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    Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण कार्य की गति परखने पहुंचे मंदिर निर्माण समिति के प्रमुख नृपेन्द्र मिश्र

    By Dharmendra PandeyEdited By:
    Updated: Mon, 18 Apr 2022 08:04 PM (IST)

    Ayodhya Ram Mandir राम जन्मभूमि परिसर में सोमवार को पूर्वान्ह राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण कार्य की समीक्षा शुरू हुई। राम मंदिर निर्माण समिति के अध् ...और पढ़ें

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    Ayodhya Ram Mandir : राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र

    अयोध्या, जेएनएन। रामनगरी अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण जारी है। इसके निर्माण कार्य को समय-समय पर परखा जाता है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र दो दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे हैं। नृपेन्द्र मिश्र रामनगरी में राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में भाग लेंगे।

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    अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में कार्य प्रगति को भी परखा जाएगा। राम मंदिर निर्माण समिति की मासिक बैठक में रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की समीक्षा एवं भावी योजना पर विचार किया जाएगा। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र रविवार की शाम रामनगरी अयोध्या पहुंचे थे। आज उन्होंने बैठक में भाग लिया। उनके साथ बैठक में कांस्ट्रक्शन करने वाली कंपनियों के इंजीनियर्स भी थे।

    राम जन्मभूमि परिसर में सोमवार को पूर्वान्ह राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण कार्य की समीक्षा शुरू हुई। एलएंडटी के कार्यालय में समीक्षा बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ट्रस्ट के सदस्य डा अनिल मिश्र सहित मंदिर निर्माण की कार्यदाई संस्था एल एंड टी एवं टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियर्स के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

    इससे पूर्व नृपेंद्र मिश्र ने राम जन्मभूमि परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया। 15 जनवरी से चल रहा मंदिर निर्माण कार्य इन दिनों निर्णायक दौर में है। 400 गुने 300 वर्ग फीट के विशाल क्षेत्र में 40 से 50 फीट गहरे तक मंदिर निर्माण की नींव गत वर्ष ही तैयार हो चुकी है। मंदिर की बुनियाद के ऊपर पांच फीट मोटी एक और परत ढली जा चुकी है । इन दिनों मंदिर की बुनियाद के ऊपर अधिष्ठान का निर्माण हो रहा है। यह अधिष्ठान 21 फीट ऊंचा होगा और इसी पर पहले से तराश कर रखे गए पत्थर मंदिर के रूप में संयोजित किए जाएंगे।

    तैयारियों के अनुसार इसी वर्ष जून माह तक अधिष्ठान निर्माण का काम पूरा हो जाएगा। राम मंदिर निर्माण के साथ संपूर्ण राम जन्म भूमि परिसर को सांस्कृतिक उपनगरी के रूप में भी विकसित किए जाने की योजना है। मंदिर निर्माण के साथ-साथ इस योजना पर भी क्रियान्वयन होता जा रहा है। राम मंदिर निर्माण समिति बैठक मंगलवार को भी होनी है।

    तेलंगाना के करीमनगर से ग्रेनाइट लाने की तैयारी : रामनगरी में भव्य राम मंदिर निर्माण की तेज होती गति के बीच ग्रेनाइट पत्थर की आपूर्ति भी बढ़ाये जाने की तैयारी चल रही है। यहां पर अभी तक बेंगलुरू से ही ग्रेनाइट मंगाया जा रहा है। बेंगलुरू से लाया जा रहा ग्रेनाइट निर्माण के लिए पर्याप्त नहीं है। इसी कारण अब तेलंगाना के करीमनगर जिले से भी ग्रेनाइट मंगाने का निर्णय लिया गया है। करीमनगर नगर निगम क्षेत्र है, जो ग्रेनाइट के लिए विख्यात है। अब जल्द ही तेलंगाना से ग्रेनाइट की आपूर्ति प्रारंभ हो जाएगी। इसे ट्रेन के माध्यम से लाया जाएगा।

    राम मंदिर के निर्माण के दौरान प्लिंथ निर्माण में नित्य सैकड़ों ग्रेनाइट के पीस का प्रयोग हो रहा है। अब रात्रि काल में कार्य शुरू होने से ग्रेनाइट की मांग और बढ़ गई है। मंदिर के गर्भगृह क्षेत्र में प्लिंथ निर्माण तेजी से हो रहा है, यहां तीसरी लेयर निर्मित हो चुकी है। पूरी प्लिंथ के निर्माण में सिर्फ ग्रेनाइट का प्रयोग ही किया जा रहा है। राफ्ट के कुल छह हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल पर प्लिंथ सात लेयर में निर्मित की जाएगी। एक लेयर 21 फीट ऊंची तथा इसकी मोटाई तीन फीट होगी। इसमें पांच गुणे तीन गुणे ढाई फीट के कुल 17 हजार पीस ग्रेनाइट लगने हैं। छह माह में प्लिंथ का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।

    निर्धारित समय में पूरा होगा मंदिर का निर्माण : श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डा.अनिल मिश्र ने बताया कि मंदिर निर्माण तेजी से हो रहा है। समय पर मंदिर निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य है। इसी पर ध्यान केंद्रित है। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र लगातार निर्माण की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रेनाइट की उपलब्धता के लिए एजेंसी तय हैं। आपूर्ति की जिम्मेदारी उसी की है।