विमान कंपनियों का सर्वे हुआ पूरा, एयरपोर्ट के बेड़े में शामिल होंगे कई विमान
कई नए शहरों को उड़ान शुरू करने की चल रही तैयारी, इंटरनेशनल नेटवर्क बढ़ाने के लिए होगा रनवे का विस्तार।
लखनऊ (जेएनएन) । हर साल करीब 23 प्रतिशत की दर से जिस चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। वहां से इस साल कई नई सेवाएं शुरू करने की तैयारी है। कई विमान कंपनियों ने नई उड़ानों के लिए सर्वे भी कर लिया है। एयरपोर्ट प्रशासन से ऑपरेशनल अनुमति लेने की प्रक्रिया भी चल रही है। इस साल लागू होने वाले एयरलाइनों के नए टाइम टेबल में इनको शामिल किया जा सकता है।
लखनऊ एयरपोर्ट पर इस समय रोजाना करीब 65 घरेलू विमान लखनऊ आते हैं और यहां से इतने ही रवाना होते हैं। जबकि औसतन 10 इंटरनेशनल विमान भी यहां से संचालित होते हैं। यहां से इलाहाबाद की सेवा पिछले दिनों शुरू हुई है। जबकि अब इंदौर, जयपुर, भोपाल जैसे शहरों को भी सीधी उड़ानें शुरू हो चुकी हैं। अगले कुछ महीनों में विमान कंपनियां ग्वालियर, आगरा, बरेली, गोरखपुर सहित करीब 10 शहरों के लिए नई सेवाएं शुरू करने जा रही हैं। इनके संचालन के लिए कंपनियों ने दिल्ली स्थित भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को प्रस्ताव भी भेज दिए हैं। लखनऊ एयरपोर्ट से जेट एयरवेज के साथ गो और इंडिगो एयरलाइन के सबसे अधिक विमान हैं। एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग और उनके रवाना होने के बीच 45 मिनट का अंतराल होना चाहिए। इसे देखते हुए एयरपोर्ट प्रशासन अपने यहां जिन नए विमानों को शामिल करेगा उनके लिए स्लॉट भी आवंटित किए जाएंगे। एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से ही नए विमानों के लिए समय तय करने के साथ अनुमति विमान कंपनियों को मिलेगी। माना जा रहा है कि कुछ नए विमानों को 24 अक्टूबर से लागू होने वाले नए टाइम टेबल में शामिल किया जाएगा। एयरपोर्ट के विशेष कार्याधिकारी संजय नारायण ने बताया कि कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाएं शुरू करने के लिए प्रक्रिया चल रही है। जैसे-जैसे प्रक्रिया पूरी होगी उन शहरों के लिए विमान सेवा शुरू करने की अनुमति भी मिल जाएगी।