आसाराम बापू आश्रम ने अवैध रूप से हथिया ली लखनऊ नगर निगम की जमीन
लंबे समय बाद नगर निगम ने अपनी भूमि का सर्वे कराया है जिसमें नगर निगम सीमा में शामिल 124 गांवों में यह अवैध कब्जे पाए गए हैं।
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। आसाराम बापू जेल में बंद हैं, लेकिन उनके अनुयायी गड़बड़ी करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। मेट्रो से अपनी जमीन का मुआवजा लेने के बाद आसाराम बापू आश्रम के संचालकों ने नगर निगम की जमीन पर कब्जा कर लिया। नगर निगम ने आश्रम खाली करने की नोटिस भी दिया है।
यह जमीन अलीनगर सुनहरा में खसरा नंबर 1138 और फरुखाबाद चिल्लावां में है, जो तालाब में दर्ज है। कब्जा की गई जमीन का क्षेत्रफल भी करीब डेढ़ बीघा है। कब्जा की गई जमीन पर आश्रम के लोग ने घेराबंदी कर रखी है। नगर निगम के तहसीलदार देशदीपक सिंह का कहना है कि पैमाइश में पाया गया कि आसाराम बापू आश्रम के लोगों ने नगर निगम की जमीन को अपना बताकर कब्जा कर लिया है।
उधर, नगर निगम के नए सर्वे में करीब 163.5130 हेक्टेयर भूमि पर अवैध कब्जे पाए गए हैं। इसमें मकान बनाने के साथ ही उस पर प्लाटिंग तक कर दी गई। बुधवार को सर्वे रिपोर्ट का काम पूरा होने के बाद 8392 लोगों को चिह्नित किया गया है, जिन्होंने किसी न किसी रूप में नगर निगम की जमीन को हथिया रखा है।
लंबे समय बाद नगर निगम ने अपनी भूमि का सर्वे कराया है। इसमें दस लेखपालों की मदद की ली गई। नगर निगम सीमा में शामिल 124 गांवों में यह अवैध कब्जे पाए गए हैं। निगम ने कुछ दिन पूर्व ही दस भू-माफिया को चिह्नित किया था, लेकिन इसमे छोटे कब्जेदार थे, जबकि बड़े कब्जेदारों पर कार्रवाई में नगर निगम के बड़े अफसरों ने भी हाथ पीछे कर लिए थे।
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औरंगाबाद खालसा में चार बीघा जमीन पर भी अवैध कब्जा हो गया। सरोजनीनगर, पारा, मड़ियावं चिनहट में भी बड़े क्षेत्रफल वाली जमीनों पर अवैध कब्जे पाए गए हैं। तहसीलदार देशदीपक सिंह का कहना है कि इसमे 60 पुराने कब्जे भी हैं, लेकिन बड़े कब्जेदारों को नोटिस जारी किया जाएगा।
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