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    अमेरिका में आइटी कंपनी चलाने वाले भारतवंशी बुलंदशहर के खंदोई पहुंचे

    By Nawal MishraEdited By:
    Updated: Sat, 02 Jan 2016 09:00 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका में ऐतिहासिक संबोधन अब रंग ला रहा है। उनकी यात्रा के तीन माह बाद बुलंदशहर के स्याना क्षेत्र के गांव खंदोई में आज भव्य समारोह के बीच अमेरिकी एनआरआइ बैठक में भारतवंशी निवेशकों ने देश की सूरत बदलने को यूपी में निवेश पर मंथन किया।

    लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पिछले साल 27 सितंबर को अमेरिका के सिलिकन वैली में डिजिटल इंडिया को लेकर दिया गया ऐतिहासिक संबोधन अब रंग ला रहा है। इस यात्रा के तीन माह बाद बुलंदशहर के स्याना क्षेत्र के गांव खंदोई में शनिवार को भव्य समारोह के बीच अमेरिकी एनआरआइ की बैठक में भारतवंशी निवेशकों ने देश की सूरत बदलने को वेस्ट यूपी में निवेश एवं रोजगार सृजन पर मंथन किया। खंदोई निवासी अमेरिकन एनआरआइ संजीव राजौरा की अगुवाई में अप्रवासी भारतवंशियों की टीम अगले सात दिन पश्चिम का दौरा कर संभावनाएं तलाशेगी।

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    बता दें कि अमेरिका के सेन जोस स्थित स्टेडियम में नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को डिजिटल इंडिया को लेकर भाषण दिया था। 20 हजार से अधिक भारतवंशी उन्हें सुनने आए थे। इस कार्यक्रम के प्लेटिनम प्रायोजक खंदोई निवासी संजीव राजौरा भी थे। पीएम ने भारतवंशियों से देश में निवेश कर दशा-सुधारने की भावुक अपील की थी। संजीव ने उसी समय तय कर लिया था कि वह अपने गांव-समाज और देश के लिए कुछ न कुछ करेंगे। उनके मिशन से कई लोग जुड़े और अमेरिकी डॉलर से देश की सूरत बदले की योजना शनिवार को साकार हो गई।

    बुलंदशहर जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर खंदोई गांव में शनिवार को जश्न जैसा माहौल था। गांव के लोगों के साथ कई अमेरिकी एनआरआइ जुटे। वार्ता की टेबल पर अमेरिकी भारतवंशियों ने बड़ी संजीदगी के साथ पश्चिम उप्र में निवेश की योजना और गांव की सूरत बदलने पर मंथन किया। निवेश के जरिये युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने जैसे बिंदुओं पर भी चर्चा हुई।

    मोबाइल फोन, कंप्यूटर, टेलीविजन आदि इलेक्ट्रॉनिक आयटम का प्रोसेसेर बनाने वाली अमेरिकन मल्टीनेशनल कंपनी एआरएम के साझीदार एवं इंडिया आपरेशन प्रमुख विकास चौधरी भी इस बैठक में शामिल हुए। बागपत जनपद के पिचौकरी गांव के मूल निवासी विकास चौधरी ने जागरण को बताया कि एआरएम कंपनी युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए पहले फेज में वेस्ट यूपी के शैक्षिक संस्थान, कालेज, सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालयों से करार कर एआरएम की इलेक्ट्रॉनिक किट एवं चिप निर्माण संबंधी स्टडी मैटेरियल दिलाएगी। भारत में हार्डवेयर निर्माण में असीम संभावनाएं हैं। भारत की अधिकांश सेल फोन एवं लैपटॉप की इलेक्ट्रॉनिक चिप, सर्किट व हार्डवेयर चीनी निर्मित या चीन में असेंबल्ड प्रयोग में लाई जा रही है। यह काम भारत में हो तो रोजगार की बरसात होगी। इसी संभावना को तलाशने काम शुरू किया है।

    खंदोई के मूल निवासी एवं अमेरिका में सैपविस कंपनी चलाने वाले संजीव राजौरा ने बताया कि वेस्ट यूपी के मूल निवासी एनआरआइ की मदद से नोएडा में आइटी कंपनी की शाखा खोलने का काम शुरू किया गया है। पहले चरण में क्षेत्र के 20 युवाओं को रोजगार दिलाएंगे। थर्टी सिक्स कैपिटल के संस्थापक अरुणेश ने बताया कि वह ग्रामीण युवाओं को माइक्रोफाइनेंस के जरिये रोजगार दिलाएंगे। इसके अलावा कई अन्य निवेशकों ने अपनी योजनाओं के बारे में बताया।