क्षेत्र में हर गतिविधि पर नजर रखी गई। अधिकारियों ने नमाजियों से मुलाकात कर उन्हें त्योहार की शुभकामनाएं दीं और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। बकरीद के अवसर पर बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में खासा उत्साह देखा गया। नमाज के बाद लोग कुर्बानी की रस्म अदा करने अपने-अपने घरों को लौट गए। इस दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस गश्त भी जारी रही।

संभल में आदमपुर मार्ग स्थित ईदगाह पर शनिवार को ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज शांति एवं उल्लासपूर्ण माहौल में अदा की गई। हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोग सुबह ही ईदगाह पहुंच गए थे। 8:15 बजे नमाज अदा की गई। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी और अमन-चैन की दुआ मांगी। ईदगाह में नमाज के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे। नगर पालिका द्वारा साफ-सफाई, पानी व अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की गई थी। प्रशासन ने भी सुरक्षा के लिहाज से पुख्ता इंतजाम किए। ईदगाह के चारों ओर पुलिस, पीएसी और आरआरएफ के जवान तैनात रहे। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया था। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अधिकारी खुद मौके पर मौजूद रहे।

मेरठ में बकरीद की नमाज शहर में शांति और सद्भाव के माहौल में पढ़ी गई। शाही ईदगाह में शहर काजी जैनुस सालिकीन ने नमाज पढ़ाई। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर मुबारक बाद दी। इसके बाद कुर्बानी का दौर शुरू हुआ। शाही ईदगाह में तकरीर करते हुए शहर काजी ने कहा के कहा इंसान की जान, माल और इज्जत की हिफाजत करना हर मुसलमान का फर्ज है। किसी भी बेगुनाह का कत्ल करना हराम है। जैसे वाकयात पेश आए उसकी कडे़ शब्दों में निंदा करते हैं। हालांकि उन्होंने पहलगाम जैसी घटना का उल्लेख नहीं किया। कहा किसी का माल नहीं लूटना चाहिए और न ही किसी की बेइज्जती करनी चाहिए। कहा हजरत मोहम्मद साहब ने कहा है कि किसी अमानत लें तो उसे उस वक्त जैसा वादा किया है।कहा इस्लाम में ब्याज लेना और देना दोनो की सख्त मनाही है। हम छोटी छोटी ख्वाहिश जैसे मोबाइल, बाइक और कार के लिए झूठी शान के लिए कर्जा लेते और ब्याज देते हैं इस तरह हम कितना गुनाह कर रहे हैं। इससे कितना गुनाह हो रहा है इसका हमें अंदाजा नहीं है। शहर काजी ने कहा कि अपने को बड़ा और दूसरों को नीचा समझना गलत है। अल्लाह की नजर में सब एक में हैं। हमें आला अखलाक पेश करना चाहिए। अपने पड़ोसी और हमवतनों का ख्याल रखना चाहिए। शहर काजी ने शौहर और बीवी के बीच आपसी संबंधों की चर्चा की। कहा दोनो के हक को लेकर इस्लाम में स्पष्ट बताया गया है इस पर अमल करने की बात कही। शहर काजी जैनुस सालिकीन ने कहा किसी फिरके में नहीं बंटना चाहिए और गुमराह नहीं होना चाहिए।

बदायूं शहर में शनिवार सुबह 8:30 बजे जामा मस्जिद पर शांतिपूर्ण तरीके से नमाज अदा कराई गई है। इस दौरान पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मौजूद है। नमाज शुरू होने से पहले ही सभी अधिकारी पहुच गए थे। सुबह 9:00 बजे नमाजियों का बाहर निकलने का क्रम शुरू हुआ। जहां लोगों ने गले मिलकर एक दूसरे को मुबारकबाद दी। उसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी छोटी ज्यारत पर नमाज कराने की तैयारी में जुट गए। सुबह 9:00 बजे डीएम अवनीश राय और एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह छोटी ज्यारत पहुंचे और उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसी तरह जिले के कस्बों व पंचायतो में बकरीद की नमाज संपन्न हुई।
संभल के आदमपुर मार्ग स्थित ईदगाह पर शनिवार को ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज शांति एवं उल्लासपूर्ण माहौल में अदा की गई। हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोग सुबह ही ईदगाह पहुंच गए थे। 8:15 बजे नमाज अदा की गई। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी और अमन-चैन की दुआ मांगी। ईदगाह में नमाज के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे। नगर पालिका द्वारा साफ-सफाई, पानी व अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की गई थी। प्रशासन ने भी सुरक्षा के लिहाज से पुख्ता इंतजाम किए। ईदगाह के चारों ओर पुलिस, पीएसी और आरआरएफ के जवान तैनात रहे। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया था। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अधिकारी खुद मौके पर मौजूद रहे। जिलाधिकारी डा. राजेंद्र पैंसिया ओर पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई भी सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। ड्रोन के माध्यम से ईदगाह व आसपास के क्षेत्र में हर गतिविधि पर नजर रखी गई। अधिकारियों ने नमाजियों से मुलाकात कर उन्हें त्योहार की शुभकामनाएं दीं और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। बकरीद के अवसर पर बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में खासा उत्साह देखा गया। नमाज के बाद लोग कुर्बानी की रस्म अदा करने अपने-अपने घरों को लौट गए। इस दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस गश्त भी जारी रही।

