Deepotsav 2025: अयोध्या में भव्य और दिव्य दीपोत्सव का शुभारंभ, राम नगरी में निकाली गई शोभा यात्रा
Ayodhya Deepotsav 2025:अयोध्या में दीपोत्सव का नया कीर्तिमान स्थापित करने की तैयारी स्वयंसेवकों ने शनिवार को पूर्ण कर ली। रामकी पैड़ी के 56 घाटों पर करीब 28 लाख दीये सज्जित हो गए। इनमें 26 लाख 11 हजार 101 प्रज्वलित दीयों का कीर्तिमान स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।

अयोध्या में भव्य दीपोत्सव: शोभा यात्रा निकली
जागरण संवाददाता, अयोध्या: रामनगरी में एक और भव्य और दिव्य दीपोत्सव का शुभारंभ हो गया है। दीपोत्सव 2025 में राम की पैड़ी पर 28 लाख से अधिक दीप सजाए गए हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार इस वर्ष अयोध्या में सरयू तट पर नौवां दीपोत्सव मना रही है। दिनों दिन अयोध्या दीपोत्सव का स्वरुप वृहद होता जा रहा है। राम मंदिर के अलावा यहां पिछले आठ वर्ष से आयोजित हो रहे दीपोत्सव के कारण अयोध्या की भव्यता और बढ़ गई है।
अयोध्या में दीपोत्सव का नया कीर्तिमान स्थापित करने की तैयारी स्वयंसेवकों ने शनिवार को पूर्ण कर ली। रामकी पैड़ी के 56 घाटों पर करीब 28 लाख दीये सज्जित हो गए। इनमें 26 लाख 11 हजार 101 प्रज्वलित दीयों का कीर्तिमान स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रज्वलित सभी दीप करे जाएंगे, लेकिन विश्व कीर्तिमान के लिए लक्षित दीयों की गणना होगी। गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड की टीम यहां पहुंच भी चुकी है। सूर्यास्त के साथ दीयों को प्रज्वलित करने का क्रम आरंभ होगा।
डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने रामकी पैड़ी के घाटों का सघन निरीक्षण कर दीपों को बिछा रहे स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहाकि भगवान राम की व्याप्ति कण-कण में है और उनके काज में संलिप्त होने का अवसर सौभाग्य से मिलता है। रविवार को दीयों में तेल भरने के लिए एक-एक लीटर की सरसों के तेल की बोतल उपलब्ध कराई गई और वालंटियर 28 लाख दीयों में तेल डालने में जुट गए। घाट पर तेल नह गिरे, इसका विशेष ध्यान रखा गया है और सभी वालंटियर तेल की बोतल खाली होने के बाद वापस उसी गत्ते में सुरक्षित रखेंगे। दीयों में तेल डालने के पश्चात बाती के आगे वाले भाग पर कपूर का पाउडर लगाएंगे। वालंटियरों ने घाट संख्या 10 पर 80 हजार दीयों से स्वास्तिक बनाया है। यह दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।
आस्था व प्रभु श्रीराम के सम्मान का प्रतीक दीपोत्सव
पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि वर्ष 2017 में पहली बार एक लाख 71 हजार दीपक जलाए गए थे। इस दीपोत्सव 26 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ विश्व रिकार्ड बनाया जाएगा। पहले से नौवें संस्करण तक दीयों की संख्या में करीब 15 गुणा तक वृद्धि हुई है। यह आस्था और प्रभु श्रीराम के प्रति सम्मान का परिचायक है। सरयू घाट पर 21 सौ वेदाचार्य महाआरती करेंगे। अयोध्या में सितारे जमीन पर उतरेंगे। 11 सौ ड्रोन आसमान में रामायण के विभिन्न प्रसंगों की मनमोहक झलकियां प्रस्तुत करेंगे, जिसमें स्वदेशी ड्रोन के माध्यम से जय श्रीराम, धनुषधारी राम, संजीवनी पर्वत उठाए हनुमानजी, रामसेतु और राममंदिर मनमोहक आकृतियां शामिल होंगी।
उन्होंने बताया कि रामकथा पार्क में मणिपुर का रास और गोटीपुआ नृत्य, केरल की कथकली, नेपाल, उत्तराखंड और श्रीलंका की रामलीलाएं, सहारनपुर की नृत्यमयी रामायण तथा बरेली की प्रसिद्ध विंडरमेयर रामलीला का मंचन होगा। दीपोत्सव मेले में 70 से अधिक स्टाल होंगे, जहां बांस, मूंज शिल्प, जूट के थाल, और प्रसाद बाक्स जैसे उत्पाद होंगे। ये उत्पाद महिला कारीगरों के बनाए हैं।
रामायण के पांच प्रसंग हुए जीवंत
राम की पैड़ी पर जियो-टैग्ड एआर पाइंटों से आगंतुक राम-सीता स्वयंवर, संजीवनी बूटी लाना, राम-रावण युद्ध, राम-सीता की अयोध्या वापसी और राज्याभिषेक जैसे पांच प्रमुख प्रसंगों को 3-डी रूप का आनंद भी ले रहे हैं।
दीपोत्सव एआर एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध
दीपोत्सव एआर एप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर पर निश्शुल्क उपलब्ध है। एप का डिजाइन इस तरह तैयार किया गया है कि हर आयु वर्ग के उपयोगकर्ता इसे सहजता से प्रयोग कर सकें। इस एप ने कहानी, श्रद्धा और नवाचार तीनों को जोड़ते हुए अयोध्या को जीवंत डिजिटल संसार में परिवर्तित किया है। वहीं, दुनिया के किसी भी कोने में बैठे लोग वर्चुअल दीपदान से दीप जला कर उत्सव का हिस्सा बन सकते हैं। एप उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग का विकसित उत्तर प्रदेश 2047 की परिकल्पना की दिशा में उल्लेखनीय कदम है। यह आध्यात्मिक धरोहर और नवाचार के संगम से युवाओं में गर्व, सहभागिता और सांस्कृतिक जुड़ाव की नई भावना जागृत करता है।
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