दिल्ली से लखनऊ आते वक्त प्रियंका वाड्रा व एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह में हो गई कहासुनी..!, जानिए फिर क्या हुआ
कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका वाड्रा और रायबरेली के एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह कभी एक ही कश्ती (कांग्रेस पार्टी) के खेवनहार रहे हैं। एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह भाजपाई हुए तो दोनों के रिश्ते भी तल्ख हो चुके हैं। रविवार को दोनों आमने-सामने हुए तो तीखा संवाद भी हुआ।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा और रायबरेली के एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह कभी एक ही कश्ती (कांग्रेस पार्टी) के खेवनहार रहे हैं। एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह भाजपाई हुए तो दोनों के रिश्ते भी तल्ख हो चुके हैं। रविवार को दोनों आमने-सामने हुए तो तीखा संवाद भी हुआ। प्रियंका वाड्रा और कांग्रेस पार्टी ने इस पर चुप्पी साधे रखी, लेकिन एमएलसी ने फेसबुक अकाउंट पर कहासुनी शेयर किया है।
दिल्ली के हवाईअड्डे पर टर्मिनल दो से लखनऊ के लिए रविवार देर शाम इंडिगो की फ्लाइट जानी थी। फेसबुक पर एमएलसी दिनेश सिंह ने लिखा है कि वे एग्जिट रो की 19 सी सीट पर बैठे थे, उनके बगल में 19 बी सीट पर एक बुजुर्ग बैठा था, एमएलसी ने लिखा कि बुजुर्ग उन्हें बीमार लगा और प्लेन की बोर्डिंग लगभग पूरी होने वाली थी ये मानकर वे बुजुर्ग को राहत देने के लिए खाली पड़ी 19 डी सीट पर बैठ गए। उन्होंने लिखा कि कुछ देर में प्रियंका वाड्रा आईं और बोलीं कि ये सीट मेरी है।
एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह का दावा है कि उन्होंने प्रियंका प्रणाम को प्रणाम करके बगल की सीट पर जाने लगे, तभी प्रियंका ने गुस्से में कहा कि इतनी जल्दी हमारी सीट नहीं ले पाओगे। इस पर एमएलसी ने जवाब दिया कि आपकी सीट खतरे में है यही क्या कम है? इसके बाद मैं अपनी सीट पर बैठ गया। इतने में जहाज की परिचारिका आई और बुजुर्ग को सहारा देकर आगे की खाली सीट में बैठा दिया। इससे मुझे लगा कि मैंने कोई गलती नहीं की थी। मैं तो एक सामान्य किसान का बेटा हूं। भारतीय जनता पार्टी का छोटा सा सिपाही हूं, जबकि प्रियंका देश के सबसे बड़े और सबसे अमीर घराने की सदस्य और एक राष्ट्रीय पार्टी की सर्वे सर्वा हैं। उनका आचरण ऐसा होगा मुझे यकीन नहीं होता है।