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    महाठग राशिद नसीम का भाई एवं शाइन सिटी का पार्टनर आसिफ गिरफ्तार, लखनऊ पुलिस ने प्रयागराज में दबोचा

    By Vikas MishraEdited By:
    Updated: Mon, 01 Nov 2021 08:38 PM (IST)

    नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरह लाखों लोगों से 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले शाइन सिटी के डायरेक्टर व महाठग राशिद नसीम के भाई आसिफ नसीम को लख ...और पढ़ें

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    पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर ने आसिफ नसीम की गिरफ्तारी की पुष्टी की।

    लखनऊ, जागरण संवाददाता। नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरह लाखों लोगों से 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले शाइन सिटी इंंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर राशिद नसीम के भाई आसिफ नसीम को लखनऊ पुलिस ने सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। आसिफ को लखनऊ-प्रयागराज मार्ग पर नवाबगंज के पास वाराणसी कट से पकड़ा था। शासन ने हाल में ही राशिद और उसके भाई आसिफ पर पांच-पांच लाख रुपये का ईनाम घोषित किया था।

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    आसिफ के खिलाफ लखनऊ में करीब 500 और देश भर में करीब पांच हजार से अधिक मुकदमें दर्ज हैं। 374 मुकदमे सिर्फ गोमतीनगर थाने में दर्ज हैं। पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर ने गिरफ्तारी की टीम में शामिल पुलिस कर्मियों के उत्साह वर्धन के लिए 50 हजार का इनाम घोषित किया है। जेसीपी कानून व्यवस्था नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि आसिफ मूल रूप से प्रयागराज के करेली जेटीबी नगर का रहने वाला है। आसिफ कंपनी में पार्टनर है। उसने गोमतीनगर के आर स्क्वायर में अपनी कंपनी का आफिस 2013 में खोला था। वह प्लाट दिलाने, रुपये दोगुने करने का झांसा देकर लोगों से निवेश कराता था। उन्होंने बताया कि आसिफ कंपनी में 49 फीसद का पार्टनर था। वहीं, राशिद 51 फीसद लेता था। अबतक राशिद की पत्नी, कंपनी के अन्य निदेशकों समेत कुल 47 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गोमतीनगर कोतवाली में दर्ज मुकदमों में 82 पर सीपीआइ कोर्ट कुर्की के आदेश जारी कर चुकी है।

    20-25 हजार रुपये महीना पर किसानों के प्लाट लेता था किराए पर : एडीसीपी सैय्यद मो. कासिम आब्दी ने बताया कि आसिफ गोसाईगंज, बीकेटी और नगराम समेत देश के अन्य जनपदों में किसानों को अपने झांसे में लेता था। उनकी जमीनों को 20-25 हजार रुपये महीना किराए पर लेता और फिर उसमें कंपनी का बोर्ड लगा देता था। उसके बाद ग्राहकों को बताता था कि यह उसी के प्लाट हैं। उसी जमीन पर प्लाट के निवेश के नाम पर लोगों से रुपये लेता था।

    कर्मचारी ने प्रायगाराज हाईकोर्ट में दायर की थी रिट

    कुछ माह पहले राशिद नसीम की कंपनी में काम करने वाले विजलेश केसरवानी ने पीड़िता का एक संगठन तैयार करके प्रयागराज हाईकोर्ट में कंपनी के खिलाफ 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी की रिट दायर की थी।ठगी में उसकी पत्नी समेत कंपनी के 50 से अधिक कर्मचारी आरोपित हैं।

    दर्ज मुकदमों का ब्योरा

    • लखनऊ : 500 करीब
    • ईओडब्ल्यू : 366 मुकदमों की कर रही जांच
    • देश के विभिन्न जनपदों में दर्ज मुकदमे : पांच हजार करीब
    • ठगी के शिकार लोग : 10 लाख से अधिक
    • इन पर दर्ज हैं मुकदमे : दोनों ठग भाई समेत कंपनी के 50 से अधिकारी और कर्मचारी

    2019 में महाठग नेपाल से हुआ था गिरफ्तार, अब दुबई से चला रहा नेटवर्क : राशिद नसीम को वर्ष 2019 में नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था। बाद में नेपाल से उसे जमानत मिल गई थी। इशके बाद वह दुबई भाग गया था। अब वह दुबई से नेटवर्क चला रहा है और जार्जिया की नागरिकता लेने के की तैयारी में है। वहीं, एसटीएफ ने बीते 30 जून को शाइन सिटी के नेशनल हेड बृज मोहन सिंह को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

    राशिद ने 2013 से शुरू किया था ठगी का कारोबार फिर भाई को जोड़ा : एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि करीब 20 साल पहले उसने स्पीक एशिया मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी में एजेंट की नौकरी शुरू की थी। साथ में उसका भाई आसिफ नसीम भी जुड़ा था। शातिर दिमाग नसीम ने यहीं पर रहकर निवेशकों को ठगने की कला मल्टी लेवल मार्केटिंग से सीखी। इसके बाद वर्ष 2013 में उसने शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से हाउसिंग कंपनी और उसके बाद 50 से अधिक कंपनियां खोल डाली।