UP News: 200 नगर पालिका परिषदों में होगा जीआईएस आधारित संपत्ति कर सर्वेक्षण
अमृत 2.0 के तहत उत्तर प्रदेश की 200 नगर पालिका परिषदों में जीआईएस आधारित संपत्ति कर सर्वेक्षण होगा। वाराणसी में सीवर व्यवस्था सुधारी जाएगी। लगभग 3850.36 करोड़ रुपये की लागत वाली 37 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत महिलाएं वृक्षारोपण करेंगी और उनकी देखभाल करेंगी।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। अमृत 2.0 के तहत उत्तर प्रदेश की 200 नगर पालिका परिषदों में भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) तकनीक आधारित संपत्ति कर और यूटिलिटी सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नौ वार्डों की सीवर व्यवस्था को भी सुधारा जाएगा।
मुख्य सचिव एसपी गोयल की अध्यक्षता में सोमवार को अमृत 2.0 की 15वीं राज्य स्तरीय उच्चाधिकार संचालन समिति की बैठक में इन परियोजनाओं सहित 26 पेयजल, सात सीवर/री-यूज, तीन सरोवर और एक पार्क के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
इन परियोजनाओं की अनुमानित लागत लगभग 3850.36 करोड़ रुपये है। मुख्य सचिव ने बैठक में कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन अनिवार्य रूप से कराने के निर्देश भी दिए हैं।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की पहुंच बढ़ाने के लिए लखनऊ की गोसाईगंज नगर पंचायत सहित 26 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई।
इसमें मेरठ नगर निगम, कौशांबी मंझनपुर नगर पालिका परिषद, सिद्धार्थ नगर की शोहरतगढ़ नगर पंचायत, सोनभद्र की चोपन नगर पंचायत, झांसी की चिरगांव नगर पालिका परिषद, देवरिया की गौरा बरहज नगर पालिका परिषद, भदोही नगर पालिका परिषद, हापुड़ नगर पालिका परिषद, देवरिया नगर पालिका परिषद, अयोध्या नगर निगम, संभल नगर पालिका परिषद, मैनपुरी नगर पालिका परिषद, चंदौली की सैयदराजा नगर पंचायत, कुशीनगर छितौनी नगर पंचायत, वाराणसी नगर निगम, अलीगढ़ हरदुआगंज नगर पंचायत, फतेहपुर कारीकां धाता नगर पंचायत, सुलतानपुर नगर पालिका परिषद, सिद्धार्थ नगर उसका बाजार नगर पंचायत, हमीरपुर नगर पालिका परिषद , हमीरपुर की कुरारा नगर पंचायत, गोहांडा नगर पंचायत और सरीला नगर पंचायत, महोबा नगर पालिका परिषद, नए नलकूप, रिबोरिंग, उच्च जलाशयों की मरम्मत कार्य कराई जाएगी।
इसके अलावा सीवर की सात परियोजनाओं में वाराणसी नगर निगम, गोरखपुर नगर निगम, वाराणसी के प्रभावित वार्डों, नव विस्तारित क्षेत्रों में सीवर लाइन बिछाने, घरों में कनेक्शन, री-यूज सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इससे अपशिष्ट जल प्रबंधन मजबूत होगा।
वाराणसी छावनी बोर्ड में 149.02 लाख रुपये की लागत से सद्भावना पार्क का निर्माण कराया जाएगा। सिद्धार्थनगर की नगर पंचायत भारत भारी में करौता तालाब, बुलंदशहर की नगर पालिका परिषद शिकारपुर में बूढ़े बाबा दौज वाला तालाब और गाजियाबाद नगर निगम में डूडाहेडा तालाब का सौंदर्यीकरण और विकास से जल स्रोतों का संरक्षण को बढ़ावा दिया जाएगा।
वाराणसी में सुधारी जाएगी सीवर व्यवस्था
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नगर क्षेत्र की सीवर व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए नौ सीवर जोन में सिटी वाटर एक्शन प्लान (सीडब्ल्यूएपी) के प्रस्ताव को 5559.25 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से स्वीकृति दी गई।
इसमें डिस्ट्रिक्ट-I, डिस्ट्रिक्ट-IIए, डिस्ट्रिक्ट-IIबी-IIसी, अत्यधिक प्रभावित वार्ड दीनापुर, लमही, चितईपुर, लहरतारा, रामनगर शामिल हैं। इसके अलावा वाराणसी नगर निगम के ओल्ड सिस वरुणा क्षेत्र के 16 वार्ड, ट्रांस वरुणा क्षेत्र के दो वार्डों में पेयजल व्यवस्था के लिए प्रस्तावित योजना को स्वीकृति दी गई।
अमृत 2.0 योजना के तहत बाराबंकी की तीन नगर पंचायतों रामसनेही घाट, दरियाबाद एवं टिकैतनगर के 57.85 करोड़ रुपये लागत वाले सिटी वाटर एक्शन प्लान को योजना मे शामिल करके पेयजल परियोजनाओं के क्रियान्वयन को मंजूरी दी गई।
एक पेड़ मां के नाम अभियान से जोड़ी जाएंगी महिलाएं
अमृत मित्र-अमृत 2.0 और डे-एनयूएलएम के संयुक्त रूप से एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा पेड़ लगाने और उनके जीवन यापन को सुनिश्चित करने प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई।
स्वयं सहायता समूह की महिलाएं वृक्षों की नियमित सिंचाई, निराई, कीटनाशक एवं उर्वरक का छिड़काव करेंगी। सूखे वृक्षों की जगह नए पौधे रोपे जाएंगे। सभी कार्यों के आदेश अमृत नोडल अधिकारी जारी करेंगे।
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