ताजमहल में बकरीद पर मुल्क में अमन और खुशहाली की दुआ की गई। ताजमहल की शाही मस्जिद में सुबह नमाज हुई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। नमाज के बाद लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की बधाई दी। ताजमहल में बकरीद के लिए सुबह सात से 10 बजे तक पर्यटकों को निश्शुल्क प्रवेश की सुविधा दी गई, जिसका सैकड़ों लोगों ने लाभ उठाया। हालांकि, मुख्य मकबरे पर ऊपर जाने के लिए 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट लागू रहा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) ने सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए, ताकि पर्यटकों और नमाजियों को कोई असुविधा न हो। बकरीद पर सुबह आठ बजे ताजमहल में नमाज पढ़ी गई। पश्चिमी गेट स्थित फतेहपुरी मस्जिद और पूर्वी गेट स्थित संदली मस्जिद में भी नमाज पढ़ी गई। यहां भी लोगों की भीड़ रही।

अयोध्या शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक सकुशल संपन्न हो रही है ईद उल अजहा (बकरीद की नमाज। शहर की मस्जिदों समेत सिविल लाइन स्थित ईदगाह में भी पढ़ी गई बकरीद की नमाज। कड़ी सुरक्षा के बीच पढ़ी गई नमाज। आईजी रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार का बयान। रेंज के सभी जिलों में सकुशल नमाज संपन्न हो रही है। परंपरागत रूप से कुर्बानियां भी हो रही है। सभी जगह पर पर्याप्त पुलिस फोर्स तैनात है। रेंज के सभी जिलों में परंपरागत रूप से कुर्बानियां कराई जा रही है। डीएम निखिल टीकाराम फुंडे का बयान। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र सौहार्दपूर्ण बकरीद की नमाज संपन्न हो रही है।

कुर्बानी और बलिदान का त्योहार ईद-उल-अजहा जिले के मुस्लिम समुदाय द्वारा प्रमुखता से मनाया जा रहा है। सबसे पहले शाही ईदगाह मस्जिद पर नमाज़ पढ़ी गई, जिसमें हज़ारों नमाज़ी बारगाह में जुटे और खुदा के सामने सजदा कर नमाज पढ़ी। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के उपस्थिति में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। ईदगाह पर ड्रोन से क्षेत्र की निगरानी की गई। यहां अपर पुलिस आयुक्त बदन सिंह, डीसीपी सिटी सोनम कुमार और एसीपी डॉ सुकन्या शर्मा ने मौजूद रहकर लोगों को ईद की शुभकामनाएं दीं।राजनीतिक लोग भी पहुंचे। इसके बाद जामा मस्जिद पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नमाज हुई। यहां भी मुस्लिम समाज के लोगों को नमाज के बाद शुभकामनाएं देने शहर के सर्व समाज के लोग पहुंचें और गले मिलकर त्योहार की बधाइयां दीं।
इसके बाद अन्य मस्जिदों में नमाज पढ़ी। नमाज पढ़कर निकले नमाजियों ने इबादत के जकात की और जरूरतमंद लोगों को अपनी क्षमता अनुसार दान किया। इसके बाद घर पहुंचकर कुर्बानी का सिलसिला प्रारंभ हुआ। सड़क पर नमाज पढ़ने और सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी देना पूरी तरह प्रतिबंध रहा।

शाहजहांपुर में ईद उल अजहा पर ईदगाहों व मस्जिदों में सुबह नमाज अदा की गई। लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद दी। बड़ी ईदगाह पर शहर पेश इमाम मौलाना हुजूर अहमद मंजरी ने दो रकात की नमाज अदा कराई। उन्होंने कहा कि कुर्बानी हजरत इब्राहीम की सुन्नत है। यह पूरे आलम-ए-इस्लाम में अदा की जाती है। आखिर में मुल्क में अमनो अमान, भाईचारा के साथ-साथ तरक्की और कामयाबी की दुआ मांगी गई। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर ईद उल अजहा की मुबारकबाद पेश की। इस दौरान नगर आयुक्त विपिन मिश्रा, एडीएम प्रशासन रजनीश मिश्रा, एएसपी सिटी देवेंद्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट प्रवेंद्र कुमार सहित प्रशासन व पुलिस के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने भी शहर पेश इमाम सहित अन्य लोगों को ईद की बधाई दी। नमाज के बाद हजरत इब्राहीम की यादगार कुर्बानी अदा की गई। छोटी ईदगाह, ईदगाह गदियाना, जामा मस्जिद सहित जिले की अन्य ईदगाहों व विभिन्न मस्जिदों में भी नमाज अदा की गई।

अलीगढ़ में शाहजमल स्थित ईदगाह में ईद उल अजाह की नमाज से पहले तकरीर करते शहर मुफ्ती खालिद हमीद।

ईदगाह जाने वाले मार्ग पर एडीएम सिटी और एसपी सिटी पुलिस बल के साथ तैनात रहे। वहीं मुरादाबाद के ईदगाह में बकरीद की नमाज अदा करते नमाजी।
