Ayodhya Deepotsav 2025: ईको पर्यटन स्थलों का भी भ्रमण कर सकेंगे दीपोत्सव के पर्यटक
Ayodhya Deepotsav 2025: पर्यटन विभाग 19 अक्टूबर को अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन कर रहा है। इस बार 26 लाख दीये जलाने का विश्वरिकार्ड भी बनाने की तैयारी की जा रही है। ईको-पर्यटन विकास बोर्ड के तैयार पैकेज में अयोध्या से गोंडा में स्थित पार्वती अर्गा बर्ड सेंचुरी को शामिल किया गया है।

अयोध्या में आयोजित किए जा रहे दीपोत्सव
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊः रामनगरी अयोध्या में 19 अक्टूबर को आयोजित होने जा रहे दीपोत्सव में आने वाले पर्यटकों को इस बार ईको-पर्यटन स्थलों के भ्रमण का भी मौका मिलेगा। इसके लिए ईको-पर्यटन बोर्ड ने अयोध्या से लखनऊ, उन्नाव, वाराणसी, चंदौली और गाजीपुर के प्राकृतिक पर्यटन स्थलों के भ्रमण के लिए पांच पैकेज तैयार किए हैं। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह पैकेज ईको पर्यटन की वेबसाइट www.upecoboard.up.gov.in पर उपलब्ध हैं।
पर्यटन विभाग 19 अक्टूबर को अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन कर रहा है। इस बार 26 लाख दीये जलाने का विश्वरिकार्ड भी बनाने की तैयारी की जा रही है। ईको-पर्यटन विकास बोर्ड के तैयार पैकेज में अयोध्या से गोंडा में स्थित पार्वती अर्गा बर्ड सेंचुरी को शामिल किया गया है। पहले दिन अयोध्या और दूसरे दिन गोंडा का भ्रमण कराया जाएगा।
इसी प्रकार तीन दिन के पैकेज में पहले दिन लखनऊ, दूसरे दिन अयोध्या और तीसरे दिन लखनऊ में कुकरैल के जंगल का भ्रमण शामिल है। चार दिन के पैकेज में दो दिन अयोघ्या और दो दिन रामसर साइट नवाबगंज पक्षी विहार उन्नाव को शामिल किया गया है।
तीन दिन के पैकेज में अयोध्या-वाराणसी-गाजीपुर को जोड़ा गया है। इसमें अयोध्या और काशी के प्रसिद्ध स्थलों के साथ-साथ सारनाथ स्थित कछुआ प्रजनन एवं पुनर्वास केंद्र, गंगा दर्पण म्यूजियम तथा गाजीपुर के सैदपुर क्षेत्र में गंगा नदी में डाल्फिन दर्शन को शामिल किया गया है।इसके अलावा पांच दिन और चार रात के पैकेज में अयोध्या, वाराणसी, गाजीपुर के साथ-साथ चंदौली जनपद को भी जोड़ा गया है। इसमें चौथे दिन चंदौली के राजदरी एवं देवदरी जलप्रपात का भ्रमण कराया जाएगा।
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